सोनभद्र। आज 26 जुलाई 2020 को भारतीय युवा कांग्रेस सोनभद्र के कार्यकर्ताओं ने युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे (आशु )के नेतृत्व में राबर्ट्सगंज चाचा नेहरू पार्क में मोमबत्ती जलाकर फूल चढ़ाकर कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर शहीदों /सपूतों को याद किया एवं उनका नमन किया ।
संगठन के जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे (आशु )ने कहा कि 26 जुलाई 1999 के दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ को सफलतापूर्वक अंजाम देकर भारत भूमि को घुसपैठियों के चंगुल से मुक्त कराया था। इसी की याद में ‘26 जुलाई’ अब हर वर्ष कारगिल दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज का दिन शहीदों को याद कर उनको श्रद्धा-सुमन अर्पण करने का है जो हँसते-हँसते मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।कारगिल युद्ध जो कारगिल संघर्ष के नाम से भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में मई के महीने में कश्मीर के कारगिल जिले से प्रारंभ हुआ था। युद्ध का कारण था बड़ी संख्या में पाकिस्तानी सैनिकों का लाइन ऑफ कंट्रोल यानी भारत-पाकिस्तान की वास्तविक नियंत्रण रेखा के भीतर प्रवेश कर कई महत्वपूर्ण पहाड़ी चोटियों पर कब्जा कर लेह-लद्दाख को भारत से जोड़ने वाली सड़क का नियंत्रण हासिल कर सियाचिन-ग्लेशियर पर भारत की स्थिति को कमजोर कर हमारी राष्ट्रीय अस्मिता के लिए खतरा पैदा करना चाहते थे ,पूरे दो महीने से ज्यादा चले इस युद्ध में भारतीय थलसेना व वायुसेना ने अपनी मातृभूमि में घुसे आक्रमणकारियों को मार भगाया था।इस युद्ध में हमारे लगभग 527 से अधिक वीर योद्धा शहीद व 1300 से ज्यादा योद्धा घायल भी हुये ।आशु दुबे ने कहा कि कैप्टन विक्रम बत्रा उन बहादुरों में से एक थे, जिन्होंने एक के बाद एक कई सामरिक महत्व की चोटियों पर भीषण लड़ाई के बाद फतह हासिल की थी,कैप्टन विक्रम बत्रा के हौसले को पाकिस्तानी लड़ाकों ने उनकी बहादुरी को सलाम किया था और उन्हें ‘शेरशाह’ के नाम से नवाजा था। मोर्चे पर डटे इस बहादुर ने अकेले ही कई शत्रुओं को ढेर कर दिया। सामने से होती भीषण गोलीबारी में घायल होने वाले विक्रम बत्रा 7 जुलाई की सुबह शहीद हो गए। अमर शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा को अपने अदम्य साहस व बलिदान के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैनिक पुरस्कार ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया।
कैप्टन अनुज को मरणोपरांत भारत के दूसरे सबसे बड़े सैनिक सम्मान ‘महावीर चक्र’ से नवाजा गया। मेजर पद्मपाणि आचार्य राजपूताना राइफल्स के मेजर पद्मपाणि आचार्य भी कारगिल में दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो गए। उनके भाई भी द्रास सेक्टर में इस युद्ध में शामिल थे। उन्हें भी इस वीरता के लिए ‘महावीर चक्र’ से सम्मानित किया गया। युवा कांग्रेस के विधानसभा राबर्ट्सगंज अध्यक्ष श्रीकांत मिश्रा ने कहा कि कारगिल युद्ध में हमारे कई जांबाज जवान शहीद हुए जिसमें गम्भीर रूप से घायल होने के बावजूद मनोज अंतिम क्षण तक लड़ते रहे। भारतीय सेना की ‘साथी को पीछे ना छोडने की परम्परा’ का मरते दम तक पालन करने वाले मनोज पांडेय को उनके शौर्य व बलिदान के लिए मरणोपरांत ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया। वही कैप्टन सौरभ कालिया भारतीय वायुसेना भी इस युद्ध में जौहर दिखाने में पीछे नहीं रही, टोलोलिंग की दुर्गम पहाडियों में छिपे घुसपैठियों पर हमला करते समय वायुसेना के कई बहादुर अधिकारी व अन्य रैंक भी इस लड़ाई में दुश्मन से लोहा लेते हुए शहीद हुए। सबसे पहले कुर्बानी देने वालों में से थे कैप्टन सौरभ कालिया और उनकी पैट्रोलिंग पार्टी के जवान घोर यातनाओं के बाद भी कैप्टन कालिया ने कोई भी जानकारी दुश्मनों को नहीं दी। युवा कांग्रेस घोरावल के विधानसभा अध्यक्ष दीपक कोहली ने कहा कि आज भी भारत देश कारगिल के सहीद जवानों को भुला नहीं पाया है उसमें स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा का विमान भी दुश्मन गोलीबारी का शिकार हुआ। अजय का लड़ाकू विमान दुश्मन की गोलीबारी में नष्ट हो गया, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और पैराशूट से उतरते समय भी शत्रुओं पर गोलीबारी जारी रखी और लड़ते-लड़ते शहीद हो गए। वही फ्लाइट लेफ्टिनेंट नचिकेता इस युद्ध में पाकिस्तान द्वारा युद्धबंदी बनाए गए। वीरता और बलिदान की यह फेहरिस्त यहीं खत्म नहीं होती। भारतीय सेना के विभिन्न रैंकों के लगभग 30,000 अधिकारी व जवानों ने ऑपरेशन विजय में भाग लिया। अंत में युवा कांग्रेसी सोनभद्र जिला अध्यक्ष आशुतोष कुमार दुबे ने कहा कि कारगिल युद्ध इतिहास में अपना नाम अमर कर गया और हम सब यह जानते हैं कि कोई भी युद्ध हथियारों के बल पर नहीं लड़ा जाता है, युद्ध लड़े जाते हैं साहस, बलिदान, राष्ट्रप्रेम व कर्त्तव्य की भावना से और हमारे भारत में इन जज्बों से भरे युवाओं की कोई कमी नहीं है। मातृभूमि पर सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर बलिदानी भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, मगर इनकी यादें हमारे दिलों में हमेशा- हमेशा के लिए बसी रहेंगी । उपस्थित रहने वालों में सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर सूरज वर्मा नगर उपाध्यक्ष अरुण सोनी सोशल मीडिया नगर राबर्ट्सगंज अध्यक्ष चंद्रकांत मिश्रा उपस्थित रहे।