दस वर्षों से बीडीओ व एडीओ पंचायत की स्थाई नियुक्ति न होने से भ्रष्टाचार का अड्डा बना बभनी ब्लाक

ग्राम प्रधानों सेक्रेटरियों व बाबूओं की चांदी

बभनी सोनभद्र।बभनी विकास खंड में दस वर्षों से किसी खंड विकास अधिकारी व ग्राम विकास पंचायत अधिकारी की स्थाई नियुक्ति न होने से ब्लाक में सब धान बाइस पसेरी मनमानी चलने लगी है जिससे ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी बाबूओं की सांठ-गांठ से अपनी कागजी कार्रवाई पूरी करने में चौबिसों घंटे लगे होते हैं इनके पास दो-दो जगह का प्रभार होने के कारण यहां बीडीओ तो महीने में एक दो बार आ भी जाते हैं पर यहां के लोगों को इस बात का भी पता नहीं चलता कि यहां का स्थाई एडीओ पंचायत है कौन…?
यहां सेक्रेटरियों को तत्कालिक प्रभार पर एडीओ पंचायत के चार्ज पर बैठाकर काम कराया जाता है। बताते चलें कि बभनी विकास खंड के कुछ ग्राम प्रधान व सेक्रेटरियों के सांठ-गांठ से बाबूओं से मिलकर कागजी कार्रवाई पूरी कर ली जाती है और संविदाकर्मी जेईओं के द्वारा एमबी करा लिया जाता है और गांवों में अक्सर विकासकार्यों को लेकर आए दिन शिकायत प्रर्दशन होते रहते हैं और किसी भी शिकायत पर कार्यवाही नहीं होती शिकायत कर्ता को तब जलील तब होना पड़ता है जब जांच रिपोर्ट में यह लिखकर भेज दिया जाता है कि शिकायत ही झूंठी है परंतु इन सभी बातों के जानकारी के लिए कोई असली जिम्मेदार होता ही नहीं है जब मामलों की जानकारी पता करनी होती है तो अक्सर सेक्रेटरियों के मोबाइल भी बंद मिलते हैं या फिर फोन उठाया ही नहीं जाता है जब क्षेत्र में शिकायतें बढ़ जाती हैं लोगों की शिकायतों पर कांग्रेस के राहुल प्रियंका गाँधी सेना के जिलाध्यक्ष बीके मिश्रा ने बताया कि क्षेत्र में लोगों के तमाम शिकायतों के बाद भी भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने लगता है तो कुछ सेक्रेटरीयों को निलंबित कर दिया जाता है या फिर बर्खास्त जिसके कारण कुछ सीधे-सादे सेक्रेटरीयों को भी इन सभी के किए का अंजाम भुगतना पड़ता है यदि स्थानीय लोगों की मानें तो यहां दूसरा बीडीओ बाबूओं को ही मान लिया जाता है
श्री मिश्रा जी ने आगे कहा कि बभनी ब्लाक के कई गांव ऐसे हैं जिनमें 2005 से2010 के बीच में कई सिंचाई कूप धनवार मुनगाडिह हथियार चपकी डुमरहर कोंगा में लाखों लाख रुपया निकाल लिया गया लेकिन आज तक सिंचाई कूप या बावली बनी नहीं, कई काम ऐसे हैं
जो वन विभाग की जमीन पर शौचालय आवास व तालाब बना दिया गया सैकड़ों लोग ऐसे मिल जाएंगे आपको किसी भी गांव में जो आवास किसी के नाम पर स्वीकृत हुआ बना किसी और का बभनी ब्लाक के किसी गांव में कोई भी ऐसा लाभार्थी नहीं मिलेगा जो जिसके नाम आवास स्वीकृत हुआ हो और वह ₹10000 न दिया हो इन सब चीजों को ना कोई देखने वाला है ना कोई सुनने वाला है कोई ऐसा सेक्रेटरी नहीं है जिसके पास चार पहिया गाड़ी ना हो 80 परसेंट ग्राम प्रधान ऐसे हैं जिनके पास कल तक खाने के लिए फूटी कौड़ी नहीं थी आज बड़ी बड़ी गाड़ी और ट्रैक्टर विद्यमान हैं
श्री मिश्रा ने जिलाअधिकारी मुख्य विकास अधिकारी को चेतावनी दिया है कि यदि आदिवासियों वनवासियों किसानों मजदूरों के साथ न्याय करते हुए तत्काल नियुक्ती करते हुए भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया गया तो सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।हालांकि आधिकारिक तौर पर पुष्टि नही है।

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