पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी।कमिश्नर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंडलीय धान खरीद की समीक्षा की
*धान खरीद केंद्रों का शत प्रतिशत निरीक्षण कर व्यवस्थाएं उपलब्ध होना सुनिश्चित कर लें-कमिश्नर*
*साधारण धान का रेट 1868 रुपये तथा ग्रेड-1 धान का रेट 1888 रुपये प्रति कुंतल है*
*अब तक मंडल में 26720 किसानों का पंजीकरण हो चुका है, इसे बढ़ाएं*
*इस बार मार्केट में धान का रेट कम है, अतः सरकारी खरीद ज्यादा कराएं, ताकि किसानों को लाभ हो, क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाएं बढ़ाएं- दीपक अग्रवाल*
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मंडलीय धान खरीद के प्रगति की समीक्षा की।
मंडल में 13 लाख मैट्रिक टन धान उत्पादन की संभावना है तथा 5 लाख मैट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य है। जो उत्पादन का 40 फीसदी है। अभी धान की कटाई ज्यादा चल रही है। मंडल में नवंबर से धान विक्रय तेजी से होता है। मार्केट में रेट कम है, अतः किसान को सरकारी केंद्र पर बुलाकर धान क्रय करें, ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ दिलाया जा सके। क्रय केंद्रों को पैसा, बोरा, नमी मापक उपकरण, ट्रांस्पोर्टेसन आदि की सुदृढ़ व्यवस्था कर ले। लक्ष्य ज्यादा खरीद के लिए तैयारी रखें। अब तक 25720 किसानों का पंजीकरण हो गया है, इसी प्रचारित कर और बढ़ाएं। कंट्रोल रूम से किसानों को फोन कर बताएं कि उनके पास कौन सा केंद्र है और वहां धान बेचे। क्रय केंद्र पर किसान का उत्पीड़न कतई नहीं होना चाहिए। किसानों को पूरी सुविधा एवं सहायता दी जाए। 72 घंटे में भुगतान करना सुनिश्चित करें। सरकार किसानों की आय बढ़ाने व हर संभव सहायता के लिए कृत संकल्पित है। इसका लाभ किसानों को जरूर मिले। क्रय केंद्रों से लेखपालों, किसान सहायकों को जोड़कर सेपरेट फीडबैकिंग ले। नमी युक्त धान आ जाता है तो उसके सुखाने की सहायता करा दें। धान का समर्थन मूल्य बहुत अच्छा सरकार से निर्धारित है, इसका लाभ हर हाल में किसान को मिले। कमिश्नर ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी मात्रा में क्रय केंद्रों पर धान आने लगा है, अतः यहां भी धान की आवक बढ़ने को ध्यान में रखकर व्यवस्थाएं पूर्व से ही कर ली जाए, ताकि कोई परेशानी न होने पाए।