*पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
आगामी एक सप्ताह के अंदर सर्दी, जुकाम, खांसी और सांस लेने में कठिनाई के साथ ही साथ गंभीर बीमारियों के मरीज खोजे जाएं, कराई जाए सैंपलिंग और परिणाम प्राप्त होते ही इलाज की मुकम्मल व्यवस्था की जाए – जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा*
*सर्विलान्स, पॉज़िटिव मरीज पाये जाने पर कोंट्रेक्ट ट्रेसिंग, रैपिड रिस्पोंस तथा सैंपलिंग कार्यों में किसी भी स्तर पर पायी गयी शिथिलता और लापरवाही के लिए महामारी अधिनियम के तहत होगी ठोस कार्यवाही – जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा
वाराणसी, 06 अगस्त 2020
*जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा के निर्देशन में विगत 16 जुलाई से विशेष सर्विलान्स अभियान चलाया जा रहा है। अभियान में सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन (सारी) और इंफ्लुएंजा लाइक इन्फेक्शन (आईएलआई) के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित करके सैंपलिंग करने और जल्द से जल्द उपचार पर रखने पर बल दिया है।* जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य प्रमुख रूप से चार केटेगरी पहला ‘सारी’ यानि सांस लेने में कठिनाई वाले व्यक्तियों, दूसरा ‘आईएलआई’ यानि सर्दी, खांसी, जुकाम के व्यक्तियों, तीसरा गंभीर बीमारियों जैसे डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, कैंसर, टीबी आदि से ग्रसित व्यक्तियों और चौथा 14 दिन के अंदर किसी कोरोना पॉज़िटिव मरीज के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को चिन्हित करने, तत्पश्चात उनकी सैंपलिंग करने और जल्द से जल्द उनका इलाज शुरू करने पर केन्द्रित है। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी एक सप्ताह में चारों केटेगरी के मरीजों को खोजने का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए और तत्पश्चात सभी सैंपलिंग की जाए और परिणाम प्राप्त होने के तुरंत बाद उपचार की मुकम्मल व्यवस्था की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना से जंग जीतने का यही एक तरीका है कि जल्द से जल्द सर्दी, जुकाम, खांसी और सांस लेने में कठिनाई के साथ ही साथ गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को खोजकर और सभी की जांच कराकर पॉज़िटिव पाये गए मरीजों के उपचार की व्यवस्था समय से सुनिश्चित की जाये जिससे जनपद में शीघ्र-अतिशीघ्र कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किया जा सके।
*जिलाधिकारी* ने कहा कि यदि किसी भी स्तर पर शिथिलता या लापरवाही पायी जाती है और ऐसे पॉज़िटिव व्यक्ति पाये जाते हैं जिनके घर में पूर्व में सर्विलान्स टीमों द्वारा संपर्क नहीं किया गया है अथवा सर्विलान्स में घर-घर संपर्क के दौरान लक्षणयुक्त पाये गए हैं और उनकी सैंपलिंग नहीं कराई गयी है तो संबन्धित क्षेत्र की टीमों के साथ ही साथ संबन्धित सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक/प्रभारी पर महामारी अभिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।
*जिलाधिकारी* ने सर्विलान्स टीमों, रैपिड रिस्पोंस टीमों तथा सैंपलिंग टीमों द्वारा किए जा रहे कार्यों की डाटा फीडिंग समय से न करने पर संबन्धित डाटा एंट्री ओपरेटरों के विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही करने की चेतवानी दिया।
*मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह* ने बताया कि 16 जुलाई से संचालित अभियान में ग्रामीण क्षेत्र में कुल 782 और शहरी क्षेत्र में कुल 200 टीमें लगी हुईं हैं। इस तरह से पूरे जनपद में कुल 982 टीमें कार्य कर रही हैं। उन्होने बताया कि अभियान के तहत अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षणयुक्त पाये गए व्यक्तियों की संख्या 2,358 है और इस दौरान सर्वेक्षित किए गए व्यक्तियों की संख्या 24.87 लाख (24,87,250) और भ्रमण किए गए आवासों की संख्या 5.21 लाख (5,21,446) है। वहीं शहरी क्षेत्रों में लक्षणयुक्त पाये गए व्यक्तियों की संख्या 1,166 है और इस दौरान सर्वेक्षित किए गए व्यक्तियों की संख्या 6.69 लाख (6,69,597) और भ्रमण किए गए आवासों की संख्या 1.52 लाख (1,52,373) है। इस तरह से सर्विलान्स टीमों के द्वारा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में अभी तक कुल 3,524 लक्षणयुक्त व्यक्तियों को चिन्हित किया जा चुका है जिनका दैनिक आधार पर सैंपलिंग भी कराया जा रहा है।