बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
कोरोना के कहर को कम करने के लिए 14 घंटे का जनता कर्फ्यू।
हर गली मोहल्लों व चट्टी चौराहों पर प्रशासन की दिखी सक्रियता।
बभनी आसनडीह परसाटोला मचबंधवा महुअरिया मोड़ चपकी समेत समस्त क्षेत्रों में पुलिस व स्वास्थयकर्मी रहे सक्रिता।
लोगों से घर में रहने की अपील, देश में बढ़े कोरोना के नए पीड़ित
बभनी।भारत में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस को मात देने के लिए आज यानी 22 मार्च को 14 घंटे का जनता कर्फ्यू शुरू हो गया है. कोरोना से जंग के लिए यह 14 घंटे परीक्षा की घड़ी है. इसके लिएआपको घर पर रहकर कोरोना को फैलने से रोकना है. दरअसल, देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में जनता कर्फ्यू जरूरी हो गया है.
आपको बता दें कि जनता कर्फ्यू में आपको कुछ नहीं करना है, यही आपके लिए सबसे बड़ा काम है. 14 घंटे घरों में कैद रहना जनता कर्फ्यू की सबसे बड़ी चुनौती है. आपको घर पर रहना और बाहर निकलने से बचना जरूरी है.
क्यों जरूरी है जनता कर्फ्यू?
जनता का…जनता के लिए…जनता के द्वारा लागू इस कर्फ्यू का मकसद कोरोना वायरस को समुदायों के बीच फैलने से रोकना है. कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकना और संक्रमण की चेन को तोड़ना है. जितने कम लोग घर से निकलेंगे और एक-दूसरे से जितना कम मिलेंगे उतरा ही कोरोना कंट्रोल में रहेगा. इसलिए जनता कर्फ्यू को लागू किया गया है.
जनता कर्फ्यू के दौरान घर में टीवी देखिए, बच्चों के साथ घर में खेलिए, परिवार के साथ वक्त बिताइए या कुछ और काम कीजिए लेकिन घर से बाहर मत निकलने की कोशिश मत कीजिए. सिर्फ घर से बाहर ना निकलने का काम आपको करना है. जनता कर्फ्यू के बीच लोगों कम से कम बाहर निकले इसके लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर ज्यादा से ज्यादा रोक लगा दी गई है.