नई दिल्ली।कोरेना वायरस की दवाई बनाने के लिए पूरी दुनिया वैज्ञानिक युद्ध स्तर पर लगे हुए है, इजराइल, यूरोप, जापान, अमेरिका, भारत सभी जगहों पर वैक्सीन या दवाई बनाने के लिए दिन रात काम चल रहा है।दवाई बनाने के लिए जैसे रेस लगी हुई है और इस रेस में इजराइल सबसे आगे निकलता दिखाई दे रहा है. जहाँ अमेरिका और जापान दवाई बनाने के लिए 1 साल से 18 महीने तक का समय बता रहा है वहीँ इजराइल ने दावा किया कि उसने वैक्सीन बना ली है और अब वो इसके उत्पादन के बारे में शोध कर रहा है।
खास बात ये है कि भारत में इजरायल के एम्बेस्डर डॉ रॉन मलका ने कहा कि अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया लेकिन जैसे ही ये पुख्ता हो जाएगा हम इसको दुनिया के साथ साझा करेंगे। इजरायल के कोरोनावायरस के एंटीबॉडी के क्लीकल ट्रायल शुरू करने के सवाल पर भारत में इजराइल के राजदूत डॉ रॉन मलका ने कहा कि अभी प्रॉसेस को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन हां इजराइल एक एडवांस स्टेज पर है।इजराइल के राजदूत ने कहा कि निश्चित रूप से हम इसे दुनिया के साथ साझा करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं इस पर ज्यादा जानकारी का इंतज़ार कर रहा हूं. भारत में इजराइल के राजदूत डॉ रॉन मलका कहते हैं कि कोरोना संकट ने भारत और इजराइल को करीब ला दिया है।इस वक्त दोनों देश कोरोनावायरस के बारे में अपनी जानकारी और सुविधाएं एक दूसरे के साथ शेयर कर रहे हैं।बता दें कि इस वैक्सीन को जल्द ही बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन में ले जाया जायेगा।उसके बाद सबसे पहले दवाई को सभी इजरायली नागरिको के लिए इस्तेमाल किया जायेगा. फिर इजराइल इस दवाई को सबसे पहले भारत को देगा।साभार पल पल इंडिया।
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