सोनभद्र। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तत्वाधान में ग्राम पनारी , मकरी बारी , खाडड पनारी , पिपरखाड में गोंडवाना के महानायक गोंडवाना रत्न पार्टी के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व विधायक छत्तीसगढ़ दादा हीरा सिंह मरकाम के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया।
दादा हीरा सिंह मरकाम का जन्म 14 जनवरी 1942 को पिवर्ता ग्राम जिला कोरबा में हुआ था। वह कुशाग्र बुद्धि विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। उन्होंने एमए और एलएलबी की शिक्षा ग्रहण करने के बाद अध्यापन कार्य भी किया। वर्ष 1991 में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की स्थापना किया और तीन बार विधायक रहे। वह आदिवासी ,दलित पिछडो के हितों के हक की लड़ाई और शोषण के खिलाफ जीवन प्रयन्त लड़ते रहे। उन्होंने समग्र विकास क्रांति आंदोलन , गोंडवाना गणतंत्र गोटूल चलाया। वह प्रकृतिवादी सामुदायिक जीवन दर्शन मानवता के पुजारी थे। उनका नारा था मानव – मानव एक समान , सबको शिक्षा सबको काम यह गोंडवाना का पैगाम। देश और आदिवासियों ने महान नेता खो दिया है जिसकी क्षतिपूर्ति नही की जा सकती है। उनका कहना था कि मानव समाज मे दोहरी नीति नही चलनी चाहिए , एक रूपता होना चाहिए । आदिवासी समाज उनके निधन से बहुत ही दुःखी है क्योंकि वह अपना पथ प्रदर्शक खो दिया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी दादा जी के मिशन को पूरा करने के लिए उनके चलाये गए आंदोलन को आगे बढ़ाएगा तभी उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित होगी।