एनजीटी के रोक के बावजूद पागन नदी मे अवैध खनन ।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

पांगन नदी से बालू निकल कर किया जा रहा हैं भण्डारण।

विभाग की मिली भगत से करोड़ का राजस्व की क्षति।

पुलिसिया परमिट पर पास कराई जा रही ओवरलोड वाहनें।

बभनी। थाना क्षेत्र में स्थित पांगन नदी मे एनजीटी के रोक के बावजूद बालू का अवैध खनन बैखौफ जारी है ।रात मे जेसीबी व पोकलेन से बालू निकाल कर बडे पैमाने पर भण्डारण व परिवहन किया जाता हैं । बताते चले की जुलाई से लेकर सितंबर माह तक नदी से बालु निकलने पर रोक हैं उसके बाद भी अवैध खनन करता विभाग से सांठगांठ बनाकर धडल्ले से बालू निकाल रहे ।और परिवहन भी कर रहे है।जिससे नदियों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है ।बालू माफिया प्रतदिन सैकड़ों ट्रक बालू दुसरे जिले मे बेच कर मोटी रकम कमा रहे हैं तथा राजस्व को भारी चप्पल लगा रहे हैं।
विभाग के आला अधिकारी को इस कारनामे की जानकारी न हो इस पर लोगो को संदेह हैं।क्योंकि ओवर लोड वाहन जिला मुख्यालय से होकर ही दुसरे जनपदो मे जाते हैं. स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली भी संदेहास्पद हैं ।वन विभाग भी इस कार्य मे संलिप्त हैं। ग्रमीणों के विरोध करने पर खननकर्ताओं के गुर्गे लाठी डंडे व अन्य हथियारों के साथ लैस ग्रामीणों से मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। पांगन नदी में अवैध खनन पर अंकुश न लग पाने के कारण बालू

माफियाओं का हौसला बुलंद होता रहता है जिससे नशे में धुत युवक उच्चाधिकारियों समेत जिलाधिकारी को भी गाली गलौज करते मिलते हैं उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ सीमा को जोड़ने वाली पांगन नदी से सैकड़ों वाहनों के गुजरने से सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं जिससे स्थानीय लोगों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें छाई हुई हैं। ग्रामीण जीरमन, सुरेश, रामप्रसाद, बासुदेव, बद्रीनरायन, महेन्द्र आदि ने जिलाधिकारी से मांग की हैं मामले को संग्यान मे लेकर आवश्यक कार्यवाही करे।

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