जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से आजकी विकराल समस्या काकरोच,तिलचट्टे……..

स्वास्थ्य डेस्क। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से आजकी विकराल समस्या काकरोच,
तिलचट्टे……..

यदि आप अपने घर से कॉकरोच से परेशान हैं तो एक बार इसे जरुर आजमायें ।

कीट वर्ग का एक सर्वाहारी, रात्रिचर प्राणी है जो अंधेरे में, गर्म स्थानों में, जैसे रसोई घर, गोदाम, अनाज और कागज के भंडारों में पाया जाता है। पंख से ढका हल्का लाल एवं भूरे रंग का इसका शरीर तीन भागों सिर, वक्ष और उदर में विभाजित रहता है।
यह सीवरों में बहुत भारी संख्या में मिलते हैं और ज्यादातर यह आपके सिंक में पड़े झूठे बर्तनों के सहारे पूरे घर में फ़ैल जाते हैं ।
कुछ लोग हिट का , कुछ तेज़ाब का और कुछ लोग गर्म पानी से इसको मारते हैं । लेकिन यह समाधान अस्थायी है एकाध सप्ताह बाद इन्हें पुनः रसोईघर में रात के अँधेरे में पाएंगी ।

तिलचट्टे को मारने के लिए आप मेडिकल स्टोर से बोरिक एसिड का एक पाउडर ले आइये 20-30 रूपये में मिल जायेगा । उसमे बराबर या थोड़े ज्यादा मात्रा में आंटा मिला लीजिये तथा थोड़ी चीनी मिला लीजिये जिससे यह मीठा हो जाये । अब इसमें दूध डालकर गीला कर कीजिये , जैसे आपके घर का टूथपेस्ट होता है या आप घर पर लेई बनाती है ।

  • आँखों से पेस्ट दूर रखें ।

रात को इस पेस्ट को किसी पतले लम्बे ब्रुश के सहारे अपने घर के सभी लकड़ी की बारीक दरारों में , बेड के अन्दर , लकड़ी की अलमारी , सीवर की जालियों पर , सिंक के नीचे , गैस चूल्हे आदि जगहों पर , पानी जाने वाली जालियों के ऊपर या जहाँ से तिलचट्टे के आने की संभावना हो सब जगह बारीक दरारों में इस पेस्ट को लगा दें , और फिर रात को हाथ धोकर , लाइट बंद करके सो जायें ।

24 घंटे बाद कहीं – कही आपको कॉकरोच मरे मिलेंगे लेकिन उसके बाद दिखाई नहीं देखें । यह बेहद असरदायक किया हुआ प्रयोग है । लम्बे अंतराल तक आपका घर कॉकरोच से मुक्त हो जाएगा ।।

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