सोनभद्र।
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जिले में युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन की तरफ से कार्य किया जा रहा है। जनपद में अभी तक 72 ऐसे लोग हैं, जो विदेश यात्रा करके लौटे हैं या विदेशी हैं, ऐसे लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से लॉकडाउन होने के पहले ही क्वॉरेंटाइन करवाया गया। वहीं लॉकडाउन होने से पहले दूसरे प्रदेशों में नौकरी करने वाले या मजदूरी करने वाले 5300 लोग जनपद में आए। इनका प्रशासन ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया और कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण न मिलने के बावजूद इनको इनके घरों में क्वॉरेंटाइन रहने का आदेश दिया गया। 21 दिन की लॉकडाउन की घोषणा करने के बाद 1750 लोग जिले में दूसरे प्रदेशों से आए। जिन लोगों को विभिन्न स्कूलों एवं संस्थानों में बनाए गए क्वॉरन्टाइन सेंटर में रखा गया, जहां इनकी लगातार निगरानी की जा रही है। जिले में कुल 28 संस्थानों एवं स्कूलों में क्वॉरन्टाइन सेंटर बनाए गए हैं, जहां पर बाहर से आए लोगों को रखा जा रहा है। जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक कुल 30 लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा चुका है, जिनमें से चार की रिपोर्ट आनी है। अन्य लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट आ चुकी है। डीएम एस. राजलिंगम ने बताया कि पहले चरण में जो विदेश से आए थे या विदेश घूम कर लौटे थे, उन लोगों को हमने निगरानी के लिए रखा था। इनकी कुल संख्या 72 थी। वहीं लॉकडाउन के पहले विभिन्न प्रदेशों से जो लोग आए थे जो अन्य प्रदेशों में नौकरी या मजदूरी का काम करते हैं, उनकी संख्या 5300 है।उनको घर के अंदर होम क्वारंटाइन किया गया है।1750 लोग लॉकडाउन के दौरान जनपद में आए, जिन्हें विभिन्न संस्थानों में क्वारंटाइन करके रखा गया है। अभी तक हमने 27 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा था। इसमें 23 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जबकि चार की रिपोर्ट अभी नहीं आई है।