समर जायसवाल –
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM)के तहत विकास खंड दुद्धी में स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) के अंतर्गत मुनाफ़े के साथ साथ मानवता के लिए महिलाए बना रही है मास्क ।
भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के परियोजना प्रबंधक प्रत्यूष त्रिपाठी ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के इंटेसिव विकास खंड दुद्धी में चल रहे स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) के सहयोग से 560 महिलाओ को ऋण देकर विकास खंड दुद्धी के 62 ग्राम पंचायत में 560 उद्यम स्थापित किये है जिसमे सिलाई शॉप , किराना की दुकान , श्रृंगार की दुकान , फ्लोर मिल , आटा चक्की , चपल की दुकान , स्लीपर फेक्ट्री , नमकीन पैकिंग , चाट पुलकि , अंडा की दुकान , कपड़ा दुकान , होटल शॉप , फर्नीचर शॉप , इलेक्ट्रॉनिक दुकान , प्रिंटिंग प्रेस , मोबाइल शॉप , आदि उद्यम स्थापित है, किन्तु वर्तमान में लगभग सभी उद्यमो का व्यापार जहां बंद है वही समूह की महिलाओ के लिए इस विषम परिस्थिति में भी रोजगार का अवसर हमारी भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान EDII ने खोज लिया है और हम लगभग 20 से अधिक समूह की महिलाओं के साथ मास्क बनाने का कार्य कर रहे है जिससे लगभग 15 सौ से 2 हजार मास्क प्रतिदिन बनाया जा रहा हैं
परियोजना के लेखाधिकारी आकाश यादव ने बताया कि इस कार्य के लिए मास्टर सी0 आर0 पी0 इ0 पी0 शशिकान्त के नेतृत्व में सी0 आर0 पी0 इ0 पी0 संतोष कुमार, दीपमाला व काजल के साथ एक टास्क टीम का गठन किया गया है जो की मास्क के लिए कच्चे माल की आपूर्ति, निर्माण और विक्रय की व्यवस्था में लगे हुए हैं। वर्तमान में हमारे समूह की की प्रत्येक दीदी जो कि इस कार्य मे लगी है उनको 300 से 400 तक कि कमाई प्रतिदिन होने लगी है अपने स्टार्टअप ग्रामीण उद्यमिता कार्यक्रम के तहत मार्केट में मास्क के डिमांड को देखते हुए हम 20 और दीदी को जोड़ने का प्लान तैयार कर लिए है जिससे हमारी उत्पादन क्षमता 4000 मास्क प्रतिदिन की हो जाएगी और अधिक संख्या में महिलाओ लोगो की आय भी बढ़ेगी SVEP कार्यक्रम के सहयोग से अब तक 5000 हजार से अधिक मास्क बनाकर मेडिकल स्टोर, स्वयं सेवी संस्थाओं और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिलाओ को विक्रय एवं वितरित किया जा चुका है