जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से साप्ताहिक राशिफल…..

धर्म डेक्स। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से साप्ताहिक राशिफल…..

मेष का साप्ताहिक राशिफल…..
(1 जून से 7 जून)


इस सप्ताह चन्द्रमा आपके षष्टम भाव में होंगे और फिर सप्तम, अष्टम और नवम भाव में गोचर करेंगे। सप्ताह की शुरुआत में चन्द्रमा आपकी राशि के, षष्टम भाव में विराजमान होंगे। काल पुरुष की कुंडली में, ये भाव बीमारी, विरोधी, वाद विवाद, कोर्ट कचहरी, कर्जा, बैंक लोन, संघर्ष, प्रतियोगिता, प्रतियोगी परीक्षाएं, चुनाव, वकालत को दर्शाता है। ऐसे में चंद्र के इस भाव में मौजूद होने पर, आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी, जिससे आप अपने विरोधियों पर हावी रहेंगे। कार्यस्थल पर आपके काम की वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा, सराहना की जाएंगे। वो जातक जो, नई नौकरी की तलाश में थे, उनकी ये तलाश इस सप्ताह की शुरुआत में पूरी होगी। साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी, चंद्र देव अच्छे फल देने का कार्य करेंगे। इसके बाद, सप्ताह के मध्य में जब चंद्र आपकी राशि के सप्तम भाव में विराजमान होंगे, तब जीवन में खुशहाली देखी जाएगी। क्योंकि ये भाव विवाह, वैवाहिक जीवन, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, व्यावसायिक साझेदारी, लंबे चलने वाले रिश्ते के बारे में बताता है। इसलिए आपकी मां के साथ आपके संबंधों में मिठास आएगी। साथ ही प्रेम एवं वैवाहिक जीवन में भी, आपको साथी का सहयोग और प्रेम प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में आपकी उन्नति होगी। चूँकि इस दौरान शनि की दृष्टि चन्द्रमा पर भी होगी, इसलिए आप इस समय, छोटी-छोटी बातों पर जल्दी ही नाराज़ होते दिखाई देंगे। जिससे निजी एवं आपके पेशेवर जीवन में, आपको कुछ कष्ट उठाना पड़ सकता है। इसके बाद चंद्र अपना गोचर करते हुए, आपकी राशि के अष्टम भाव में विराजमान हो जाएंगे। ये भाव आयु का भाव होता है, जिससे हम लंबी बीमारी, अचानक से धन हानि लाभ, मानसिक तनाव, बड़े परिवर्तनों को देखते हैं। ऐसे में इस समयावधि पर, आपको अपने जीवन में कुछ बाधाओं से दो-चार होना पड़ सकता है, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। आपको इस समय अनिंद्रा की समस्या भी, परेशान कर सकती है, और इस कारण आपका स्वास्थ्य जीवन भी, ख़ासा प्रभावित दिखाई देगा। इसलिए जितना संभव हो, खुद को शांत और तनाव मुक्त रखते हुए, अपनी मेहनत करते रहें। साथ ही रोज़ाना 7-8 घंटों की नींद भी ज़रूर लें। इससे आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यदि आप घर के मरम्मत या उसके संशोधन का प्लान कर रहे हैं तो, अभी उसे टालना ही आपके लिए बेहतर रहेगा, अन्यथा आपकी उर्जा और धन की हानि संभव है। इसके बाद फिर सप्ताह के अंत में, चन्द्रमा चंद्र आपके नवम भाव में प्रस्थान करेंगे, जो गुरु तथा गुरु समान व्यक्ति, धार्मिक कार्य-कलाप, लंबी यात्राएं, नौकरी में तबादले, भाग्योदय का भाव होता है। ऐसे में इस दौरान, मेष राशि के जातकों को मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। कार्यक्षेत्र पर आपको पदोन्नति और तरक्की करने के कई अवसर मिलेंगे। आपका रुझान इस समय धार्मिक एवं अध्यात्मकता की ओर अधिक लगेगा। इस कारण आप किसी धार्मिक स्थल की, यात्रा करने का प्लान भी कर सकते हैं। हालांकि माता-पिता से आपका अपने विचारों को लेकर मतभेद साफ़ दिखाई देगा। खासतौर से मां से आपका विवाद संभव है, जिससे पारिवारिक वातावरण भी खराब होगा। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि, परिवार में माता-पिता से बातचीत करते समय शांत रहें, अन्यथा विवाद जैसी स्थिति उत्पन्न होती रहेगी। उपाय: रात को सोने से पहले दूध में हल्दी मिलाकर पीना, आपके लिए उत्तम रहेगा।
वृष का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके पंचम भाव में होंगे और फिर षष्टम, सप्तम और अष्टम भाव में गोचर करेंगे। सप्ताह की शुरुआत में, जिस वक्त चन्द्र आपकी राशि के पंचम भाव में विराजमान होंगे, उस समय आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। क्योंकि ये भाव आपके पूर्व जन्म, प्रेम सम्बन्ध, आपकी बुद्धि, आपकी संतान, आपके रुझान, कलात्मकता का भाव होता है। और इस समय आपके पंचम भाव के स्वामी बुध देव भी मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में इनके परिणामस्वरूप आपको अपने कार्यक्षेत्र में, आगे बढ़ने के कई अवसर प्राप्त होंगे। इससे आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करके, अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए, अपने धन को संचय करने में भी सफल होंगे। नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी, यह समय उत्तम रहेगा। आपके निजी जीवन को देखें तो, आपको इस दौरान अपने परिवार का भरपूर साथ मिलेगा। साथ ही आपके भाई-बहन भी, आपका सहयोग करते दिखाई देंगे। हालांकि दांपत्य जीवन में, संतान पक्ष की सेहत आपके तनाव में वृद्धि कर सकती है। इसके बाद चन्द्रमा, आपकी राशि के षष्ठम भाव में विराजमान हो जाएंगे, जिससे बीमारी, विरोधी, वाद विवाद, कोर्ट कचहरी, कर्जा, बैंक लोन, संघर्ष, प्रतियोगिता, प्रतियोगी परीक्षाएं, चुनाव, कोर्ट-कचहरी का ज्ञात होता है। ऐसे में आप इस समय, उन्नति करेंगे। चंद्रमा की इस स्थिति के चलते, आप हर कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए, हर संभव प्रयास करते भी दिखाई देंगे, जिसे देख आपको अपने कार्यक्षेत्र में, बड़े स्तर पर सफलता और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। यदि पूर्व का कोई मामला कोर्ट-कचहरी में निलंबित पड़ा था तो, इस समय उसका फैसला आपके पक्ष में आने की संभावना अधिक रहेगी। आप इस समय अपने किसी पुराने कर्ज को भी उतारने में सफल होंगे। हालांकि इस समय भी आपको खांसी-जुखाम के कारण, अपनी सेहत से जुड़ी कुछ तकलीफ़ लगी रहेंगी। इसके बाद सप्ताह के मध्य में, चन्द्र आपके सप्तम भाव की ओर प्रस्थान करेंगे, जिससे आपके विवाह, वैवाहिक जीवन, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, व्यावसायिक साझेदारी, लंबे चलने वाले रिश्ते के बारे में पता चलता है। इस दौरान व्यवसाय करने वाले जातकों को, बिज़नेस साझेदार संग अपने रिश्तों में विश्वास की कमी खलेगी। इसलिए आपको समय-समय पर, उनके साथ सही संवाद करते रहने की जरूरत होगी, ताकि आप दोनों व्यवसाय को सही तरीके से चलाने में सफल हो। यात्रा करने से इस समय बचना होगा, अन्यथा आपको हानि संभव है। फिर अंत में, चन्द्र आपकी राशि के अष्टम भाव में गोचर करेंगे, जो आपका आयु का भाव होता है, और इससे लंबी बीमारी, अचानक से धन हानि लाभ, मानसिक तनाव, बड़े परिवर्तनों को देखा जाता है। इसके साथ ही, इस दौरान छाया ग्रह केतु भी आपके दूसरे भाव में युति बना रहे हैं। ऐसे में ग्रहों की इस स्थिति में, आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत होगी। विशेष तौर पर कुछ भी बोलते समय, अपने शब्दों का खास ध्यान रखें, अन्यथा उससे आप न चाहते हुए भी किसी को आघात कर सकते है। इसके चलते आपके निजी और पेशेवर दोनों ही जीवन में तनाव की वृद्धि होगी। चंद्रमा की ये स्थिति, आपके ख़र्चों में वृद्धि का मुख्य कारण बनेगी, जिससे आपकी आर्थिक तंगी संभव है। इसलिए अपने धन को सही रणनीति और सही योजना के अनुसार ही खर्च करें। उपाय: हर शुक्रवार के दिन, सफेद चीजें जैसे: चावल, गेहूं का आटा, आदि दान करें।
मिथुन का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके चतुर्थ भाव में होंगे और फिर पंचम, षष्टम और सप्तम भाव में गोचर करेंगे। सप्ताह की शुरुआत में चंद्र, आपके चतुर्थ भाव को प्रभावित करेगा, जिससे आपके समस्त सुखों के बारे में पता चलता है। साथ ही आपके मातृ सुख, सुख, उनकी स्थिति, वाहन सुख, अचल संपत्ति और पारिवारिक जीवन के बारे में भी, इसी भाव से पता चलता है। ऐसे में चंद्र की ये स्थिति आपकी मां के लिए बेहद उत्तम रहेगी। आपको उनके सहयोग से लाभ प्राप्त होगा। साथ ही उनके साथ, आपके संबंधों में मिठास देखी जाएगी। हालांकि कार्यक्षेत्र पर आपको थोड़ी बाधा महसूस हो सकती है। इसके लिए जोखिम लेने की वजह, आप अपनी नौकरी और व्यवसाय में खुद को सुरक्षित करते दिखाई देंगे, जिसके चलते आपको, जीवन में सफलता प्राप्त होने में मुश्किल महसूस हो सकती है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि, अपने सुविधा क्षेत्र से बाहर आकर जोखिम उठाए, तभी आपको कार्यक्षेत्र में उन्नति और सफलता की प्राप्ति होगी। इसके बाद, सप्ताह में मध्य में चन्द्रमा आपके पंचम और षष्ठम भाव में गोचर करेगा। जहाँ पंचाम भाव से आपके पूर्व जन्म, प्रेम सम्बन्ध, आपकी बुद्धि, आपकी संतान, आपके रुझान, कलात्मकता का पता चलता है। तो वहीं, षष्ठम भाव बीमारी, विरोधी, वाद विवाद, कोर्ट-कचहरी, कर्जा, बैंक लोन, संघर्ष, प्रतियोगिता, प्रतियोगी परीक्षाएं, चुनाव, को दर्शाता है। दांपत्य जातकों को अपने परिवार में विस्तार करने के अवसर प्राप्त होंगे। इस दौरान आपको अपने परिवार और अपने जीवनसाथी का भी भरपूर सहयोग मिलेगा। यदि आप ज़मीन या शेयर बाजार से जुड़ा कोई बड़ा निवेश, करने का सोच रहे हैं तो, उसके लिए भी समय बेहद अच्छा रहने वाला है, क्योंकि इससे आपको भविष्य में अच्छा लाभ मिलता दिखाई दे रहा है। हालांकि सप्ताह के मध्य में आपको थोड़ी परेशानी भी आने की आशंका रहेगी, क्योंकि इस समय जल्दबाजी में किया गया हर कार्य, आपको हानि पहुँचाएगा। इसलिए बेहद सोच-समझकर, सही नुकसान और मुनाफ़ा देखते हुए ही, कोई भी निर्णय ले। कार्यक्षेत्र पर आशंका है कि, आपके विरोधी आपके काम में बाधा उत्पन्न करते दिखाई देंगे, इसलिए आपको उनसे सावधान रहने की जरूरत होगी। आर्थिक जीवन में इस समय किसी भी तरह के लेन-देन से बचें, अन्यथा आपका पैसा फँस सकता है। इसके साथ ही, सप्ताह के अंत में चन्द्रमा आपकी राशि के सप्तम भाव में विराजमान हो जाएंगे, जिससे आपको कुछ परेशानी संभव है। क्योंकि सप्तम भाव विवाह, वैवाहिक जीवन, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, व्यावसायिक साझेदारी, लंबे चलने वाले रिश्ते के बारे में बताता है। इसलिए आपकी राशि के सप्तम भाव में चंद्रमा, इस समय छाया ग्रह राहु के साथ युति कर रहे हैं, जिससे आपके पूर्व की कुछ अनसुलझी परिस्थितियाँ, इस दौरान पुनः जीवित हो सकती हैं। आपका स्वभाव भी कुछ उखड़ा-उखड़ा रहेगा, और उसमें क्रोध की वृद्धि होगी। जिसके कारण, आप दूसरों से संवाद करते हुए, किसी तरह के विवाद में खुद को फँसा सकते हैं। इससे आपके और साझेदार के संबंधों में भी अनबन दिखाई देगी। ऐसे में अपनी भावनाओं को साथी के साथ, सही तरीके से व्यक्त करते हुए, अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के प्रयास करते रहें। उपाय: भगवान गणेश की उपासना के लिए नियमित रूप से “संकटनाशन गणेश स्तोत्र” का पाठ करें।
कर्क का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके तृतीय भाव में होंगे और फिर चतुर्थ, पंचम और षष्टम भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में चन्द्र आपकी राशि के तीसरे भाव में विराजमान होते हुए, उसे प्रभावित करेंगे। ये भाव प्रयासों का भाव होता है, जिससे आपके छोटे भाई-बहन, छोटी दूरी की यात्राएं, साहस और पराक्रम, मार्केटिंग आदि के बारे में जाना जा सकता है। ऐसे में चन्द्र की इस स्थिति के चलते, आपको इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा और आप अपने कार्यों को सफलता पूर्वक समय से पहले पूरा कर सकेंगे। नए कार्यों की शुरुआत के लिए भी, समय बेहद उत्तम है। आप पूर्व के अधूरे पड़े सभी कार्यों को, इस समय पूरा कर करेंगे। आपको किसी महिला से विशेष सहयोग प्राप्त होगा। ये महिला आपके परिवार की सदस्य या आपकी सहकर्मी दोनों में से, कोई भी हो सकती हैं। इसके बाद सप्ताह के मध्य में, चन्द्र आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर जाएंगे। ये भाव आपके समस्त सुखों को बताता है, इस भाव से आपकी माता का सुख, उनकी स्थिति, वाहन सुख, अचल संपत्ति और पारिवारिक जीवन के बारे में पता चलता है। इसलिए इस दौरान आपको पारिवारिक जीवन में कोई खुशख़बरी मिल सकती है। घर की मरम्मत करने का, या नई ज़मीन लेने का सोच रहे जातकों को, इस समय सफलता मिलेगी। साथ ही आप कोई नया वाहन भी खरीदने का प्लान कर सकते हैं। इस समयवधि के दौरान, आपका मुख्य रुझान शांति और संतोष प्राप्ति की ओर अधिक रहेगा। जिसकी पूर्ति के लिए आप अपना अच्छा-ख़ासा धन भी नए-नए पकवानों, मनोरंजन और लक्ज़री पर खर्च करेंगे। फिर सप्ताह के मध्य में ही, चन्द्र आपकी राशि के पंचम भाव में प्रस्थान करेंगे, जो आपके पूर्व जन्म, प्रेम सम्बन्ध, आपकी बुद्धि, आपकी संतान, आपके रुझान, कलात्मकता का भाव है। ऐसे में इस दौरान आपको अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। हालांकि इस समय आप अधिक भावुक नज़र आएँगे। जिसके परिणामस्वरूप आपके अधिकांश निर्णय आपके लिए क्या अच्छा है, इस बात की जगह केवल, इसपर ही आधारित होंगे कि, दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं। इससे आपको कई ज़रूरी निर्णय लेने में बाधा भी महसूस होगी, और आशंका है कि इस कारण आपको धन हानि भी हो। चन्द्र की ये स्थिति, आपके रिश्तों में भी उतार-चढ़ाव लेकर आएगी। इसके बाद सप्ताह में अंत में, गोचरीय गति आरंभ करते हुए चन्द्र आपके षष्ठम भाव में विराजमान होंगे। काल पुरुष की कुंडली में ये भाव, बीमारी, विरोधी, वाद विवाद, कोर्ट कचहरी, कर्जा, बैंक लोन, संघर्ष, प्रतियोगिता, प्रतियोगी परीक्षाएं, चुनाव, वकालत का भाव कहलाता है। ऐसे में चन्द्र की ये स्थिति, आपके लिए सबसे ज्यादा अच्छी रहने वाली है, क्योंकि इस समय आप अपने सभी शत्रुओं पर विजय पाने में सफल होंगे। कार्यक्षेत्र पर आप पहले से अधिक, मेहनत और लगन के साथ अपने हर काम करते दिखाई देंगे। जिसे देख आपके सहकर्मी और वरिष्ठ अधिकारी आप से खुश होंगे। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को भी, चन्द्र देव परीक्षा में इच्छा अनुसार अंक देकर ख़ुशी देने का कार्य करेंगे। उपाय: रोज़ाना सूर्योदय के समय, शिव चालीस का पाठ करें।
सिंह का साप्ताहिक राशिफल…….

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके द्वितीय भाव में होंगे और फिर तृतीय, चतुर्थ और पंचम भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में चन्द्रमा का गोचर दूसरे भाव में होगा, जो आपके कुटुंब का भाव है। इससे आपके धन संचय, आपकी वाणी और बोलने का तरीका, उत्तम खान पान आदि के बारे में पता चलता है। ऐसे में आपको इस समय शुभ फलों की प्राप्ति होगी। खासतौर से आपको विदेशी संपर्कों से अच्छा खासा लाभ मिलने की संभावना बनेगी। आपको इस दौरान अपने ख़र्चों और अपनी आमदनी में सही तालमेल बैठाने की आवश्यकता होगी। इसके बाद चंद्र, आपके तीसरे भाव में विराजमान होंगे, जो आपके प्रयासों का भाव होता है। इससे आपके छोटे भाई-बहन, छोटी दूरी की यात्राएं, साहस और पराक्रम, मार्केटिंग आदि के बारे में जाना जा सकता है। इसके साथ ही आपकी राशि के स्वामी शुक्र भी आपके दसवें भाव में विराजमान होंगे, जो कि कार्यक्षेत्र और करियर को दर्शाता है। ऐसे में इस दौरान आपको कार्यस्थल पर अपनी मेहनत के चलते वरिष्ठ अधिकारियों की सराहना भी मिलने की संभावना बनेगी, जिससे आप भविष्य में उन्नति और तरक्की कर सकेंगे। व्यापारी जातक अपनी रणनीति से मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल होंगे। चूँकि चंद्रमा आपके पूर्व जन्म का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए इस अवधि में आप अपनी किसी गहरी इच्छा की पूर्ति के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। यह इच्छा यात्रा, संगीत, नृत्य, आदि से जुड़ी हो सकती है। इसके साथ ही इस समय आपकी रचनात्मकता और सकारात्मकता आपके लिए सबसे ज्यादा सहयोगी साबित होने वाले हैं। क्योंकि इनकी मदद से आपको अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। फिर सप्ताह में मध्य में चन्द्रमा, आपकी राशि के चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से आपके समस्त सुखों के बारे में पता चलता है। साथ ही आपकी माता का सुख, उनकी स्थिति, वाहन सुख, अचल संपत्ति और पारिवारिक जीवन के बारे में इसी भाव से ज्ञात किया जाता है। ऐसे में इस समय आपकी मां की सेहत में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। इस दौरान घर का वातावरण भी नकारात्मक रहेगा। अनिद्रा की समस्या भी इस समय परेशान करेगी, जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके स्वास्थ्य जीवन पर साफ दिखाई देगा। इस अवधि में चंद्रमा ‘नीच भंग राजयोग’ का निर्माण कर हैं, जिसके परिणामस्वरूप जब आप यह सोच रहे होंगे कि आप बेहद कमजोर स्थिति में है तो, आपको किसी व्यक्ति से अप्रत्याशित समर्थन मिलने की संभावना अधिक बनेगी। ये व्यक्ति आपको उस स्थिति से निकाल पाने में सक्षम होगा। फिर सप्ताह के अंत में, चंद्र आपकी राशि के पंचम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से आपके पूर्व जन्म, प्रेम सम्बन्ध, आपकी बुद्धि, आपकी संतान, आपके रुझान, कलात्मकता का पता चलता है। इस कारण इस दौरान आपकी मेहनत और लगन को कार्यक्षेत्र पर सराहना मिलेगी। जिसके चलते आपको वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उन्नति और प्रगति मिलने की भी संभावना है। उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को भी, अच्छे फल प्राप्त होंगे। वहीं, दांपत्य जातकों को, संतान पक्ष की गिरती सेहत के चलते इस समय तनाव मिलता रहेगा। उपाय: सूर्योदय के समय, “आदित्य ह्रदय स्तोत्र” का पाठ नियमित करें।
कन्या का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपकी ही राशि में विराजमान होंगे, अर्थात आपके प्रथम भाव में होंगे और फिर द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी, क्योंकि इस समय चंद्र आपके प्रथम भाव में होंगे, जो आपका व्यक्तित्व होता है। इसके द्वारा समाज में आपका स्थान, उत्तम स्वास्थ्य, चरित्र, रंग रूप आदि के बारे में जाना जाता है। इस समय आप बेहद इच्छावान दिखाई देंगे, जिसके कारण आपको, अपना हर कार्य सफलतापूर्वक करने में मदद मिलेगी। साथ ही आपको, भाग्य का साथ भी मिलेगा। व्यापारी जातक भी इस समय अपनी दूरदर्शी नजर की मदद से, व्यवसाय में मुनाफ़ा और हानि देखने में सफल होंगे। जिसके परिणामस्वरूप, उन्हें आर्थिक और सामाजिक लाभ मिल सकेगा। फिर चंद्र आपके प्रथम भाव से निकलकर, आपके द्वितीय भाव में प्रस्थान करेंगे। ये कुटुंब का भाव है, और इससे आपके धन संचय, आपकी वाणी और बोलने का तरीका, उत्तम खान-पान, आदि के बारे में पता चलता है। इस समय आप अपने धन का उत्तम प्रयोग करते दिखाई देंगे। जिससे आपकी कार्य करने की क्षमता का भी विकास होगा। कन्या राशि के जातकों को पारिवारिक व्यवसाय से अच्छा लाभ अर्जित करने में सफलता मिलेगी, जिससे वो अपने बड़ों और बुजुर्गों का भरपूर सहयोग भी हासिल करने में सफल होंगे। सप्ताह के मध्य में चंद्र, आपके तृतीय भाव में विराजमान होंगे, जो आपके प्रयासों का भाव है। इससे आपके छोटे भाई-बहन, छोटी दूरी की यात्राएं, साहस और पराक्रम, मार्केटिंग, आदि के बारे में जाना जाता है। इस समय आपका दृष्टिकोण, थोड़ा निराशावादी रह सकता है। इसके कारण आप हर निर्णय लेते समय, उसमें नकारात्मकता ही देखेंगे। जिसके चलते आप अपनी सभी असफलताओं के लिए दूसरों को दोषी ठहराएंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, आपको इस समय अपनी जीत के साथ ही, हार की भी ज़िम्मेदारी स्वयं पर लेना सीखना होगा, अन्यथा सहकर्मियों से आपका विवाद संभव है। अतः सप्ताह के अंत में, चंद्र आपका चतुर्थ भाव प्रभावित करेंगे, जिससे आपके समस्त सुखों के बारे में ज्ञात होता है। इसी भाव से आपकी माता का सुख, उनकी स्थिति, वाहन सुख, अचल संपत्ति और पारिवारिक जीवन के बारे में पता चलता है। इस दौरान आपको मिश्रित फलों की प्राप्ति होगी। आपकी माता की खराब सेहत इस समय भी आपके लिए समस्या का कारण बनी रहेगी। चूँकि चंद्रमा इस समय छाया ग्रह केतु के साथ युति कर रहे हैं, जिसके कारण आपको अपने जीवन में, कई प्रकार की परेशानियों उठानी पड़ सकती हैं। खासतौर से, वाहन चलाते समय आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी, अन्यथा कोई दुर्घटना संभव है। आर्थिक स्थिति में भी प्रतिकूल फल प्राप्त होंगे। ऐसे में आपको अपने ख़र्चों और आय के बीच, सही तालमेल बिठाने की आवश्यकता होगी। इस दौरान आपको इस बात का ध्यान भी विशेष रूप से रखना होगा कि, जितना संभव हो अपने व्यर्थ के ख़र्चों पर लगाम लगाते हुए, अपने धन को संजय करने की ओर प्रयास करें। उपाय: उत्तम फलों की प्राप्ति के लिए, पंछियों के लिए बाजरा रखें।
तुला का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके द्वादश भाव में होंगे, और फिर प्रथम, द्वितीय और तृतीय भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में आपका द्वादश भाव सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। ये भाव हमारा व्यय भाव होता है। और इसी के द्वारा विदेश, विदेश यात्रा, खर्चे, स्वास्थ्य कष्ट, अनिद्रा रोग, शैय्या सुख, जेल, अस्पताल आदि के बारे में ज्ञात किया जाता है। चंद्र की इस स्थिति के कारण, बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को, परिणाम अच्छे प्राप्त होने की संभावना बन रही है। वहीं, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट का व्यवसाय करने वाले जातकों को लाभ मिलेगा। हालांकि आपको सेहत से जुड़ी कुछ परेशानियां हो सकती हैं। खासतौर से नेत्र संबंधित समस्याएं, आपको इस समय कष्ट देंगी। ऐसे में आपकी आंखों पर ज्यादा ज़ोर न देने का प्रयास करें। इसके बाद फिर, चंद्र आपके प्रथम यानी लग्न भाव में गोचर कर जाएंगे। ये भाव आपका व्यक्तित्व बताता है, और इसी भाव की मदर से समाज में आपका स्थान, उत्तम स्वास्थ्य, चरित्र, रंग रूप आदि के बारे में पता चलते है। ऐसे में चंद्र का प्रथम भाव में होना आपके लिए बेहद शुभ संकेत दे रहा है, क्योंकि चंद्र आपके द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। इसलिए आपको इस दौरान कार्यस्थल पर मेहनत करते हुए, हर कार्य को सफलतापूर्वक करने में मदद मिलेगी। आपका व्यक्तित्व भी, इस समय बेहद आकर्षित दिखाई देगा, जिसकी मदद से आप दूसरों को अपनी बातों से आकर्षित करने में सफल होंगे। साथ ही आपका आर्थिक जीवन भी, इस समय सुचारु रूप से चलता रहेगा और आप अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की ओर, अधिक प्रयासरत दिखाई देंगे। फिर सप्ताह के मध्य में चंद्र, आपके दूसरे यानी कुटुंब भाव को सक्रिय करेंगे। इससे आपके धन संचय, आपकी वाणी और बोलने का तरीका, उत्तम खान-पान, आदि के बारे में पता चलता है। इस दौरान आपका, अपने पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से विचारों के मतभेद के चलते कोई विवाद संभव है। जिससे पारिवारिक वातावरण में भी नकारात्मकता देखी जाएगी। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र पर भी, कुछ परेशानियां महसूस होगी, क्योंकि यहाँ आपका नकारात्मक रवैया आपके व्यर्थ के ख़र्चों में, वृद्धि करेगा। ऐसे में आपको जितना संभव हो, खुद को सकारात्मक रखने के लिए प्रयास करने होंगे। इसके लिए आप कुछ मनोरंजन की गतिविधियों, जैसे: खेल कूद, आदि का सहारा भी ले सकते हैं। अंत में चन्द्रमा, अपना गोचर करते हुए आपके तृतीय भाव में विराजमान होंगे। ये भाव आपके प्रयासों का भाव है और इससे आपके छोटे भाई बहन, छोटी दूरी की यात्राएं, साहस और पराक्रम, मार्केटिंग आदि के बारे में जाना जा सकता है। चंद्रमा इस दौरान आपके पराक्रम और साहस में वृद्धि करने का कार्य करेंगे, जिससे आपके प्रयासों में बढ़ोतरी होगी और आप हर कार्य को समय से पहले करने में सक्षम होंगे। इस दौरान आपको आर्थिक सहयोग भी प्राप्त होगा और व्यापारी जातक अपने किसी पुराने कर्ज से, इस समय निकल पाने में पूरी तरह सक्षम होंगे। पारिवारिक जीवन में आपको अपने भाई-बहनों के माध्यम से, कोई खुशख़बरी प्राप्त हो सकती है, जिससे पारिवारिक वातावरण भी अच्छा रहेगा। उपाय: रोज़ाना सूर्योदय के दौरान, “श्री ललिता सहस्त्रनाम स्त्रोत” का पाठ करें।
वृश्चिक का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके एकादश भाव में होंगे और फिर वो द्वादश भाव से होते हुए आपके प्रथम और द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में आपका एकादश भाव प्रभावित होने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। क्योंकि ये धन, लाभ और महत्वाकांक्षाओं का भाव है और इसी भाव से हमारी इच्छा पूर्ति का, धन की प्राप्ति, बड़े भाई-बहन, वृद्धि, आमदनी का ज्ञात होता है। ऐसे में इस भाव में चंद्र की स्थिति “धन योग” का निर्माण कर रही है, जिससे आपको धन अर्जित करने के, कई अवसर प्राप्त होंगे। इस दौरान आपकी कार्य क्षमता में भी, वृद्धि होगी और आप कार्य स्थल पर अपने सभी कामों को समय से पहले पूरा करने में सफल होंगे। इसके बाद चंद्र द्वादश भाव में गोचर करेंगे, जो व्यय भाव होता है। इसके द्वारा विदेश, विदेश यात्रा, खर्चे, स्वास्थ्य कष्ट, अनिद्रा रोग, शैय्या सुख, जेल, अस्पताल, आदि के बारे में ज्ञात किया जाता है। क्योंकि आपके द्वादश भाव के स्वामी शुक्र, इस दौरान बेहद मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में आप इस दौरान अपने मनोरंजन के ऊपर, बहुत सा धन खर्च करेंगे। इससे आपके ख़र्चों में अप्रत्याशित वृद्धि होगी, जिससे आर्थिक तंगी भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आपको अपने ख़र्चों पर लगाम लगाने की आवश्यकता होगी। फिर सप्ताह के मध्य में चन्द्रमा, आपके लग्न यानी आपके प्रथम भाव में विराजमान हो जाएंगे। इस भाव से समाज में आपका स्थान, उत्तम स्वास्थ्य, चरित्र, रंग रूप आदि के बारे में जाना जाता है। चंद्र के इस भाव में मौजूद होने से आपको इस दौरान, बेहद से शुभ फलों की प्राप्ति होगी, जिससे आपके मान-सम्मान में वृद्धि हो सकेगी। साथ ही कार्यस्थल पर भी आप अपने वरिष्ठ अधिकारियों को खुश रखने में सफल होंगे। इस दौरान आपको नई जिम्मेदारियां भी मिल सकती हैं। वहीं, व्यापारी जातक विशेष रूप से पार्टनरशिप में व्यवसाय करने वाले जातक, अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल होंगे। हालांकि निजी जीवन में आपको थोड़ी असुरक्षा की भावना परेशान करेगी, क्योंकि इस दौरान आपके और साथी के बीच कुछ ग़लतफ़हमियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि कार्यक्षेत्र पर आपको, भाग्य का इस समय भरपूर सहयोग प्राप्त होता रहेगा। सप्ताह के अंत में कुटुंब भाव, यानी आपका द्वितीय भाव सक्रिय होगा। इससे आपके धन संचय, आपकी वाणी और बोलने का तरीका, उत्तम खान पान आदि के बारे में पता चलता है। इस दौरान आपको कोई भी बड़ा निवेश या बचत करने से, भविष्य में अच्छा मुनाफ़ा हासिल होने की संभावना बनेगी। आपकी आर्थिक स्थिति भी, बेहद मजबूत रहेगी। हालांकि इस समय चंद्र, छाया ग्रह केतु के साथ युति कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप आपको अपने शब्दों का चयन, बेहद सोच-समझकर करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आप किसी को भी, कुछ भी बोलते समय थोड़ी सतर्कता बरतें, अन्यथा आप न चाहते हुए भी, विवाद की स्थिति उत्पन्न कर बैठेंगे। कुल मिलाकर कहें तो, यह सप्ताह वृश्चिक राशि के जातकों को, सामान्य से बेहतर ही फल देने वाला है। उपाय: मंगल की होरा में, मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जप करें।
धनु का साप्ताहिक राशिफल……..

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके दशम भाव में होंगे और फिर एकादश, द्वादश और प्रथम भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में चन्द्रमा के दशम भाव में विराजमान होने से, आपको अनुकूल फल प्राप्त होंगे, क्योंकि ये भाव आपके कार्य एवं व्यवसाय, समाज में ख्याति, पिता, आदि को दर्शाता है। ऐसे में आप इस समय, बेहद ऊर्जावान और मेहनत करते दिखाई देंगे। यह समय नए व्यवसाय की शुरुआत के लिए भी, बेहद उत्तम रहेगा। कार्यक्षेत्र पर आपको अच्छे पदों की प्राप्ति होगी। वहीं, सरकारी नौकरी की इच्छा रखने वाले जातकों को इस समय, भाग्य का साथ मिलेगा। इसके बाद चंद्र एकादश भाव में गोचर करेंगे। ये भाव धन, लाभ और महत्वाकांक्षाओं का भाव होता है। धनु राशि के व्यापारी जातक इस समय, अपनी पूर्व की योजना और रणनीति से, अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल होंगे। वहीं, नौकरी करने वाले जातकों को भी, कार्यक्षेत्र पर पदोन्नति और आर्थिक मदद मिलने की संभावना बनेगी। आपको अपने मित्रों के साथ अच्छा समय, व्यतीत करने का अवसर भी प्राप्त होगा। जिससे आपको खुशी की अनुभूति होगी। इस समय आपकी मुलाकात, किसी खास महिला मित्र से भी हो सकती है। सप्ताह के मध्य में आपका द्वादश भाव सक्रिय होगा, जो व्यय भाव होता है। इसके द्वारा विदेश, विदेश यात्रा, खर्चे, स्वास्थ्य कष्ट, अनिद्रा रोग, शैय्या सुख, जेल, अस्पताल, आदि के बारे में ज्ञात किया जाता है। स्वास्थ्य जीवन में इस समय, कुछ परेशानियां उत्पन्न होने की आशंका रहेगी। संभव है कि आपको सिरदर्द, नेत्र संबंधी समस्या, आदि इस समय परेशान कर सकती हैं। रिश्तों को लेकर भी, आपके जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव आएँगे, जिससे जीवन साथी से आपका विवाद होता रहेगा। ऐसे में आपके मानसिक तनाव में भी वृद्धि होगी। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि, खुद को शांत रखते हुए, स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास करते रहें। फिर सप्ताह के अंत में, चन्द्रमा आपके लग्न भाव यानी प्रथम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव के द्वारा, समाज में आपका स्थान, उत्तम स्वास्थ्य, चरित्र, रंग रूप आदि के बारे में जाना जाता है। इस समय धनु राशि के जातकों को, बेहद शुभ फलों की प्राप्ति होगी। ये वो शुभ समय होगा जब आप, रोमांच और मनोरंजन की गतिविधियों में खुलकर भाग लेते देखे जाएंगे। इससे आपको प्रसन्नता मिलेगी और साथ ही, आपकी कार्य क्षमता में भी वृद्धि होगी। उपाय: रोज़ाना माथे पर, केसर का तिलक लगाएँ।
मकर का साप्ताहिक राशिफल……

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके नवम भाव में होंगे, और फिर दशम, एकादश और द्वादश भाव में गोचर करेंगे। शुरुआत में आपका नवम भाव सक्रिय होने से, आपको भाग्य का साथ मिलेगा, क्योंकि इस भाव से गुरु तथा गुरु समान व्यक्ति, धार्मिक कार्य-कलाप, लंबी यात्राएं, नौकरी में तबादला, भाग्योदय का ज्ञात होता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान आप अपने जीवनसाथी की तरक्की और सफलता को देख खुश होंगे। धार्मिक कार्यक्रमों में भी आप बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखाई देंगे। आपको अपने पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से, अपने संबंध बेहतर करने का अवसर प्राप्त होगा। ऐसे में सप्ताह की शुरुआत, आपके लिए बेहद उत्तम रहने वाली है। इसके बाद चन्द्रमा आपके दशम भाव में गोचर करेंगे। इससे कार्य एवं व्यवसाय, समाज में ख्याति, पिता, आदि के बारे में पता चलता है। ऐसे में आपको इस समय अपनी योजना और सही रणनीति अनुसार ही, कोई भी कार्य करने में भरपूर सफलता प्राप्त होगी। आपकी इस सफलता से सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारियों को भी, आप आकर्षित कर सकेंगे, जिसके चलते आपकी हर कोई सराहना करता दिखाई देगा। व्यापारियों को कोई नया निवेश करने से, इस समय उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। चंद्र की ये स्थिति आपकी कार्य क्षमता, कला और रचनात्मक शक्ति में वृद्धि करने का कार्य करेगी। सप्ताह में मध्य में चन्द्रमा गोचर करते हुए, आपके एकादश भाव में प्रस्थान करने वाले है। ऐसे में इससे आपको बहुत शुभ फलों की प्राप्ति होगी, क्योंकि यह भाव धन, लाभ और महत्वाकांक्षाओं का होता है। ऐसे में इस दौरान कार्यस्थल पर आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। साथ ही आपके बॉस आप से खुश नजर आएँगे। वहीं, व्यापारी जातकों की आर्थिक स्थिति पहले से ज्यादा मजबूत हो सकेगी और वो, इस समय अपने किसी पुराने कर्जे से खुद को निकाल पाने में सफल होंगे। इस समय कोई भी निवेश करना, भविष्य के लिए बेहद लाभकारी रहने वाला है। सप्ताह के अंत में आपका द्वादश भाव, यानी व्यय भाव सक्रिय होगा। इसके द्वारा विदेश, विदेश यात्रा, खर्चे, स्वास्थ्य कष्ट, अनिद्रा रोग, शैय्या सुख, जेल, अस्पताल, आदि के बारे में ज्ञात किया जाता है। ऐसे में इस भाव में चंद्र की स्थिति, आपके जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव लेकर आएगी। विशेष रूप से आपके वैवाहिक जीवन में आपको, परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। सेहत के लिहाज से भी, ये समय उत्तम नहीं दिखाई दे रहा, क्योंकि आशंका है कि आपको इस समय पेट या नेत्र से संबंधित समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, पूरी नींद लेते हुए, अपने खान-पान का ध्यान रखें और संभव हो तो, अपने मानसिक तनाव को दूर करने के लिए योग, व्यायाम का सहारा लें। उपाय: शनिवार के दिन, सरसों का तेल दान करने से शुभ फल प्राप्त होंगे।
कुंभ का साप्ताहिक राशिफल……

इस सप्ताह चन्द्रमा आपके, अष्टम भाव में होंगे और फिर नवम, दशम और एकादश भाव में गोचर करेंगे। सप्ताह की शुरुआत में चंद्र आपके अष्टम भाव यानी आयु भाव को सक्रिय करेंगे। इससे लंबी बीमारी, अचानक से धन हानि लाभ, मानसिक तनाव, बड़े परिवर्तनों को देखा जाता है। ऐसे में इस समय आपके शत्रु कार्यस्थल पर, आपके खिलाफ षड्यंत्र रचाते दिखाई देंगे, इसलिए आपको उनके प्रति सतर्कता बरतने की जरूरत होगी। साथ ही चंद्र जो आपके छठे भाव का स्वामी हैं और, आपके दूसरे भाग को दृष्टि दे रहा है। उससे आपको आर्थिक जीवन में कष्ट मिलने की आशंका बनेगी। इस दौरान आपको कुछ धन हानि भी संभव है। इसलिए किसी भी तरह के लेन-देन को इस समय करने से बचें। फिर चन्द्रमा गोचर करते हुए, आपके नवम भाव में विराजमान होंगे। ये भाव गुरु तथा गुरु समान व्यक्ति, धार्मिक कार्य-कलापों, लंबी यात्राएं, नौकरी में तबादला, भाग्योदय, आदि को बताता है। क्योंकि इस समय आपके नवम भाव के स्वामी शुक्र, बेहद मजबूत स्थिति में होंगे। ऐसे में आपको अपने भौतिक सुखों में सफलता प्राप्त होगी। यदि आप कोई ज़मीन बेचने का सोच रहे थे तो, उससे भी आप अच्छा खासा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे। आपको कुछ यात्राओं से भी लाभ प्राप्त होगा। सप्ताह के मध्य में चंद्र का गोचर, आपकी राशि के दशम भाव में होगा। जिससे आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी, क्योंकि इस भाव से कार्य एवं व्यवसाय, समाज में ख्याति, पिता का ज्ञात होता है। ऐसे में कार्य क्षेत्र पर अधिकारी प्रोमोशन कर सकते हैं। हालांकि आपकी कामयाबी से आपके सहकर्मी ईर्ष्या महसूस करेंगे, जिससे ना चाहते हुए भी आप उनसे बातचीत करते वक़्त अपना संयम खोते हुए, व्यर्थ के विवादों में फँस सकते हैं। पिता की सेहत भी खराब रहेगी, जिससे आपको तनाव मिलता रहेगा। सप्ताह के अंत में, आपका एकादश भाव सक्रिय होने से आपके धन, लाभ और महत्वाकांक्षाओं पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। इस समय आपको अपने बड़े भाई-बहनों का पूरा सहयोग और प्रेम प्राप्त होगा। विदेशी स्रोतों से भी लाभ अर्जित करने के लिए, समय बेहद उत्तम है। यदि कोई मामला कोर्ट-कचहरी में चल रहा था तो, इस समय उसका फैसला आपके पक्ष में आने की संभावना अधिक रहेगी। सामाजिक स्तर पर भी लोगों के साथ जुड़ने से आपकी प्रतिष्ठा में उन्नति देखी जाएगी। उपाय: सूर्योदय के दौरान नियमित रूप से, “श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
मीन का साप्ताहिक राशिफल…….

इस सप्ताह चन्द्रमा, आपके सप्तम भाव में होंगे और फिर अष्टम, नवम और दशम भाव में गोचर करेंगे। जिससे आपको अपने जीवनसाथी की बेहतर सेहत और भरपूर सहयोग के चलते, अत्यंत खुशी की अनुभूति होगी। चूँकि ये भाव आपके जीवन के विभिन्न साझीदारों, वैवाहिक जीवन, इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, आदि, के बारे में बताता है। ऐसे में पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे जातकों को, इस समय भाग्य का साथ मिलेगा और आपका साझेदार एक सहयोगी बनकर, आपके साथ कंधे-से-कंधा मिलकर चलता दिखाई देगा। जिससे आप दोनों मिलकर, अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में सफल रहेंगे। कार्यक्षेत्र पर भी आपकी आर्थिक स्थिति में वृद्धि देखी जाएगी। इसके बाद चंद्र का गोचर, आपके अष्टम भाव यानी आयुर्भाव में होगा। इससे लंबी बीमारी, अचानक से धन हानि लाभ, मानसिक तनाव, बड़े परिवर्तन, आदि को देखा जाता है। ऐसे में इस दौरान दांपत्य जातक अपनी संतान की खराब सेहत के चलते, तनाव महसूस करेंगे। चूँकि आपके पंचम भाव के स्वामी चंद्र, इस समय आपके अष्टम भाव में मौजूद होंगे। इसलिए आपको भी स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियों के चलते अपना धन खर्च करना पड़ सकता है। हालांकि किसी भी शोध कार्य से संबंधित जातकों को, इस समय भरपूर सफलता मिलने की संभावना रहेगी। सप्ताह के मध्य में, चंद्र अपना गोचर करते हुए, आपके नवम भाव को प्रभावित करेंगे। इससे गुरु तथा गुरु समान व्यक्ति, धार्मिक कार्य-कलाप, लंबी यात्राएं, नौकरी में तबादला, भाग्योदय, आदि को देखा जाता है। ऐसे में आपको इस समय अपने भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे आप अपनी उर्जा का सही इस्तेमाल करते हुए, धर्म-कर्म के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखाई देंगे। घर-परिवार में भी किसी मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन संभव है। साथी के साथ भी अच्छा समय बिताने का अवसर मिलेगा, जिससे आप दोनों के बीच रिश्ते में मजबूती आएगी। विदेश जाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने का सपना देख रहे छात्रों को, चंद्र की इस स्थिति के चलते शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। फिर सप्ताह के अंत में, आपका दशम भाव सक्रिय होगा, जिससे कार्य एवं व्यवसाय, समाज में ख्याति, पिता आदि का बोध होता है। इस समय कार्यक्षेत्र पर आपको पदोन्नति व अच्छा प्रोमोशन मिलने की संभावना बनेगी। सरकारी विभाग से भी आपको कोई इनाम या पुरस्कार प्राप्त हो सकता है। पूर्व में की गई किसी बचत या निवेश से, इस समय आपको बड़ा फायदा मिलेगा। पिता से आपके संबंध बेहतर होंगे और आपको उनसे आर्थिक मदद मिल सकेगी। हालांकि, इस समय आपको अपने किसी निर्णय के चलते, किसी भी तरह के विवाद में फंसना भी पड़ सकता है। ऐसे में हर निर्णय को लेते समय, ठीक से सोच विचार ज़रूर करें। उपाय: रोज़ाना तुलसी के पौधे की पूजा करें, और उसे नियमित रूप से जल चढ़ाएं।

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