समर जायसवाल-
एक शिकायत पर शासन के निर्देश पर कनहर पहुँचे चीफ नोडल लखनऊ व चीफ प्रयागराज
नदी में फारेस्ट लैंड के मौजूद चिन्हों के प्रत्येक छोर पर ली गयी जीपीएस रीडिंग,आकड़ो को नोट किया
दुद्धी।कोरगी बालू साइट पर नियमो को ताख पर रख, भारी अनियमितताओं के साथ हो रहे खनन की एक शिकायत परशासन द्वारा गठित जांच हेतु एक उच्च स्तरीय टीम आज सुबह साढ़े 10 बजे कनहर नदी बालू साइट पहुँची।करीब 3 घंटे कोरगी व पिपरडीह साइट के स्वीकृत खनन रकबे व वन भूमि को नक़्शे से ट्रेस कर सभी कोनों से जीपीएस रीडिंग ली गयी और चीफ नोडल ने प्रत्येक रीडिंग को स्वयं नोट किया ,साथ ही नदी में चल रहे करीब आधे दर्जन चल रहे पोकलेन की विडियोग्राफी भी किया नदी के धार में बनाये अस्थाई मार्ग व रेत खनन से नदी में बने बड़े बड़े गढ्ढों की भी फ़ोटोग्राफी की।करीब तीन घंटे जांच के बाद टीम यहां से वापस हुई,इस दौरान संबंधित रेंज के दोनों रेंजर कलई खुलने की डर से सकते में दिखे जो इधर से उधर भागते फिर रहे थे।
लखनऊ मुख्यालय के चीफ नोडल पंकज मिश्रा व कंजर्वेटर प्रयागराज राजीव मिश्रा के नेतृत्व में कोरगी पहुँची टीम ने संबंधित रेंज के सभी वन कर्मियों को नदी से बाहर रहने को हिदायत दे दी।इसके बाद पूरे नदी को घूमकर प्रत्येक फारेस्ट की सीमांकन चिन्हों से खनन की स्थिति से अवगत हुए।अनियमितताओं को देखकर व पूछताछ में गोलमटोल जबाब सुनकर एकाएक बिफरे चीफ नोडल श्री मिश्रा ने विंढमगंज रेंजर विजेंद्र श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाई।उनके तैनाती के बावत भी पूछा जिस पर रेंजर ने बताया कि रेंज में दो साल से तैयात है। नदी में जगह जगह खनन कर बनाये गए बड़े बड़े गढ्ढों के बावत पूछने पर साइट संचालक ने बताया कि नदी में तीन मीटर गहरा खनन की अनुमति है।पूरे नदी की वीडियो ग्राफी व तस्वीर लेकर जीपीएस रीडिंग के साथ टीम जाबर गांव की तरफ से पिपरडीह साइट पहुँचकर फारेस्ट की प्रत्येक सीमा से जीपीएस रीडिंग लेकर, खनन से नदी में बने बड़े गढ्ढे व अस्थाई रपटे की जांच कर टीम यहां से वापस हुई।मीडिया से बातचीत में नोडल चीफ पंकज मिश्रा ने बताया कि यह जांच शासन के निर्देश पर एक शिकायत पर की जा रही है।सारी रीडिंग ली गयी है ,गूगल से वन क्षेत्र में हुए खनन की वास्तिवक स्थिति का पता लगाकर रिपोर्ट शासन को भेजी दी जाएगी।उन्होंने माना कि और भी अनियमिताएं है जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है,जिसे दूर करना खनन व राजस्व विभाग की नैतिक जिम्मेदारी है।मैं वन क्षेत्र की स्थिति की जांच में आया था।इस मौके पर डीएफओ सोनभद्र संजीव कुमार , डीएफओ रेनुकूट एमपी सिंह ,एसडीओ काशी दिनेश कुमार सिंह ,रेनुकूट वन प्रभाग के एसडीओ मनमोहन मिश्रा ,एसडीओ कुंजमोहन वर्मा के साथ कई रेंज के रेंज अफसर मौजूद रहें।उधर लोगों का कहना है कि देखना यह है कि जांच रिपोर्ट के बाद शासन कितना प्रभावी कार्रवाई करती है।
बिना एनओसी वन मार्ग का प्रयोग पर होगी कार्रवाई।
दुद्धी।कोरगी बालू साइट जाने के लिये पिछले कुछ माह से बिना एनओसी ट्रकों के आवाजाही के लिए प्रयोग हो रहें वन मार्ग के बावत एक सवाल पर चीफ नोडल पंकज मिश्रा ने बताया कि मार्ग को कटवा दिया गया है।ली गयी जीपीएस रीडिंग से गूगल से खनन पट्टा स्वीकृत होने से पहले की स्थिति और बाद में किये गए बदलाव की रिपोर्ट तैयार होने के बाद संबंधित कंपनी व संबंधित रेंज अफसर के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने को शासन को संस्तुति भेज दी जाएगी।
कैप्शन: लखनऊ वन मुख्यालय के चीफ नोडल पंकज मिश्रा के साथ कंजर्वेटर प्रयागराज राजीव मिश्रा।
कोरगी बालू साइट पर अवैध खनन और अनियमितताओं की शिकायत पर जांच को पहुँची लखनऊ की टीम