बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से आपूर्ति ठप्प जनजीवन अस्त व्यस्त
चोपन/सोनभद्र(अरविन्द दुबे)यूपी सरकार द्वारा उर्जा के क्षेत्र में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को निजी हाथों में सौपे जाने के निर्णय से आक्रोशित बिजली कर्मचारियों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है बिजली कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन के लिए कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है कार्य बहिष्कार होने से चोपन सबस्टेशन से लगायत चोपन नगर, सिन्दुरिया,चोपन गांव ,बर्दिया , बड़गावा,चतरवार आदि क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है। विद्युत ना रहने के कारण शहरी क्षेत्रों समेत ग्रामीणों में आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा लोगों के खेतों में सिंचाई कार्य जहां पूर्ण रूप से बाधित हो गया वही घरों में पानी के लिए घरेलू काम पूर्ण रूप से प्रभावित हो गए बिजली पर आभा आधारित आटा चक्की तेल पेरने की मशीन खराद मशीन सहित वेल्डिंग की दुकानें भी पूरी तरह से दिन भर बंद रही जिससे आम जनमानस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा विद्युत परियोजना के अलावा पीसीएल के कर्मचारियों ने लामबंद होकर कार्य बहिष्कार कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की बिजली कर्मचारियों का कहना है कि निजीकरण से सभी का नुकसान होगा और विद्युत व्यवस्था चरमरा जायेगी किसान से लेकर आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को यूपी सरकार द्वारा निजीकरण करने फैसले से आक्रोशित बिजली कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर अपना आक्रोश जताया बिजली कर्मचारियों ने के एकता दिखाते हुए सरकार से मांग किया कि निजीकरण का फैसला तत्काल वापस लिया जाए।
विद्युत कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार को देखते हुए जिला प्रशासन ने कंट्रोल रूम बनाने के साथ ही जगह जगह पुलिस फ़ोर्स तैनात किया है । बिजली कर्मचारी सयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले कार्य बहिष्कार कर रहे विद्युत कर्मचारियों का कहना है कि सरकार निजीकरण के फैसले को वापस ले और सयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से बात करे विद्युत घाटे को सुधारने के लिए रूप रेखा तैयार करे सरकार ही विद्युत को घाटे में ले गई है कई सरकारी संस्थानो के करोड़ो रुपए बिजली बिल बकाया है।। इस दौरान चोपन अवर अभियंता ब्रम्हदत्त पटेल ने कहा कि हमारी मांगो को पूरा होने तक यह आंदोलन चलता रहेगा इस दौरान जिस फीडर या पैनल की आपूर्ति संचालित हो रही उसे अवरुद्ध नही किया जाएगा किन्तु किसी भी प्रकार के खराबी को ठीक नही किया जाएगा जो फीडर फाल्ट होने के कारण सप्लाई पूर्ति नही हो रही यह स्थिति आंदोलन चलने तक चलती रहेगी जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी इस सरकार की होगी।