“तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें ना” -क्रांतिकारी राम प्रसाद बिस्मिल की गीत का भाव जगा गई संघ की सांध्यकालीन कुटुम्ब शाखा

ओबरा (सतीश चौबे): राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सांध्यकालीन कुटुम्ब शाखा स्वयं सेवकों ने घर पर ही लगाया। संघ में शाखा नियमित लगाई जाती है पर कोरोना वैश्विक महामारी को ध्यान में रखते हुए स्वयं सेवकों ने खुद के घर में शाखा लगाई। स्वयं सेवक कन्हैयालाल जायसवाल ने पिता-पुत्र संग घर में शाखा लगाकर “तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें ना” क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल के गीत के भाव को साक्षात किया। इसी तरह की शाखाएं स्वयं सेवकों ने अपने-अपने घरों पर लगाई और कोरोना से लड़ने के शासन के निर्देशों का पूरा पालन भी किया। माँ भारती के लिए खुद का सब कुछ न्यौछावर करने की बात भी कही। राष्ट्र ने हमें बहुत कुछ दिया है। अब समय आ गया है कि हम राष्ट्र को खुद को समर्पित कर उसके लिए तन-मन-धन से कार्य करें।

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