बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)बभनी। देश में फैली कोरोना महामारी को दक्षिणांचल के गरीब व आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण यहां शिक्षा का अभाव व गरीबी से लोग परेशान हैं जिनका आधार दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करना लाकडाऊन होने के बाद भी ऐसी स्थिति सामने आ गई कि कई परिवारों के बीच तो दो वक्त की रोटी का व्यवस्था करना भी बड़ी बात हो गई है।इसके बावजूद लोग अपनी नींव को पकड़े हुए अपने पांव जमाए बैठे हैं प्रधानमंत्री जी के आदेश का पालन कर रहे हैं। क्षेत्र में कुछ जगहों पर जाकर समाजसेवी रुखशाना खानम ने लगभग बीस तीस घरों में जाकर लोगों को बिस्किट व ब्रेड का पैकट देते हुए घर में रहने व बाहर न निकलने की हांथ जोड़करअपील की और उन्होंने बताया कि कुछ घर ऐसे भी थे जहां खाने को नहीं था लोग अपने अगल-बगल से उधार लेकर अपने खाने की व्यवस्था कर रहे हैं और बकरिहवां से आते वक्त रास्ते में एक ऐसा पिड़ीत व्यक्ति मिला जो काफी भूखा था जिसे ब्रेड व बिस्किट देते हुए कुछ आर्थिक सहयोग भी दिया गया।