सोनभद्र।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा संचालित उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विकासखंड चोपन के विभिन्न गांव में वृहद वृक्षारोपण का कार्य किया गया।
स्वयं सहायता समूह की प्रत्येक सदस्य द्वारा दो दो पौधे को लगाया गया, कार्यक्रम की शुरुआत विकास खण्ड चोपन के ए डी अो (आई एस बी) राजेस सिंह अौर मिशन प्रबंधक रोहित मिश्रा ने समूह की महिला के साथ वृक्षारोपण कर शुरुआत की। ए डी अो (आई एस बी) ने बताया की वृक्षारोपण का शाब्दिक अर्थ है। वृक्ष लगाकर उन्हें उगाना इसका प्रयोजन करना है। प्रकृति के संतुलन को बनाए रखना। मानव के जीवन को सुखी, सम्रद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना विशेष महत्व है। मानव सभ्यता का उदय तथा इसका आरंभिक आश्रय भी प्रकृति अर्थात वन व्रक्ष ही रहे हैं। मानव को प्रारम्भ से प्रकृति द्वारा जो कुछ प्राप्त होता रहा है। उसे निरन्तर प्राप्त करते रहने के लिए वृक्षारोपण अती आवश्यक है। मिशन प्रबंधक ने समूह की महिलाओं को बताया की पेड़ लगाओ – पेड़ बचाओ, इस दुनिया को सुंदर बनाओ पर्यावरण, पर हमारा जीवन पूरी तरह निर्भर है, क्योंकि एक स्वच्छ वातावारण से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होता है। पर्यावरण, जीवन जीने के लिए उपयोगी वो सारी चीजें हमें उपहार के रुप में उपलब्ध करवाता है।
पर्यावरण से ही हमें शुद्ध जल, शुद्ध वायु, शुद्ध भोजन,प्राकृतिक वनस्पतियां आदि प्राप्त होती हैं। लेकिन इसके विपरीत आज लोग अपने स्वार्थ और चंद लालच के लिए जंगलों का दोहन कर रहे हैं, पेड़-पौधे की कटाई कर रहे हैं, साथ ही भौतिक सुख की प्राप्ति हुए प्राकृतिक संसाधनों का हनन कर प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसका असर हमारे पर्यावरण पर पड़ा रहा है।
पेड़ लगाओ – पेड़ बचाओ, इस दुनिया को सुंदर बनाओ।