जांच प्रारम्भ होते ही शौचालय निर्माण में घोटाला का हुआ बड़ा खुलासा
फुलवार में आधा अधूरा शौचालय व बिना बनाये ही धन निकाल कर बंदरबाट करने का किया गया था शिकायत
ओम प्रकाश रावत विंढमगंज (सोनभद्र)
विंढमगंज सोनभद्र विकासखंड दुध्दी के अंतर्गत फुलवार ग्राम पंचायत में बीते दिनों से प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना हर घर को शौचालय में घोर लापरवाही व शौचालय का निर्माण नहीं करा कर पैसे कि गमन की शिकायत बीते दिनों तहसील दिवस पर की गई थी जिस पर संबंधित अधिकारियों ने सरकारी कर्मचारी की एक टीम गठित कर जांच करवाई जा रही है जांच में कई चौकानेवाले कार्य सामने आ रहे हैं जिसमें सैकड़ों लोगों का शौचालय का गड्ढा नहीं बनना, दर्जनों लोगों का शौचालय ही नहीं बनना व दर्जनों ऐसे शौचालय हैं जहां शौचालय एक है व शौचालय पर कोडिंग अनेक लिखा हुआ है।और सबसे चौंकाने वाली बात तो यह हैं कि लाभार्थी को पता भी नही है कि हमको शौचालय मिला है और उसका शौचालय कागज पर पूर्ण दिखा दिया गया हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फुलवार ग्राम पंचायत मे प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना हर घर को शौचालय के तहत हर ग्राम पंचायत में सारे विकास कार्यों को रोककर शौचालय निर्माण कराया जाना अनिवार्य किया गया था वहीं शौचालय में घोर लापरवाही की शिकायत ग्राम पंचायत निवासी लोगो ने बीते दिनों तहसील दिवस पर की थी जिस पर अधिकारियों ने गम्भीरता से लेते हुए सरकारी कर्मचारी की टीम गठित कर ग्राम पंचायत में बने शौचालय का जांच करवाया जाना शुरू हुआ जांच कर रहे टीम में सामिल तबसुम आरा, ,सुरेश,शैलेन्द्र,विनोद,विन्देश्वरी,अवधेश,छोटेलाल ने बताया कि हम लोगों को संबंधित अधिकारियों के द्वारा शौचालय जांच हेतु सूची प्राप्त हुई है उसी सूची के तहत हम सभी लोग घर घर जाकर शौचालय का जांच कर रहे हैं जिसमें घोर अनियमितता पाई जा रही है जैसे बुद्धदेव पुत्र स्व0 टेकु ,द्वारिका पुत्र बच्चा, चंद्रमन पुत्र बच्चा, कुलदीप पुत्र बिहारी, व ऐसे दर्जनों लाभार्थियों का शौचालय बना ही नहीं है और सूची में उक्त लोगों का शौचालय बनाकर पूर्ण दिखाया गया है इसी तरह शिवमूरत पुत्र भोला,लालमन पुत्र भोला,अशरफी,राजकुमार,जोखू यादव,लछमी यादव,लखन,नंदू,चुरामन,बासदेव,हरिदास,विश्वनाथ,मुन्ना,रामबिचार ऐसे अन्य सैकड़ों लाभार्थियों का अभी तक जांच में उक्त लोगों का सिर्फ स्ट्रेचर खड़ा है स्ट्रेचर के पास बनने वाले गड्ढे खोदे ही नहीं गए हैं और नहीं बनाए गए हैं साथ ही साथ कुछ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जैसे शौचालय मौके पर एक बना हुआ है व उसी शौचालय पर अलग-अलग कोडिंग किया गया है लोगों का शौचालय एक ही जगह पर सटा कर बना हुआ है परंतु इस शौचालय पर कोडिंग पांच किए गए हैं शौचालय दो और कोडिंग 5 करके धन की निकासी की गई है एक ही शौचालय पर एस बी एम स्वच्छ भारत मिशन का कोडिंग किया गया है उसी शौचालय पर एल ओ वी बेस डाटा सर्वे में छुटे पात्र लाभार्थियों का कोडिंग किया गया है व शौचालय एक बना हुआ है इस तरह से बहुत सारे गड़बड़ जांच में हम लोगों को मील रहा है हम सभी लोग जांच करने के बाद जिले के संबंधित अधिकारी के समक्ष जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर देंगे बाकी उच्चाधिकारियों के द्वारा जो कार्रवाई की जाएगी वह सर्वमान्य होगा
जांच के दौरान कई तरह के गड़बड़ झाला मिलने पर ग्रामीण में इस बात की चर्चा जोरों पर रही की ऐसा भी ग्राम विकास अधिकारी और संबंधित लोगो के द्वारा विकास कार्य में लूटखसोट किया जाता है अगर जांच नहीं की जाती तो हम सभी लोगों को यह सब बातें पता नहीं चल पाता जांच अधिकारियों के द्वारा जो बताया जा रहा है उससे यह प्रतीत होता है कि लाखों लाख रुपए का शौचालय में गोलमाल किया गया है जो काफी निंदनीय है