मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 23 पॉजिटिव में से नौ लोग निगेटिव हो गए हैं। इन सभी को आइसोलेट किया गया था और इनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 23 पॉजिटिव में से नौ लोग निगेटिव हो गए हैं। इन सभी को आइसोलेट किया गया था और इनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि राज्य में कुल 23 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से नौ लोग इसके संक्रमण से उबर गए हैं, शेष 14 की हालत में भी काफी सुधार है। हमारे पास राज्य में पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन वार्ड हैं। हम धीरे-धीरे इसकी संख्या भी बढ़ा रहे हैं। सरकार काफी प्रयाग कर रही है। इससे निपटने के लिए सरकार हर कदम पर जनता के साथ है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में 23 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। जिनमें से नौ लोग ठीक हुए हैं। खतरे को देखते हुए मॉल, स्कूल और कॉलेजों को बंद रखना पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बहुत सारी गतिविधियों को रोक लिया है, सिनेमा घर, मॉल्स आदि को बंद कर दिया गया है। गैर जरूरी यात्राएं न करने और भीड़ भाड़ वाले स्थानों से बचने का भी आवाहन किया गया है। हम सभी को ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करना चाहिए, राज्य की सभी मेट्रो रेल, राज्य और सिटी बस सेवाएं कल बंद रहेंगी।लखनऊ में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। अब तक प्रदेश में 23 में कोरोनाजवायरस की पुष्टि हुई है। स्वास्थ विभाग ने मीडिया बुलेटिन जारी करते हुए बताया कि आगरा में 8, गाजियाबाद में 2, नोएडा में 4, लखनऊ में 8, लखीमपुर खीरी में एक में कोरोना को पुष्टि हुई है। अब तक कुल 984 टेस्ट निगेटिव पाए गए जबकि 157 के टेस्ट का इंतजार है। अब तक एयरपोर्ट पर 24580 की थर्मल स्कैनिंग हुई है।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे देश के अंदर कोरोना वायरस अभी सेकेंड स्टेज में है। हम इस स्टेज पर इसको रोकने में अगर सफल होते हैं तो यह दुनिया के लिए बड़ा संदेश होगा। इस संक्रमण को रोकने के लिए हमारी कार्यवाही युद्ध स्तर पर चल रही है। हर जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। प्रदेश में अब तक 23 मरीज चिन्हित हुए थे, इनमें से 9 पूरी तरह स्वस्थ्य हो चुके हैं। कोरोना वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि इन चुनौतियों से लडऩे के लिए खुद को तैयार करने की जरुरत है। बचाव का पक्ष सबसे महत्वपूर्ण है।