प्रवासी कामगारों,श्रमिकों को उनके गृह जनपद में भेजने की व्यवस्था की जाए-अवनीश कुमार अवस्थी

प्रदेश में कोरोना के 1847 मामले एक्टिव

प्रदेश के प्रत्येक जनपद में एक प्रयोगशाला स्थापित किया जायेगा, जिससे संक्रमण की जांच स्थानीय स्तर पर ही की जा सके

आरोग्य सेतु ऐप से अब तक कुल 20,768 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी- अमित मोहन प्रसाद

संजय द्विवेदी

लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन स्थित मीडिया सेल में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोई भी राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों,श्रमिकों से ट्रेन से किराया न ले। उत्तर प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासी कामगारों,श्रमिकों का ट्रेन का किराया वहन करते हुए इन्हें प्रदेश में निःशुल्क ला रही है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश वापस आने के इच्छुक प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लाने के लिए सभी सम्बन्धित राज्यों से ट्रेन संचालित की जाए। राज्य सड़क परिवहन निगम की 12 हजार बसों के माध्यम से प्रवासी कामगारों,श्रमिकों को उनके गृह जनपद में भेजने की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा, प्रत्येक जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बसें रखते हुए इस प्रकार सभी 75 जनपदों में 15 हजार बसें अतिरिक्त रूप से उपलब्ध करायी गयी हैं। जनपदों में बसों की कमी नहीं है। 16 लाख से अधिक प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद लगभग इतनी संख्या में प्रवासी कामगार/श्रमिक अभी और आ सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था को वर्तमान की भांति आने वाले समय में भी सुचारू और व्यवस्थित बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।

श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था को और सुदृढ़ करते हुए आवश्यकतानुसार सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित किए जाएं। साफ-सफाई तथा सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की जाए। क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल में प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए। क्वारंटीन सेन्टर में पल्स आॅक्सीमीटर की व्यवस्था की जाए, जिससे शरीर में आॅक्सीजन की मात्रा की जांच की जा सके। क्वारंटीन सेन्टर से होम क्वारंटीन के लिए घर भेजे जाने पर प्रवासी कामगारो/श्रमिकों को अनिवार्य रूप से राशन किट उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। उन्होंने हर जरूरतमंद परिवार को आवश्यकतानुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल तथा कम्युनिटी किचन में कार्यरत कर्मियों को संक्रमण से बचाव के साधन उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा है कि जनपदों में भेजे गए नोडल अधिकारी प्रवासी कामगारों,श्रमिकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वहीं कार्य करेंगे। उन्होंने मनरेगा कार्याें की संख्या बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कन्टेनमेन्ट जोन में होम डिलीवरी सुविधा को जारी रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों, क्वारंटीन सेन्टर तथा होम क्वारंटीन वाले लोगों के घरों को सेनिटाइज किया जाए। हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के प्रत्येक घर को सेनिटाइज किया जाए। उन्होंने लाॅकडाउन के दौरान पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश देते हुए कहा है कि हाई-वे, एक्सप्रेस-वे पर पी0आर0वी0 112 के माध्यम से तथा बाजारों आदि में फुट पेट्रोलिंग की जाए। ग्रामीण इलाकों में सघन पेट्रोलिंग के लिए होमगार्ड तथा पी0आर0डी0 कार्मिकों के साथ-साथ 60 वर्ष से कम आयु के भूतपूर्व सैनिकों की सेवाएं ली जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं पर भी भीड़ एकत्र न होने पाए। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रत्येक जनपद में एक टेस्टिंग लैब स्थापित होगी। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री कार्यवाही को आगे बढ़ाएं। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के निर्देश देते हुए कहा है कि इस सम्बन्ध में पूल टेस्टिंग को अपनाया जाए। 10-10 के भी पूल टेस्ट कराये जाएं, जिससे अधिक संख्या में टेस्ट हो सकें। मेडिकल संक्रमण से बचाव में प्रशिक्षण के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा है कि चिकित्सा कर्मियों की ट्रेनिंग पूरी गम्भीरता से करायी जाए। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि मेडिकल काॅलेजों में पी0पी0ई0 किट की कमी न होने पाये। इसके लिए कारगर व्यवस्था लागू की जाए। सभी जनपदों से पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, ग्लव्स, सेनिटाइजर, दवाई, बेड शीट आदि लाॅजिस्टिक्स की उपलब्धता की नियमित रिपोर्ट प्राप्त की जाए। उन्होंने अल्ट्रा रेड थर्मामीटर तथा पल्स आॅक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई0सी0एम0आर0) द्वारा अनुमोदित टेस्टिंग लैब ही कोविड-19 के संक्रमण की जांच कर सकती है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि आई0सी0एम0आर0 की अनुमति के बगैर कोविड-19 की जांच करने पर टेस्टिंग लैब के विरुद्ध कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजने की व्यवस्था करें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि संक्रमण से बचाव के उद्देश्य से मण्डियों को बड़े व खुले स्थान पर संचालित कराया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि मण्डियों में ग्राहक तथा व्यापारी सहित सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें। उन्होंने मण्डियों में इंफेक्शन से बचाव के लिए सेनिटाइजर आदि साधनों की व्यवस्था के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस एवं परिवहन विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। शहरी व ग्रामीण इलाकों में गठित निगरानी समितियों के सदस्यों के साथ मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के माध्यम से नियमित संवाद बनाते हुए समिति के कार्याें की जानकारी ली जाए। उन्होंने पुलिस को ग्राम प्रहरियों से संवाद स्थापित करने के निर्देश दिये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। प्रदेश में अब तक 666 टेªन के माध्यम से लगभग 8.85 लाख प्रवासी कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 110 टेªन से 1,32,352 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। लखनऊ में 55 टेªन के माध्यम से 68,969 लोग आए हैं। वाराणसी में 37, आगरा में 10, कानपुर में 12, जौनपुर में 52, बरेली में 08, बलिया में 23, प्रयागराज में 32, रायबरेली में 09, प्रतापगढ़ में 24, अमेठी में 13, मऊ में 12, कन्नौज में 02, गाजीपुर में 08, अयोध्या में 22, गोण्डा में 46, टेन, उन्नाव में 21, बस्ती में 29 ट्रेन
जबकि आजमगढ़ में 17 ट्रेन आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 298 ट्रेन से 4,10,584 लोग, महाराष्ट्र से 158 टेन से 1,99,313 लोग, पंजाब से 114 ट्रेन से 1,30,561 लोग आ चुके हैं। तेलंगाना से 07, केरल से 07, तमिलनाडु से 07, आन्ध्र प्रदेश से 02, मध्य प्रदेश से 02, राजस्थान से 21, गोवा से 03 ट्रेन प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। उन्होंने बताया कि अगले 1-2 दिनों में 914 टेनों के माध्यम से लगभग 11.50 कामगार,श्रमिक प्रदेश में आ जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के अंदर भी ट्रेन चलाई गई हैं। ट्रेन एवं बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कहीं भी, किसी भी जनपद में कोई पैदल यात्रा न करे। प्रवासी कामगार,श्रमिक स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें। सरकार समस्त प्रवासी श्रमिकों/कामगारों के लिए सुरक्षित यात्रा हेतु पर्याप्त बस एवं ट्रेन की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 578 हाॅटस्पाॅट क्षेत्र के 379 थानान्तर्गत 7,28,458 मकान चिन्हित किये गये। इनमें 42,02,172 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों की संख्या 1832 है।

श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में स्थापित 5848 क्रय केन्द्रों के माध्यम से लगभग 225.87 लाख कुन्तल गेहूँ की खरीद की जा चुकी है। प्रदेश में सरकारी तथा स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 09,77,446 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 23,966 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 52,253 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 43,783 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत प्रदेश के राशन कार्डों पर निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश में प्रचलित कुल 3,54,16,273 राशन कार्डो के सापेक्ष 2,63,96,191 कार्डो पर 5,54,537.19 मी0टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया।

श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 32.36 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की 80,301 औद्योगिक इकाइयों से संपर्क किया गया, जिनमें से 75,488 इकाइयों द्वारा अपने कार्मिकों को रु0 1608.08 करोड़ के वेतन का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपमेंट (पीपीई किट) तथा मास्क बनाने की 70 यूनिट उत्पादनरत हैं।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 72 जनपदों में 1847 मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 2783 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि कल 693 पूल टेस्ट किये गये जिसमेें 48 पूल पाॅजीटिव पाये गये। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु अलर्ट जनरेट होने पर लोगों को कन्ट्रोल रूम से काॅल किया जा रहा है। अब तक कुल 20,768 लोगों को फोन कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी है। इनमें 181 लोगों को होम क्वारंटीन किया गया है तथा 50 लोग कोविड-19 पाॅजीटिव पाये गये हैं, जिनमें से 23 लोग उपचारित होकर घर चले गये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश पर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में एक प्रयोगशाला स्थापित किया जायेगा, जिससे संक्रमण की जांच स्थानीय स्तर पर ही की जा सके। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 81,683 निगरानी समिति के माध्यम से 66,25,577 घरों में रह रहे 3,30,97,485 लोगों से सम्पर्क किया गया है।
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