सोनभद्र।आज 21 अक्टूबर को हिनौता मधुपुर में आजाद हिंद सरकार का स्थापना दिवस समारोह मनाया गया जिसमें भारतीय सुभाष सेना के जिला कमेटी पदाधिकारी सम्मिलित हुए समारोह को संबोधित करते हुए भारतीय सुभाष सेना के पूर्व प्रदेश महासचिव परमानंद मौर्य एडवोकेट ने कहा कि
आजाद हिंद सरकार और आजाद हिंद फौज के सुप्रीम कमांडर नेता जी सुभाष चंद्र बोस को 911 गोपनीय समझौते के तहत किए गए सत्ता हस्तांतरण के शर्तों के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय द्वितीय विश्व युद्ध अपराधी घोषित किया गया है जो आज भी लागू है नेताजी को आजाद भारत में खुलेआम ना आने देने के लिए तत्कालीन भारत सरकार के मुखिया ने ब्रिटेन से कई समझौते किए इस सच्चाई को देश की जनता से नहीं बताया जा रहा है नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए जितना बड़ा संघर्ष किया वह अद्वितीय है देश की आजादी के लिए आजाद हिंद फौज की कमान संभालने के बाद भारत माता की स्वतंत्रता के लिए आजाद हिंद सैनिकों को देश की आजादी के लिए आव्हान किया 21 अक्टूबर 1943 को आजाद हिंद सरकार की कमान संभालने के बाद नेताजी ने 25 अक्टूबर 1943 को ब्रिटेन और अमेरिका के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दिया था नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी अंग्रेजों से बचने के लिए विमान दुर्घटना की काल्पनिक कहानी नेता जी ने खुद गढ़ी थी लेकिन सत्ता हस्तांतरण के बाद कथित आजाद भारत के नेताओं ने नेताजी के लोक प्रियता के वजह से नेताजी को आजाद भारत में नहीं आने देने के लिए देश की जनता से बराबर झूठ बोलते रहे और नेताजी भारतीय सीमा में प्रवेश न करने पाए इसके लिए तमाम खड़यंत्र तत्कालीन केंद्र सरकार ने रचा दिनांक 31 मार्च 1999 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर ने कॉमनवेल्थ सम्मेलन में बताया के नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक युद्ध अपराधी हैं तथा हम उनका नाम युद्ध अपराधी सूची से नहीं हटा सकते बावजूद इसके भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ऊपर लगाए गए युद्ध अपराधी के आरोप को हटाने का कोई प्रयास नहीं किया सभा को होरी लाल चौहान प्यारेलाल गिरधारी प्रसाद मोतीलाल शिवकुमार डॉ महेंद्र प्रताप सिंह सहित तमाम लोगों ने संबोधित किया