मानसून से पूर्व बाढ़ से बचाव से सम्बन्धित सभी कार्याे को पूरा करा लिया जाये-जलशक्ति मंत्री
सिंचाई विभाग के 72 निर्माण कार्योे पर 985 श्रमिक लगाये गये
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल मार्गदर्शन तथा जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह के निर्देश पर संम्भावित बाढ़ से पूर्व प्रदेश की प्रमुख नदियों के तटबन्धों को सुरक्षित करने के लिए ड्रेजिंग का कार्य प्रदेश के 17 जनपदों मे युद्धस्तर पर संचालित किये जा रहें है। इस कार्य पर 64.6993 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय होगी। कार्य करते समय कोविड-19 के बचाव के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने के साथ ही सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
प्रमुख अभियंता श्री ए0 के0 सिंह ने बताया कि सिचाई विभाग में अन्य विभिन्न परियोजनाअेां जैसे सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना, अर्जुन सहायक परियोजना, कुल पहाड़ स्प्रिकंलर सिंचाई परियोजना,शहजाद बांध तथा कनहर परियोजना इस प्रकार कुल 22 सिंचाई परियोजनाओं पर 270 श्रमिक कार्यो पर लगे हुए है इसके अलावा बाढ़ सुरक्षा के 50 कार्यो पर 715 श्रमिक इस प्रकार कुल 72 परियोजनाओं पर 985 श्रमिक आज 26 अप्रैल से कार्य कर रहें है। करोना महामारी से बचाव के सभी उपायों को ध्यान में रखा जा रहा है।
राज्य सरकार ़द्वारा वर्षा काल से पूर्व की गयी तैयारी के चलते तटबन्धों के समीप के गाँवों में विगत कई वर्षो की तुलना में जन धन की हानि तथा फसलों के नुकसान में व्यापक कमी आयी है। सिंचाई विभाग द्वारा विगत ढाई वर्षो में मानसून से पूर्व तटबंधों को सुरक्षित स्तर तक अनुरक्षण कार्य कराये जाने के साथ-साथ वर्षा काल में निरन्तर चैकसी व तटबंधों पर पैट्रोलिंग करने तथा सुरक्षा उपाय अपनाने के साथ ही तटबन्धों में कटान की सूचना समय से प्राप्त करके बाढ़ से होने वाली क्षति को लगभग शून्य कर दिया गया है।
सिचंाई एवं जलसंसाधन विभाग के प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ए0 के0 सिंह ने यह जानकारी देते हुए आज यहां बताया कि जनपद लखीमपुर के एक प्रोजेक्ट पर फसल कटाई के बाद कार्य शुरू होने की सम्भवना है।इस कार्य पर 8.6105 करोड़ रूपये की धनराशि व्यय होेने की संभावाना है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की इस तरह 65 परियोजनाओं पर कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है तथा 243 परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
प्रमुख अभियन्ता ने बताया कि जिन जनपदों में नदियों के डेªजिंग का कार्य शुरू किया गया है उनमें गोण्डा, बस्ती, गोरखपुर, बलरामपुर, तथा उन्नाव जनपद शामिल है। इन जनपदों के तटबन्धों पर युद्ध स्तर पर कार्य कराया जा रहा है। गोण्डा के एल्गिन चरसरी बाँध के निकट स्थित गाँवों को बचाने के लिए ड्रेजिंग कार्य कराया जा रहा है। इसी प्रकार गोरखपुर में सिमरौना बंध तथा कसंासुर खुटबाहार तटबंध को बाढ़ से बचाने के लिए कार्य कराया जा रहा है। इसके अलावा जनपद बलरामपुर के विशनपुर व बस्ती जनपद के व्रिकमजीत विकास खण्ड के लोलपुर एवं केशवपुर गाँव को बचाने के लिए डेªजिंग का कार्य कराया जा रहा है।
प्रमुख अभियन्ता ने बताया कि मा0 जलशक्ति मंत्री ने निर्देश दिये है कि बाढ़ सुरक्षा से जुडे़ कार्यो को प्राथमितकता से पूरा कराये जाये इसके साथ ही कार्यो में पूरी गुंणवत्ता तथा समयबद्धता का ध्यान रखा जाये। उन्होंने बताया कि डेªजिंग कार्य से जुड़े अभियन्ताओं को सम्बन्धित जिलों का स्थलीय निरीक्षण तथा डेªजिंग कार्य की निरन्तर निगरानी करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी से बचाव की गाइडलाइन्स को हर स्तर पर अनुपालन करते हुए मानसून से पूर्व कार्यो को पूरा कराने के कड़े निर्देश दिये गये है।