असनाबांध चर्च में सादगी से मनाया गया क्रिसमस

ओम प्रकाश रावत विंढमगंज (सोनभद्र)

कोन थाना क्षेत्र के कचनरवा असनाबांध चर्च में मनाया गया क्रिसमस पर्व चर्च में प्रार्थना करने के लिए इसाई समुदाय के साथ-साथ आम लोग भी जुटे चर्च में क्रिसमस के अवसर पर चर्च में सादगी पूर्ण तरीके से पर्व मनाया गया।फादर ज्ञान प्रकाश की देख रेख में प्रार्थना की गई। प्रार्थना के बाद चर्च में लोगों ने प्रभु यीशु के जन्म से जुड़ी बनायी गई चरनी को देखा।
फादर ज्ञान प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि माता मरियम ने सहर्ष ही स्वर्ग दूत की बातों को मानते हुए परमेश्वर की योजना के प्रति अपनी स्वीकृति दी।

परमेश्वर की योजना के अनुसार बालक यीशु की माता बनना स्वीकार किया। वह स्थान जहां माता मरियम ने अपनी स्वीकृति दी वहीं पर शब्द ने देह धारण किया। वहां ईश्वर ने मनुष्य के साथ संबंध स्थापित किया था। ईश्वर इसी प्रकार उन लोगों के बीच निवास करता है जो माता मरियम की तरह सरल जीवन जीते हैं। सरल जीवन जीने वाले के हृृदय में निवास करते है इश्वर। ईश्वर ने अपना निवास स्थान उन लोगों के बीच नहीं बनाया जो बहुत अमीर थे, बल्कि उन लोगों के बीच रहे जो सरल हैं। इसलिए क्रिसमस के मौके पर ईश्वर हमारे बीच में आए हैं तो हमें भी मन से अपने स्वभाव को सरल रखना चाहिए। यही क्रिसमस का सार है।

प्रार्थना के बाद लोगों ने चर्च में कैंडल जला कर प्रभु के आगमन को याद किया और एक दूसरे को बधाइयां दी।
पिछले वर्ष से चर्च में कम दिखी भीड़
क्रिसमस के दिन सुबह आठ बजे तक गिरजाघरों में पिछले वर्ष की तुलना में आधी से कम भीड़ देखने को मिली। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण और चर्च द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही प्रार्थना करने के आग्रह के कारण ऐसा हुआ है।तलेसफोर टोप्पो,दीपा मिंज,सुनिल,सीमा , शांति, प्रीतम अभिषेक आनंद तिग्गा , सिस्टर मर्सीला ,सिस्टर लिल्ली , कालिस्ता करकेटा,आदि लोग मौजूद थे!

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