छत्तीसगढ़ का कश्मीर को पर्यटन मानचित्र में जोड़ने व रोप-वे की स्वीकृति के लिए सांसद ने लिखा पत्र

राजेन्द्र जायसवाल की रिपोर्ट

कोरबा।कोरबा संसदीय क्षेत्र अंतर्गत छत्तीसगढ़ का कश्मीर के नाम से विख्यात महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल चैतुरगढ़ को पर्यटन के मानचित्र में जोड़ने एवं श्रद्धालुओं व सैलानियों के लिए रोप-वे की स्वीकृति हेतु सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत ने पत्र लिखा है। प्रदेश के धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व एवं पर्यटन विभाग मंत्री ताम्रध्वज साहू को लिखे पत्र में सांसद ने कहा है कि चैतुरगढ़ मैकल पर्वत श्रेणी में स्थित है। छत्तीसगढ़ के 36 किलों में शामिल राजा पृथ्वीदेव प्रथम द्वारा निर्मित लाफागढ़ का किला तथा किले के अंदर आस्था एवं श्रद्धा का प्रतीक मां महिषासुर मर्दिनी देवी का मंदिर दर्शनार्थियों एवं सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उक्त स्थल पर निर्मित शंकर गुफा एवं नैसर्गिक सुंदरता सैलानियों को रोमांचित करती है। पर्यटन की मूलभूत सुविधाओं के अभाव में दर्शनार्थियों एवं सैलानियों को उक्त स्थल तक पहुंचने विभिन्न कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। सांसद ने चैतुरगढ़ को पर्यटन स्थल घोषित कर रोप-वे एवं अन्य प्रासंगिक विकास हेतु आवश्यक निर्देश प्रसारित करने का आग्रह मंत्री ताम्रध्वज साहू से किया है।
———

Translate »