लखनऊ।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए देश के लगभग सभी नागरिक लॉक डाउन हो चुके हैं. लोग इस डर से घर के बाहर नहीं निकल रहे हैं कि कहीं वह कोरोना वायरस के संक्रमण का शिकार न हो जाए. ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस के कुछ जवान ऐसे भी हैं जो इन दिनों छुट्टियों पर अपने घर गए हुए थे. देश में लॉक डाउन की घोषणा होते ही इन जवानों ने घर में रहने की जगह ड्यूटी पर जाने का फैसला किया. चूंकि पूरे देश में लॉक डाउन था, लिहाजा ये जवान अपने तैनाती वाले जिलों में नहीं जा सकते थे.
ऐसे में इन जवानों ने पुलिस मुख्यालय से संपर्क कर ड्यूटी पर वापस आने की इच्छा जाहिर की. जब इन जवानों के बाबत प्रदेश के अतिरिक्त महानिदेशक असीम अरुण ने पता चला तो उन्होंने इन जवानों के जज्बे को सलाम करते हुए इमरजेंसी सर्विस यूपी 112 में तैनाती के आदेश जारी कर दिए. अब इन जवानों को उनके ही गृह जनपद में लोगों की मदद करने की ड्यूटी पर लगाया है. उत्तर प्रदेश पुलिस के ये 14 जवान न केवल यूपी पुलिस के अन्य जवानों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए उदाहरण की तरह है।
★ रिस्पॉन्स वेहिकल में मिली तैनाती
यूपी 112 के एडीजी असीम अरुण ने बताया कि अलग अलग जिलों में तैनात 14 सिपाही छुट्टी पर अपने गृह जनपद में थे, जो लॉक डाउन के चलते अपने घरों में ही रह गए और तैनाती के जिलों में नहीं पहुंच पाए. एडीजी असीम अरुण ने बताया कि कोरोना संकट के समय इन सिपाहियों ने ड्यूटी करने की इच्छा जताई. कर्तव्य के प्रति सिपाहियों के जज़्बे को देखकर एडीजी असीम अरुण ने लॉक डाउन तक इन सिपाहियों को उनके गृह जनपद में ही यूपी 112 के पुलिस रिस्पॉन्स व्हीकल में ड्यूटी करने का आदेश जारी कर दिया।
एडीजी असीम अरुण ने बताया कि मुख्य आरक्षी हरीराम राजपूत को कानपुर नगर से झांसी, कांस्टेबल अनुज कुमार व सोनू कुमार को लखनऊ से मेरठ, लखनऊ में तैनात कृष्ण कुमार को बुलंदशहर, संजीव कुमार को कानपुर नगर से झांसी, राहुल कश्यप को अमरोहा से बागपत, अविलाश को कानपुर देहात से मथुरा, अंकित कसाना को कानपुर नगर से नोएडा, सुजान सिंह को कन्नौज से झांसी, सोनू कुमार को सुल्तानपुर से हाथरस, चन्द्र शेखर चौहान को उन्नाव से जौनपुर, महिला कांस्टेबल पारुल को अलीगढ़ से कानपुर देहात, सत्य प्रकाश को श्रावस्ती से देवरिया जिले में लॉक डाउन तक ड्यूटी करने की अनुमति दी गई है।
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