जंगल उजाड़ बुझाई जा रही “धन की प्यास”, प्रशासन मौन

– रेणुकूट के बाद अब आेबरा के अगोरी इलाके में अवैध कटान का मामला
– वायरल वीडियो में सौ रुपये लेता हुआ दिख रहा है वनकर्मी
– अवैध कब्जा कराने के लिए हर महीने कराई जाती है वसूली
सोनभद्र : जनपद के आधे से अधिक हिस्से में जंगल है।

इसमें तमाम ऐसे पेड़ हैं जो बेहत कीमती हैं। इसमें बहुत से ऐसे भी हैं जो औषधीय गुणों से संपन्न हैं। बाजार में इनकी ज्यादा कीमत मिलने के कारण वन विभाग से लेकर तस्करों की निगाहें गड़ी रहती हैं। अभी हाल के दिनों में वनों से लकड़ियों की कटाई के रोज ही मामले प्रकाश में आ रहे हैं। कार्रवाई नाममात्र है।

कटाई रोज हो रही है। मतलब साफ है कि लाखों के वारे-न्यारे में पर्यावरण के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
रेणुकूट वन प्रभाग के विंढमगंज रेंज में सागौन, साखू, हल्दू जैसे वृक्षों की अवैध कटान का मामला आया तो अधिकारियों ने जांच की। बाद में पता चला कि अवैध तरीके से कब्जा करके खेती भी की जा रही है। इस पर कार्रवाई की तैयारी अभी वन विभाग कर ही रहा है कि ताजा मामला ओबरा वन प्रभाग के अगोरी इलाके का आया है। कुछ महीने पुरानी एक वीडियो वायरल हो रही है। वायरल वीडियो पर गौर करें तो एक वन कर्मी इलाके में भ्रमण पर निकला है। जहां-जहां जंगल की कटान है और लोगों ने अवैध तरीके से कब्जा किया है उनसे वसूली की जा रही है। वीडियो में एक व्यक्ति द्वारा सौ रुपये का नोट देते हुए भी दिखाया गया है। उसी वीडियो में कुछ अवैध कच्चे घर और अवैध कटान भी नजर आई। हालांकि इस वीडियो की सत्यता अभी वन विभाग को भी पता नहीं है। अब वीडियो चाहे जब की भी हो, लेकिन इतना तो तय है कि तथाकथित वन कर्मियों की लापरवाही व उनकी संलिप्तता के कारण जंगलों के अस्तित्व पर संकट है।

बोले अधिकरी….
फिलहाल मेरे संज्ञान में ऐसी किसी वीडियो की जानकारी नहीं है। अगोरी इलाके में अवैध कटान या अवैध कब्जे की भी सूचना नहीं है। अगर ऐसा मामला कहीं से आता है तो इसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अवैध तरीके से कटान या अवैध कब्जा कतई नहीं होने दिया जाएगा।
– प्रखर मिश्रा, प्रभागीय वनाधिकारी-ओबरा

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