सोनभद्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं,इसके विकास के लिए जल्द हो सकता है बड़ा ऐलान

सोनभद्र।

सोनभद्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने Sonbhadra Tourism Explore The Unexplored पुस्तक को 22 नवंबर को जिले में आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौपा। इस पुस्तक में जिले के मुख्य पर्यटन स्थलों के विषय मे संक्षिप्त जनाकारी दी गयी है। इस पुस्तक में यह दर्शाया गया है कि सोनभद्र में देश की सबसे बड़ी आदि मानव द्वारा (100 L *50B *1.5 H) में बनाई गई रॉक पेंटिंग, खोवाखोह रॉक पेंटिंग और लखनीय रॉक पेंटिंग है।

इसके साथ ही 1100 मिलियन वर्ष पुराना जीवाश्म पार्क यहां स्थित है जो अमेरिका के एलो स्टोन नेशनल पार्क से भी बड़ा और पुराना है। वाराणसी (काशी) से सोनभद्र पहुचने तथा यहाँ ठहरने के विषय मे भी बताया गया है। इस पुस्तक के विषय मे जिलाधिकारी ने बताया कि सोनभद्र में पर्यटन की अपार सम्भावनाये है जिसको देखते हुए पिछले दिनों पर्यटन विभाग के अधिकारियों , वाराणसी होटल संचालको , पर्यटन से जुड़े ट्रांसपोटर्स के साथ वर्चुअल माध्यम से वार्ता किया था। जिसमे सोनभद्र के पर्यटन स्थलों के प्रचार – प्रसार को वाराणसी में मुख्य स्थानों पर होर्डिग लगाने के साथ ही यह बात सामने आई की विदेशी पर्यटकों के ठहरने की उच्चस्तरीय व्यवस्था हो ऐसे पर्यटकों को यहां तक लाया जा सकता है। इसके साथ ही सभी पर्यटक स्थलों तक सुगम पहुच की व्यवस्था उपलब्ध हो।

उत्तर प्रदेश के सबसे आखिरी छोर पर बसे सोनभद्र जनपद की सीमाएं चार राज्यों(बिहार , झारखण्ड , मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़) से लगती है। इसके साथ ही प्राकृतिक संसाधनों से आच्छादित है, जिसमे मुख्खा फाल , कन्हरा नदी के आबाड़ी पर्यटन की अपार सम्भावनाये है तो वही भारत का एकमात्र 1100 मिलियन वर्ष फासिल्स पार्क सलखन में स्थित है जो अमेरिका के एलो स्टोन नेशनल पार्क से भी पुराना है। यहां ऐतिहासिक रूप से विजयगढ़ दुर्ग , अगोरी किला , वीर लोरिक पत्थर , शिवद्वार उमामहेश्वर मन्दिर , गोठानी सोमनाथ मन्दिर , महुअरिया कैमूर जीव विहार जहां काले हिरण की प्रजाति पाई जाती है।वही अंग्रेजो के जमाने का 1917 में बने धंधरौल बांध अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इन सब के साथ ही नाथ सम्प्रदाय के बाबा मछन्दरनाथ की तपोस्थली भी सोनभद्र में ही स्थित है जिसको लेकर मुख्यमंत्री योगी ने पर्यटन विकास की बात 22 नवम्बर को कही है। इसके साथ ही पर्यटन स्थलों पर टूरिस्टों के रुकने के लिए पांच टूरिस्ट बंगलो के निर्माण के लिए शासन द्वारा पर्यटन विभाग को स्वीकृति मिल चुकी है।

इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि सोनभद्र में पर्यटन की अपार सम्भावनाये है जिसको देखते हुए पिछले दिनों पर्यटन विभाग के अधिकारियों , वाराणसी होटल संचालको , पर्यटन से जुड़े ट्रांसपोटर्स के साथ वर्चुअल माध्यम से वार्ता किया था। जिसमे सोनभद्र के पर्यटन स्थलों के प्रचार – प्रसार को वाराणसी में मुख्य स्थानों पर होर्डिग लगाने के साथ ही यह बात सामने आई की विदेशी पर्यटकों के ठहरने की उच्चस्तरीय व्यवस्था हो ऐसे पर्यटकों को यहां तक लाया जा सकता है। इसके साथ ही सभी पर्यटक स्थलों तक सुगम पहुच की व्यवस्था उपलब्ध हो। मीडिया के माध्यम से जानकारी हुई है कि पांच पर्यटन स्थलों पर टूरिस्ट बंगलो को निर्माण सोनभद्र में होगा , अगर ऐसा है तो इसे जल्द से जल्द पूरा करके पर्यटकों को उपलब्ध कराया जाएगा।

Translate »