सोनभद्र।जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश सरकार की वर्तमान रोजगारपरक योजनाओं में से एक विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया जाना है। इस योजनान्तर्गत प्राविधानित ट्रेडो में जैसे-बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री के 25-25 लाभार्थियों के बैच बनाकर प्रशिक्षण कराया जाना है। चूकि कोविड-19 के अन्तर्गत प्रदेश भर में सीमित आवगम के चलते अधिक से अधिक लोगो को योजनान्तर्गत लाभ पहुचाने का लक्ष्य है। इस समय बहुतायत में पारम्परिक कारीगर अपने-अपने गॉव/घरो को प्रस्थान कर चुके है तथा उनके पास रोजगार के सीमित संसाधन है। अतः उपरोक्त योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु जनपद के सभी जरूरतमन्द परम्परिक कारीगरों से अनुरोध है कि उपरोक्त योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु जनपद के सभी जरूरतमन्द पारम्परिक कारीगरो से अनुरोध है कि उपरोक्त योजना का लाभ लेने हेतु उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उत्तर प्रदेश सरकार के लाभार्थीपरक योजनाओं के ई-सेवा पोर्टल पर आनलाईन आवेदन कर सकते है तथा जिसकी हार्डकापी कार्यालय-उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र, सोनभद्र में जमा कराना सुनिश्चित करेगें तथा उपरोक्त कार्यलय से विस्तृत जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु आवेदक की आयु न्यूनतम 18 वर्ष की होनी चाहिये, आवेदक को पारम्परिक कारीगरी जैसे-बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सुनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री आदि व्यवसाय से जुडा होना चहिये, योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु ऐसे व्यक्ति भी पात्र होगे जो परम्परागत कारीगरी करने वाले जाति से भिन्न हो ऐसे आवेदको को प्रमाण के रूप में ग्राम प्रधान अथवा सम्बन्धित वार्ड के सदस्य द्वारा परम्परागत कारीगरी से जुडे होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
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