रामजियावन गुप्ता/बीजपुर(सोनभद्र)स्थानीय थाना क्षेत्र के नेमना गाँव से एक बारात रविवार की शाम पिंडारी गाँव के टोला संचिराडाड गयी थी जहाँ एक तरफ लड़की पक्ष के लोग बारात के स्वागत में लगे हुए थे तो दूसरी तरफ शहनाई बज रही थी महिलाएं मंगलगीत गा रही थी और द्वारपूजा का रस्म चल रहा था। इसी बीच दूल्हे और दुल्हन को स्टेज पर जयमाला रस्म के लिए लाया गया जहाँ दोनो के हाथ मे बरमाला देकर एक दूसरे के गले मे पहनना था कि इसी बीच दुल्हन का मिजाज बिगड़ गया और आवदेखा न ताव जयमाला स्टेज पर ही दुल्हन ने बरमाला तोड़ कर फेंक दिया और बुदबुदाते हुए सजेसजाये मंच से उतर कर घर के अंदर चली गयी और बारात में आए दूल्हे के साथ शादी करने से साफ इंकार कर दिया। इसबाबत ग्राम प्रधान धीरेंद्र जायसवाल ने बताया कि नेमना गाँव से गंगा प्रसाद के पुत्र उमेश विश्वकर्मा की शादी पिंडारी गाँव के टोला संचिराडॉड निवासी दयाराम विश्वकर्मा की पुत्री सुनीता विश्वकर्मा के साथ पहले से तय हुई तिथि के अनुसार रविवार को बारात आयी जहां द्वारपूजा रस्म के समय ही लड़की ने बरमाला तोड़ कर फेंक दिया और शादी करने से साफ मना कर दिया। पहले घराती और बाराती के बुजुर्ग लोग लड़की को काफ़ी समझाने की कोशिश किये लेकिन दुल्हन अपने इरादे से जरा भी टश में मश नहीं हुई और एक स्वर में शादी से इनकार कर करती रही।
इसी बीच किसी ने पुलिस को मामले की जानकारी दी मौके पर पहुँची बीजपुर पुलिस और ग्राम प्रधान पिंडारी धीरेंद्र जायसवाल ने लड़की को काफ़ी समझाने की कोशिश की लेकिन बात नही बनी और दुल्हन ने शादी करने से साफ मना कर दिया । उधर दुल्हन पक्ष के लोगों ने बारात में आये लोगों का दुखी मन से खूब आदर सत्कार कर बारात को बगैर शादी के ही बैरंग वापस कर दिया। उधर इसबाबत प्रभारी निरीक्षक श्यामबहादुर यादव से जब जानकारी ली गयी तो उन्हों ने बताया कि लड़की को बहुत समझाने की कोशिश की गई लेकिन बात नही बनी वैसे भी बालिक लड़की है पुलिस जोर जबरदस्ती कर शादी नही करा सकती है। जनचर्चा के अनुसार लड़की पहले से ही शादी से मना कर रही थी। बहरहाल सोमवार की सुबह उक्त शादी और बारात का बैरंग वापस आना जगह जगह चर्चा का विषय बना हुआ है लोगबाग तरह तरह की बाते कर चटकारे लेते रहे।