*कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने की पत्रकार वार्ता*
*कामगार और मजूदर से एक महीने का किराया नहीं लेंगे मकान मालिक: अवनीश कुमार अवस्थी*
, लखनऊ।* कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने रविवार को यहां लोकभवन में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि कोई भी मकान मालिक किसी कामगार और मजूदर से एक महीने का किराया नहीं लेगा। शिकायत मिलने पर पुलिस किराया लेने वाले मकान मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि प्राइवेट उद्यम एवं संस्थान बिना किसी कटौती के अपने कर्मचारियों को एक माह का वेतन दें। इसके लिए 30 एवं 31 मार्च को कार्यालय खुलवाकर कर्मचारियों के खाते में वेतन भेजा जाए।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि प्रदेश के बाहर से आए लोगों को जनपद स्तर पर हर हालत में उनकी स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वॉरेंटाइन में रखा जाए। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि वह जिस भी प्रदेश में हैं, वहीं रहें और लॉकडाउन का पालन करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया है कि पुलिस लाइन में अतिरिक्त भोजन पैकेट बनवाएं जाएं, जिससे कहीं भी लोगों को भोजन की आवश्यकता पड़ती है, तो वहां बटवायां जा सके।
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने आज विभिन्न प्रदेशों के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अन्य राज्यों में रह रहे उत्तर प्रदेश के लोगों के विषय में जानकारी ली। साथ ही अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिस भी राज्य से उत्तर प्रदेश के नगारिकों के फोन आ रहे हैं, वहीं पर उनकी समस्या का तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य प्रदेशों के नोडल अधिकारियों की आज नियुक्ति हुई है। इसमें प्रभात कुमार सारंगी को उड़ीसा, एम देवराज को तमिलनाडु, एलवी एटेंनी देव कुमार को केरल और पूर्वोत्तर के लिए संजय गोयल एवं पीसी मीणा को नियुक्त किया गया है। अपर मुख्य सचिव, गृह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया है कि अपर मुख्य सचिव वित्त की अध्यक्षता में भारत सरकार के राहत पैकेज को अप्रैल के प्रथम सप्ताह में आगे बढ़ाया जाए।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि एपीसी की अध्यक्षता में गठित कमेटी अब तक 4 हजार 935 मिट्रिक टन गेंहू का आवंटन एफसीआई के माध्यम से कर चुकी है। फलों और सब्जियों की डोर स्टेप डिलेवरी के लिए 19941 मोबाइल वैन और 21376 हाथ ठेला हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध की सप्लाई लगातार जारी है। नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था के लिए 850 कम्यूनिटी किचन खुल गए हैं। आवश्यक वस्तुओं की दरों का अधिकतम मूल्य निर्धारित किया जा रहा। कई जिलों में यह लागू भी किया जा चुका है।
*कम्यूनिटी स्प्रेड का कोई भी मामला अभी सामने नहीं आया है: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य*
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में जितने भी प्रकरण सामने आए हैं, उन्हें ट्रेस बैक किया जा सकता है। कम्यूनिटी स्प्रेड का कोई भी मामला अभी सामने नहीं आया है। कोरोना वायरस से संक्रमित 68 मामले प्रदेश में सामने आए हैं। जिनमें 14 का उपचार हो चुका है और वह अपने घर जा चुके हैं। 54 मरीजों का प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कालेजों एवं जिला चिकित्सालयों में इलाज चल रहा है। उन्होंने नोएडा और गाजियाबाद पर हम लगातार नजर बनाए हुए हैं। मुख्यमंत्री जी के निर्देश के बाद नोएडा और गाजियाबाद में सभी स्थितियों की निगरानी और मुस्तैदी से काम करवाने के लिए वरिष्ठ अधिकारी डा. एपी चतुर्वेदी को एक महीने के लिए पोस्ट किया है। दोनों जनपदों के सीएमओ और सीएमएस कोरोना वायरस से संबंधित प्रकरणों की रिपोर्टिंग करेंगे।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश में आठ प्रयोगशालाएं चल रही हैं। जिनमें 2284 सैंपल परीक्षण के लिए भेजे गए थे। इनमें से 2171 रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई हैं। 45 सैंपल की अभी जांच चल रही है। आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन बेड्स लगातार बढ़ाए जा रहे हैं। इसके साथ ही 2 सौ वेंटिलेटर भी हम खरीदने जा रहे हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि सभी जनपदों में लेवल-1 हॉस्पिटल बनकर तैयार हो गए हैं, जो किसी न किसी सीएचसी पर डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल हैं। लेवल-2 हॉस्पिटल का काम तीन-चार दिनों में पूरा हो जाएगा। प्रदेश में 6-7 जगहों पर लेवल-3 हॉस्पिटल बनाए जा रहे हैं, जहां पर कई वेंटिलेटर होंगे। किसी मरीज की स्थिति गंभीर होने पर उसको इन हॉस्पिटल्स में इलाज मिलेगा। प्राइवेट सेक्टर के हॉस्पिटल को भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में कन्वर्ट किया जाएगा। इसको लेकर उनसे बातचीत चल रही है। इसको लेकर कई प्राइवेट हॉस्पिटल ने हमें प्रस्ताव दिया था। उनका भी पैकेज हम बना रहे हैं।