बनारस में उल्लेखनीय व रिकॉर्ड कार्य हुए हैं- डीएस मिश्र, सचिव भारत सरकार

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

*6.5 वर्ष में शहर जितना बदला है, ऐसा कहीं देखने को नहीं मिला-डीएस मिश्रा*

*बनारस देश का महत्वपूर्ण शहर है*

*वाराणसी में अच्छे कार्यों से संतुष्ट हैं और खुशी हो रही है

*कमिश्नर सहित पूरी टीम ने गुड वर्क किया है- सचिव भारत सरकार

*आत्मनिर्भरता स्वनिधि योजना में बनारस सबसे ऊपर है

*स्वनिधि योजना में बनारस में 24 करोड़ वेंडरों को दिए जा चुके हैं

*भारत सरकार के सचिव डीएस मिश्र ने साइकिल फॉर चेंज में स्वयं भाग लेकर लगभग 4 किलोमीटर तक साइकिलिंग की

वाराणसी। भारत सरकार के सचिव अर्बन डेवलपमेंट डीएस मिश्रा ने शनिवार को आयुक्त सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर स्मार्ट सिटी, स्वच्छ भारत मिशन, अमृत योजना, नमामि गंगे, विकास प्राधिकरण के प्रोजेक्ट आदि की विस्तार से समीक्षा की।
श्री डीएस मिश्र ने कहा कि बनारस में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। बहुत अच्छा काम हुआ इसकी उन्हें खुशी है। लगभग 11 माह बाद भ्रमण पर आये सचिव ने कहा कि बहुत अच्छा बदला हुआ बनारस दिख रहा है। परिवर्तन दिख रहा है। 6.5 वर्ष में शहर में जितना कार्य हुआ ऐसा कहीं देखने को नहीं मिला। स्वनिधि योजना में बनारस सबसे ऊपर है। यहां 47000 वेंडरों को रजिस्टर्ड किया गया तथा 27000 वेंडरों को ऋण स्वीकृत हुआ है। 24000 वेंडरों को 24 करोड़ रूपया वितरण भी हो चुका है। स्मार्ट सिटी योजना में 1000 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट लागू किए गए। अब तक 270 करोड़ रुपए के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अन्य सभी पर कार्य चल रहा है। बनारस 100 में से पांचवा शहर है स्मार्ट सिटी में। अगले वर्ष समस्त 1000 करोड़ रुपए के कार्य पूर्ण हो जाएंगे। शहर में 18000 आवास स्वीकृत है जिसमें 8000 आवास पूर्ण हो चुके हैं।
स्वच्छ भारत मिशन में तेजी से कार्य हुआ है, जिसका बदलाव गलियों, सड़कों, गंगा घाटों पार्कों आदि पूरे शहर में दिख रहा है। 2021 के स्वच्छ सर्वेक्षण में बनारस और ऊपर आएगा। गंगा घाटों पर हेरिटेज लाइट, मालवीय ब्रिज की खूबसूरती, पुरानी काशी की वार्डों का सुदृढ़ीकरण आदि ऐसे कार्य पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। स्मार्ट सिटी में मछोदरी स्मार्ट स्कूल, विभिन्न पार्किंग स्थल का विकास, खिड़कियां घाट का प्रोजेक्ट, दशाश्वमेध टूरिस्ट प्रोजेक्ट, रुद्राक्ष, घाटों पर फसाड लाइटिंग व यूनिफॉर्म साइनेज आदि बेहतरीन कार्यों से बनारस चमकने लगा है। कार्य ऐसे हुए हैं इससे यहां का हेरिटेज बढ़ रहा है। काशी की पौराणिकता को सजोये रखकर आकर्षक ढंग से कार्य हो रहे हैं। रुद्राक्ष विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट है। यह अद्भुत दर्शनीय होगा। साइकिल फॉर चेंज व स्ट्रीट फार पीपुल कार्यक्रम लोकप्रिय हो रहे हैं। लोगों की भारी सहभागिता हो रही है। काशीवासी व यहां आने वाले लोग बदलते बनारस को महसूस कर इतनी तेजी से हुए विकास पर अचंभित होते हैं।
बैठक में शहर में सुगम व सुरक्षित यातायात पर भी चर्चा हुई। जिसमें विकास प्राधिकरण ने रोपवे की संभावनाओं के प्रोजेक्ट को पावर प्ले के माध्यम से प्रदर्शित किया। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कैंट से रथयात्रा होते हुए गोदौलिया तक रोपवे लगभग 424 करोड रुपए का प्रोजेक्ट प्रथमदृष्टया बनाया गया है। जिसमें 72000 पैसेनजर प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे। सचिव डीएस मिश्र ने सिक्योरिटी व सेफ्टी को मजबूत रखने तथा यात्रा को ऑटो रिक्शा से कंपटीशन होने पर बल दिया।
बैठक में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, उपाध्यक्ष विकास प्राधिकरण राहुल पांडे, नगर आयुक्त गौरांग राठी सहित विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित थे। सचिव डीएस मिश्र ने बैठक से पूर्व विभिन्न गंगा घाटों, वार्डों, पार्को, निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। साइकिल फॉर चेंज में स्वयं भाग लेकर लगभग 4 किलोमीटर तक साइकिलिंग की।

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