जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से चूने के घरेलू एवं आयुर्वेदिक नुस्खे…..

स्वास्थ्य डेस्क। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से चूने के घरेलू एवं आयुर्वेदिक नुस्खे……

चूना जो आप पान में खाते है वो सत्तर
बीमारी ठीक करने की क्षमता रखता है!

चूना एक टुकडा छोटे से मिट्टी के बर्तन मे डालकर पानी से भर दे , चूना गलकर नीचे और
पानी ऊपर होगा ! वही एक चम्मच पानी किसी
भी खाने की वस्तु के साथ लेना है ! 50 के उम्र के बाद कोई कैल्शियम की दवा शरीर मे जल्दी नही घुलती चूना तुरन्त घुल व पच जाता है।

किसी को पीलिया हो जाये माने जॉन्डिस
उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना ;गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है ।

चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी
दवा है -अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे; और जिन माताओं के शरीर में अन्डे नही बनते उनके लिए भी बहुत अच्छी दवा है चूना।

विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छा है जो
लम्बाई बढाने में सहायता करता है। गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिला के खाओ, दाल नही है तो पानी में मिला के पियो – इससे लम्बाई बढने के साथ स्मरण शक्ति के लिए भी बहुत अच्छा होता है।

जिन बच्चों की बुद्धि कम काम करती है मतिमंद बच्चे उनकी सबसे अच्छी दवा है चूना
जो बच्चे बुद्धि से कम है, दिमाग देर में काम करते है, देर में सोचते है हर चीज उनकी स्लो है उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे हो सकते है।

महिलाओं को अपने मासिक धर्म के समय अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो उसका सबसे अच्छी दवा है चूना। जो माताएं जिनकी उम्र पचास वर्ष हो गयी और उनका मासिक धर्म
बंध हुआ यह उनकी सबसे अच्छी दवा है

गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन
खाना दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना। जब कोई माँ गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती माँ को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है और चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है। गर्भवती माँ को चूना खिलाना चाहिए ..

अनार के रस में –
अनार का रस एक कप और चूना गेहूँ के दाने के बराबर ये मिलाके रोज पिलाइए नौ महीने तक लगातार दीजिये..

इससे चार फायदे होंगे –
पहला फायदा :-
माँ को बच्चे के जनम के समय कोई
तकलीफ नही होगी और नॉर्मल डीलिवरी होगा,
दूसरा :-
बच्चा जो पैदा होगा वो बहुत हृष्ट पुष्ट और तंदुरुस्त होगा ,
तीसरा फ़ायदा :-
बच्चा जिन्दगी में जल्दी बीमार नही पड़ता
जिसकी माँ ने चूना खाया है।
चौथा सबसे बड़ा लाभ :-
बच्चा बहुत होशियार होता है बहुत
Intelligent और
Brilliant होता है उसका IQ बहुत अच्छा
होता है ।

चूना घुटने का दर्द ठीक करता है , कमर
का दर्द ठीक करता है ,कंधे का दर्द ठीक करता
है।

एक खतरनाक बीमारी है Spondylitis
वो चूने से ठीक होता है ।

कई बार हमारे रीढ़की हड्डी में जो मनके होते है उसमे दुरी बढ़ जाती है Gap आ जाता है। चूना इसे ठीक करता है।

अगर आपकी हड्डी टूट जाये तो टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में
है। चूना खाइए सुबह को खाली पेट।

मुंह में ठंडा गरम पानी लगता है तो चूना खाओ बिलकुल ठीक हो जाता है।

मुंह में अगर छाले हो गए है तो चूने का
पानी पियो तुरन्त ठीक हो जाता है।

शरीर में जब खून कम हो जाये तो चूना
जरुर लेना चाहिए , एनीमिया है खून की कमी है उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना।

चूना पीते रहो गन्ने के रस में ,या संतरे के रस में नही तो सबसे अच्छा अनार के रस में – अनार के रस में चूना पीने से खून बहुत जल्दी खून बनता है – एक कप अनार का रस गेहूँ के दाने के बराबर चूना सुबह खाली पेट।

घुटने में घिसाव आ गया और डॉक्टर
कहे के घुटना बदल दो तो भी जरुरत नही चूना खाते रहिये और हरसिंगार के पत्ते का काढ़ा बना कर पीजिए घुटने बहुत अच्छे काम करेंगे।

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