पीसीएफ के अधिकारी कर रहे मनमानी0=सुरेन्द्र अग्रहरि

समर जायसवाल-

(दुद्धी)सोनभद्र= भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री सुरेन्द्र अग्रहरि ने किसानों द्वारा बेचे गए धान के पैसे का भुगतान नहीं होने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए आक्रोश व्यक्त किया है।उन्होंने कहा कि किसान मेहनत, मजदूरी करके , बरसात की मार झेलकर धान की उपज पैदा करता है और कई झंझावातों को झेलते हुए उसे बड़ी मुश्किल से बेच पाता है उसके बाद जब किसान के खाते में पैसा भेजने की बात आती हैं तो पीसीएफ के अधिकारियों की मनमानी होने लगती हैं और किसान पैसे के अभाव में दर दर घूमने को विवश हो जाता हैं। क्रय विक्रय समिति, लैम्पस, डीसीएफ, सहित जिन जिन केन्द्रों पर धान की खरीददारी हुई हैं वहाँ के एक भी किसानों का पैसा भुगतान नहीं हुआ है।19 नवम्बर के बाद जो भी किसान ऐसे केन्द्रों पर धान की बिक्री किए हैं ,ऐसे केन्द्रो के किसानों का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है।जबकि सरकार ने स्पष्ट रूप से निर्देश जारी किया है कि बिक्री के 72 घण्टे के अन्दर किसानों के धान का भुगतान उनके खाते में होना चाहिये लेकिन सिर्फ और सिर्फ पीसीएफ के उच्चाधिकारियों की मनमानी से किसानों के धान के पैसे का भुगतान नही हो पा रहा है ।सूत्रों की माने तो किसानों द्वारा बेचे गए धान के पैसे का भुगतान सोनभद्र जिले में लगभग 40 करोड़ रुपए बकाया है ।भाजपा नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने पीसीएफ के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को बदनाम करने की साजिश बन्द की जाए साथ ही किसानों के पैसे का भुगतान यदि एक हफ्ते के अन्दर नही हुआ तो किसानों के हित में संघर्ष से भी पीछे नहीं हटा जाएगा।।

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