बीजपुर । (रामजियावन गुप्ता) । एनटीपीसी का 46वां स्थापना दिवस समारोह शनिवार को रिहंद परियोजना में विविध आयोजनों के बीच सादगीपूर्वक वातावरण में मनाया गया । परियोजना के प्रशासनिक भवन परिसर में आयोजित सुबह के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित मुख्य महाप्रबंधक (रिहंद) बालाजी आयंगर ने परंपरागत ढंग से एनटीपीसी ध्वज फहरा कर समारोह का शुभारंभ किया । अगली कड़ी में उपस्थित लोगों द्वारा एनटीपीसी गीत गाया गया । अपने संबोधन में श्री आयंगर ने इस अवसर पर समारोह में उपस्थित सभी कर्मचारियों, सहयोगी प्रतिष्ठानों तथा एनटीपीसी परिवार के सभी सदस्यों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकमनाएँ दी । उन्होने कहा कि एनटीपीसी सन 1975 से देशवासियों के ज़िंदगी में उजाला भरने का काम करती आ रही है । इसी का परिणाम है कि एनटीपीसी आज भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी बन चुकी है । आज एनटीपीसी की कुल स्थापित क्षमता 62,910 मेगावाट है । एनटीपीसी न केवल विद्युत उत्पादन में आगे है बल्कि पिछले 12 सालों से लगातार महान भारतीय कार्य स्थलों में एनटीपीसी का नाम शामिल रहा है । श्री आयंगर ने कहा कि रिहंद परियोजना जहाँ 3 हज़ार मेगावाट उत्पादन के साथ विशेष स्थान पर है वहीं दूसरी तरफ यह परियोजना पर्यावरण के प्रति हमेशा सजग रहा है एवं पर्यावरण को और भी बेहतर बनाने में हमेशा से कृत संकल्पित है । इस अवसर पर एनटीपीसी रिहंद की धनवंतरी चिकित्साला एवं सीएसआर के सौजन्य से दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकल प्रदान किया गया ।
कार्यक्रम में आगंतुकों का स्वागत, संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ प्रबंधक (मा0 सं0) नीरज कुमार ने किया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से महाप्रबंधक (ओ एंड एम) अनंत चरण साहू, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री. एस कृष्णा, महाप्रबंधक (एफ़ एम) एम रमेश, महाप्रबंधक (प्रचालन) ए के चट्टोपाध्याय, अपर महाप्रबंधक (मा0 सं0) के एस मूर्ति, विभागाध्यक्षगण, सीआईएसएफ़ के सहायक समादेष्टा, विभिन्न यूनियन व एसोसिएशन के प्रतिनिधिगण तथा काफी संख्या में परियोजना कर्मी उपस्थित थे । यह कार्यक्रम कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए समाजिक दूरी एवं अन्य दिशा निर्देशों के साथ संपन्न हुआ।