नई दिल्ली।देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने आज नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड लिमिटेड (एनआईआईएफएल) के माध्यम से कार्य करने वाले नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता देश में पारस्परिक हित के अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा, बिजली वितरण जैसे क्षेत्रों में निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिहाज से किया गया है।
समझौता ज्ञापन पर एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह और एनआईआईएफएल के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्री सुजॉय बोस की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर एनटीपीसी के डायरेक्टर (काॅमर्शियल) श्री ए के गुप्ता, एनआईआईएफ की एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर- डायरेक्टर इनवेस्टमेंट श्रीमती अम्बालिका बनर्जी, एनटीपीसी के डायरेक्टर (फाइनेंस) श्री ए के गौतम, एनआईआईएफ मास्टर फंड के मैनेजिंग पार्टनर श्री विनोद गिरी और दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
समझौता ज्ञापन पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्रीमती संगीता कौशिक, जीएम (बीडी-डोमेस्टिक), एनटीपीसी और श्री राजीव धर, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ आॅपरेटिंग आॅफिसर, एनआईआईएफएल ने हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से एनटीपीसी और एनआईआईएफ का लक्ष्य आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि देश में ऊर्जा के टिकाऊ और मजबूत बुनियादी ढांचे के निर्माण को और आगे बढ़ाया जा सके। इस साझेदारी का उद्देश्य एनटीपीसी की तकनीकी विशेषज्ञता और एनआईआईएफ की पूंजी जुटाने की क्षमता और प्रमुख कंपनियों के साथ अपने मौजूदा संबंधों का लाभ उठाते हुए कर वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं का इस्तेमाल करने की क्षमता को एक साथ लाना है।
62110 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 70 बिजली स्टेशन हैं, जिनमें 24 कोयला, 7 कंबाइंड साइकल गैस/लिक्विड फ्यूल, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरण और 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन हैं।
एनटीपीसी का लक्ष्य 2032 तक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से अपनी कुल बिजली उत्पादन क्षमता को लगभग 30 गीगावॉट तक हासिल करना है।
एनआईआईएफ लिमिटेड अपने तीन फंड्स के माध्यम से 4.3 बिलियन डाॅलर से अधिक की इक्विटी पूंजी प्रतिबद्धताओं का प्रबंधन करता है। ये फंड हैं – मास्टर फंड, फंड ऑफ फंड्स और स्ट्रेटेजिक अपाॅच्र्यूनिटीज फंड, प्रत्येक फंड अपनी अलग निवेश रणनीति के साथ है। एनआईआईएफएल अंतरराष्ट्रीय और भारतीय निवेशकों के लिए एक सहयोगी निवेश मंच है, जिसे भारत सरकार का सहयोग प्राप्त है। एनआईआईएफएल अपने निवेशकों के लिए आकर्षक जोखिम-समायोजित रिटर्न उत्पन्न करने के उद्देश्य से भारत में बुनियादी ढांचा, निजी इक्विटी और अन्य विविध क्षेत्रों जैसे परिसंपत्ति वर्गों में निवेश करता है। एनआईआईएफ मास्टर फंड देश का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर फंड है और ट्रांसपोर्टेशन और एनर्जी जैसे मुख्य इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश करता है।