समर जायसवाल-
ब्लॉक दुद्धी के दुर्गम व ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा में आ रही दुश्वारियों से लोहा लेते हुए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने कमर कस ली है। दर्जनों स्थानों पर मोहल्ला विद्यालय के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है।मोहल्ला विद्यालय का तात्पर्य उन शैक्षिक परिदृश्य से है जो कहीं पेडों के नीचे,कहीं झोपड़ी में आसपास के ग्रामीण बच्चों को जुटाकर परिषदीय शिक्षकों द्वारा पठन पाठन संचालित किया जा रहा है।इस बाबत खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री आलोक कुमार यादव ने बताया कि कोरोना काल में परिषदीय बच्चों की शिक्षा दीक्षा पूरे बेसिक शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती बन गयी है।इसे स्वीकार करते हुए शिक्षकों ने ऑनलाइन शिक्षा के साथ ही मोहल्ला विद्यालय जैसी अनूठी परम्परा का संचालन कर रहे हैं।
सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आसपास के बच्चों को घरों से बुलाकर किसी सुलभ स्थान पर शिक्षण कार्य करना दुष्कर कार्य है।किंतु क्षेत्र के अनेकों शिक्षकों ने इसे चुनौती मानकर सफलतापूर्वक इस अभियान को निरन्तर गतिमान बनाये हुए हैं।मोहल्ला विद्यालय के शिक्षक सुधीर कुमार (प्रा0वि0दीघुल मध्य बस्ती) व रवि रंजन(उ0प्रा0 वि0 टेढा) ने बताया कि हमारी तरह अनेकों शिक्षक इस प्रकार से शिक्षण कार्य निरंतर कर रहे हैं।प्रारंभ में बच्चों को घर घर बुलाना पड़ता था किंतु अब सभी बच्चे ससमय पूरी संख्या में नियत स्थान पर उपस्थित हो जाते हैं।बच्चों का उत्साह व लगन काबिलेतारीफ है।केआरपी शैलेश मोहन ने बताया कि जब तक विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रारंभ नहीं हो जाते तब तक मोहल्ला विद्यालय व ऑनलाइन शिक्षण द्वारा शिक्षा का प्रवाह क्षेत्र में होता रहेगा।एआरपी श्री मनोज जायसवाल एवं शिक्षक अविनाश गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में बेसिक शिक्षा विभाग का परिदृश्य बिल्कुल बदल चुका है। श्रीमान बीएसए व एबीएसए महोदय के निर्देशन में बेसिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो रहा है।