अंकिता खत्री के दूसरे काव्य संग्रह “कोरोना काल की मेरी नादानियाँ” का हुआ लोकार्पण

पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी।अंकिता खत्री के दूसरे काव्य संग्रह “कोरोना काल की मेरी नादानियाँ” का लोकार्पण मेजर जनरल गगनदीप बक्शी जी के हाथों उनके गुरुग्राम स्थित आवास पर संपन्न हुआ। मुंबई से विशिष्ट उपस्तिथि प्रख्यात म्यूजिक डायरेक्टर श्री राजीव महावीर ने शिरकत की।
कोरोना काल मे लिखी गई 60 रचनाओं के इस संग्रह की जी डी बक्शी सर ने प्रशंसा करते हुए निरंतर लिखते रहने का आशीर्वाद दिया। बनारस की परंपरा के अनुसार पिलग्रिम्स बुक हाउस के प्रकाशक रामानंद तिवारी ने माल्यार्पण कर अंगवस्त्र से दोनों विशिषजनों को सुशोभित किया। अंकिता खत्री की काव्य पुस्तकें शब्द चित्र प्रस्तुत करती हैं जिनमे हर कविता के साथ उसी भाव में रचनाकार का विश्व प्रसिद्ध फोटोग्राफर मनीष खत्री द्वारा लिया गया चित्र देखने को मिलता है। यह अनूठा संयोजन इन संग्रहों को एक अलग पहचान देता है। हिंदी , उर्दू , और कहीं कहीं अंग्रेज़ी के सरल शब्दों में भावप्रधान रचनाएं जन सामान्य के साथ नई पीढ़ी को भी बहुत पसंद आ रही हैं।
अंकिता खत्री ने बताया कि “जो रचता है वो बचता है” के मूल मंत्र से प्रेरणा पाकर इस 7 माह के कोरोना काल में वो रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रही जिसका परिणाम है ये नया संग्रह। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के संदेश के साथ पदमश्री गुरु पंडित राजेश्वर आचार्य ने प्रस्तावना लिखी है। लोकार्पण समारोह का लाइव प्रसारण फेसबुक के माध्यम से किया गया जिसे पूरी दुनिया के लोगों ने देखा और शुभकामना संदेश भेजे।

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