राजनीति में छुपे भेड़िये का नकाब उतारेगी “पॉलिटिकल वुल्फ”

-अनिल बेदाग़-

मुंबई : देश की राजनीति में छुपे हुए भेड़िये का बहुत जल्द पर्दाफाश होगा। राजनीति का वो भेड़िया जो वर्षों से देश और देशवासियों को खोखला करता जा रहा है, उसके चेहरे से अब नकाब उतरने वाला है, एक ऐसा भेड़िया जो जनता को अपना शिकार बनाता आ रहा है उसकी तमाम काली करतूतों का पर्दा अब उठने वाला है। और यह पर्दा बड़े पर्दे पर उठेगा। जी हाँ देश के हालात और राजनीति के मुद्दे पर बॉलीवुड में एक सशक्त फ़िल्म बनाई जा रही है। इस हिंदी फ़िल्म का नाम है “पॉलिटिकल वुल्फ”। जिसके लेखक व निर्माता नाज़िम असार और सह निर्माता हरेश सांगाणी हैँ, दोनोँ मिलकर बना रहे हैं यह हिंदी फ़िल्म “पॉलिटिकल वुल्फ”।
ड्रीम लैंड स्टूडियो हाउस के बैनर तले बनने जा रही इस फ़िल्म के लेखक और निर्माता नाज़िम असार हैं जबकि इसके सह निर्माता हरेश सांगाणी हैं। पॉलिटिकल बैक ड्रॉप पर बेस्ड इस फ़िल्म के निर्देशक शिव दत्त शर्मा हैं। इस फ़िल्म का वर्ल्ड वाइड डिस्ट्रीब्यूशन और मार्केटिंग तृप्ति एंटरटेनमेंट कर रही है। बहुत जल्द इस फ़िल्म के गाने रेकॉर्ड किए जाएँगे। फ़िल्म में कौन कौन से कलाकार होंगे बहुत जल्द इस बारे में ऑफिशियली घोषणा कर दी जाएगी। हालांकि फिल्म एक हार्ड हिटिंग सब्जेक्ट पर आधारित है मगर इसमे चार सिचुएशनल गाने भी होंगे।
फ़िल्म के लेखक और प्रोड्यूसर नाज़िम असार ने बताया कि राजनीति का आम लोगों की ज़िंदगी पर कैसे और क्या असर पड़ता है, इस फ़िल्म में यही दिखाया गया है। देश की जनता राजनीति के भेड़िये की कैसे शिकार होती है, इसे इस मूवी में पेश किया जाएगा।
जब यह फ़िल्म रिलीज होगी तो पता चलेगा कि यह किस से इंस्पायर है। मगर फ़िल्म के टाइटल और उसके सब्जेक्ट की वजह से यह फ़िल्म अभी से चर्चा का विषय बन गई है।
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