एनटीपीसी ने लकडाउन में  19,000 कर्मचारियों और उनके परिजनों के लिए सीखने और विकास करने के अवसर जुटाए।

आर्ट ऑफ लिविंग’ के सहयोग से एक समग्र कल्याण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है।

संजय द्विवेदी

नई दिल्ली।देश के सबसे बड़े बिजली उत्पादक एनटीपीसी ने अपने 19,000 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को सीखने के अनेक नए अवसर प्रदान किए हैं। उक्त आशय की जानकारी देते हुये एनटीपीसी सिगरौली के प्रबंधक मानव संसाधन एवं जनसंपर्क विभाग आदेश पांडेय ने बताया कि कोविड- 19 महामारी के कारण लगाए गए लकडाउन से संबंधित शर्तों को पूरा करते हुए एनटीपीसी लर्निंग एंड डेवलपमेंट रणनीति को गहन डिजिटलीकरण और अनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसकी सहायता से कर्मचारियों को और समृद्ध किया जा सके और वे इन सेवाओं को कहीं से भी हासिल कर सकें।इसके अलावा, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक कड़े अनलाइन तकनीकी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका देने के लिए विश्व बैंक के साथ सहयोग किया है। इस तरह कर्मचारी आभासी कक्षाओं में भाग ले सकेंगे, असेसमेंट दे सकेंगे और फिर प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे।एनटीपीसी के अपेक्स एल एंड डी सेंटर पावर मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट ने तकनीकी, कार्यात्मक, स्वास्थ्य और सुरक्षा से लेकर विभिन्न विषयों में 250 से अधिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए हैं। इसके अलावा, पावर प्लांट परियोजनाओं में स्थित एनटीपीसी के क्षेत्रीय अध्ययन और विकास केंद्रों ने लगभग 100 से अधिक अनलाइन सीखने के अवसर पैदा किए हैं।एनटीपीसी निरंतर लर्निंग सत्रों के माध्यम से अपने कर्मचारियों को सीखने की ओर प्रेरित करने का प्रयास करता रहा है और ऐसी लर्निंग प्रणालियों को अपनाता रहा है, जिनकी सहायता से विशिष्ट परिस्थितियों के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। कंपनी का मानना है कि संकट के दौर में भी अपने कौल को बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसलिए कंपनी ने एक और अनोखा कदम उठाते हुए ‘45-डे लर्निंग चैलेंज‘ के लिए साझेदारी की है, ताकि अपने कर्मचारियों को तकनीकी, वित्त और मानव संसाधन जैसे विभिन्न विषयों के बारे में 45 दिनों के दौरान पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जा सके। यह प्रक्रिया कर्मचारी अपने घर से पूरी करते हैं और इसके बाद प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं।अत्याधुनिक सत्र प्रदान करने वाली बाहरी एजेंसियों के साथ भी कंपनी ने सहयोग किया है और ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के सहयोग से एक समग्र कल्याण कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है। सभी उम्र के कर्मचारी और परिवार के सदस्य इसमें भाग ले सकते हैं, जिससे वर्तमान मुकिल हालात में उन्हें मजबूत और केंद्रित रहने में मदद मिल सके। इसी तरह, कर्मचारी सहायता कार्यक्रम- ईएपी के माध्यम से परामर्श सेवाओं के आधार पर एक विशेष छह महीने की पहल, ‘स्नेहल 2.0’ को कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के लिए विस्तारित किया गया है। चौबीसों घंटे उपलब्ध ईएपी सेवा गोपनीय है और केवल चुनिंदा उपयोगकर्ताओं को ही उपलब्ध कराई जाती है।इसी तरह, पावर प्लांट से संबंधित अनिवार्य उपकरण जैसे टर्बाइन, बयलर, वाटर केमिस्ट्री, रिन्यूएबल एनर्जी और अन्य महत्वपूर्ण ओ एंड एम (अपरेशंस एंड मेंटेनेंस) क्षेत्रों में इन-हाउस के साथ-साथ गेस्ट फैकल्टीज की सहायता से भी कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। नई शिक्षण पद्धतियों में अनलाइन फोरम, वेबिनार, आंतरिक रूप से विकसित मोबाइल एप्लिकेशन ‘सम्वाद‘ के साथ-साथ इंटरनेट और इसके आंतरिक शिक्षण पोर्टल का लाभ उठाना शामिल है।

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