समरलोटवा व सेंदूरटीका व ठुरुक्की नदी में वर्षों से चल रहा खनन वन प्रशासन मौन।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

क्षेत्र के सेंदूर टीका व समरलोटवा नदी पर मंडराया संकट।

प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर बालू-बोल्डरों का हो रहा अवैध खनन।

बभनी।म्योरपुर विकास खंड के सेंदुर ग्राम पंचायत में स्थित जहां दिन-रात ट्रैक्टर व जेसीबी से अवैध खनन का कारोबार वर्षों से चलता आ रहा है जहां ग्रामीणों के द्वारा कई बार विरोध किए जाने के बाद भी ग्राम प्रधान श्यामलाल खनन कराने से पीछे नहीं हट रहे हैं पांच साल के अपने कार्यकाल के दौरान नदी का नजारा ही बदल दिया जहां रातभर ट्रैक्टर व जेसीबी की गड़गड़ाहट सुनाई देती है परंतु इस बात को लेकर ग्रामीणों ने कई बार इसकी सूचना पूर्व में लगातार वन विभाग को भी देती आई है परंतु जरहां वन क्षेत्र के वनकर्मियों के द्वारा मामले को नजरंदाज कर दिया जाता है बताते चलें कि इस नदी की स्थिति पहले ग्रामीणों के लिए पिकनिक मनाने का पर्यटन स्थल केंद्र भी था गांव में स्थित सेंदूरटीका नदी में भी खनन जोरों पर चल रहा है जहां सेंदूर टीका नदी जो क्षेत्र का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल है। वहां नदी में बालू पत्थरों व वादियों को दखने के लिए ठंडी के महीने में लोग पिकनिक मनाने के लिए आते हैं परंतु नदियों की

सुंदरता से छेड़छाड़ कर ग्राम प्रधान केवल बालू बोडर का व्यापार कर अपनी जेब भारी करने में लगे हुए हैं और ठुरुक्की नदी सड़क के किनारे है जो जो नदी में हरियाली व सुंदरता से परिपूर्ण थी आज वही नदी विरान हो चुकी है जो क्षेत्र में लोगों के अंदर चिंता का विषय बना हुआ है इतना ही नहीं बल्कि समरलोटवा नदी में पहाड़ी पर दिन-रात जेसीबी व ट्रैक्टर बेखौफ होकर चलते हैं जहां पत्थरों का खनन कर बेंच दिया जा रहा है और मिट्टी भी ऊंचे दामों में बेंच दी जा रही है पहाड़ी पर लगे सैकड़ों पौधे तैयार होने से पहले ही नष्ट कर दिए जा रहे हैं इन नदियों की पूरी तरह तस्वीर ही सुंदरता से छीनकर गड्ढों में तब्दील कर दी जा रही हैं।

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