सोनभद्र। दुध्दी विकास खण्ड के मुरता ग्राम पंचायत में बीते समय पूर्व शौचालय निर्माण कार्य में जम कर गोल माल किया गया है आपको बताते चलें कि एक वर्ष पूर्व मुरता ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान चंद्रदेव किसी मामले में जेल चले गए थे जिसके एक माह के अंदर ही त्रिस्तरीय समिति बनाकर कार्य कराया गया था
समिति के लोगों द्वारा ग्राम विकास अधिकारी की मिलीभगत से जमकर ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत के खजाने को लूटने का कार्य किया गया है। गाँव के निवासी रामदास में बताते है हमारे घर के पास पहले से सरकारी हैंडपंप लगा हुआ था जो खराब हो गया जिसके बदले में रिबोर पास हुआ था और जब मशीन बोर करने आई तो उसी दौरान मौसम खराब होने के कारण बारिश हो गई जिससे मात्र 20 फीट ही बोर हो सका इसके बाद आज तक बोर नहीं हुआ और बोर का भुगतान कर दिया गया
जिसकी शिकायत रामदास ने शिकायती पत्र के माध्यम से 04 फरवरी 2020 को जिलाधिकारी से किया है। आपको बताते चलें कि मुरता ग्राम पंचायत को कागजों पर ही ओडीएफ घोषित कर दिया गया है, लेकिन जमीन पर आज तक गांव ओडीएफ नहीं हो सका क्योंकि अभी तक गांव में लगभग 50% शौचालय निर्माणाधीन पड़े हुए हैं। जिसमें कुछ शौचालय का निर्माण कार्य चल रहा है और जो निर्माण हो चुका है उसमें व्यापक पैमाने पर मानक की अनदेखी कर ग्राम विकास अधिकारी और त्रिस्तरीय समिति द्वारा कार्य कराया गया है। आपको सबसे महत्वपूर्ण विषय की ओर ले चलते हैं कि मुरता ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान रामसेवक यादव जो लिलासी कला गांव में निवास करते हैं जिनके यहां मुरता ग्राम पंचायत की तरफ से शौचालय का निर्माण कराया गया है जो म्योरपुर विकास खण्ड के अंतर्गत पडता है इससे जाहिर होता है कि त्रिस्तरीय समिति और ग्राम विकास अधिकारी ने ग्राम प्रधान के जेल चले जाने के बाद जमकर ग्राम पंचायत के खजाने को लूटने का कार्य किया है। ग्रामीणों ने बताया कि मुरता गांव के प्राथमिक विद्यालय मे विद्यालय का कायाकल्प करने के लिए शासन से लगभग सात लाख रुपए की धनराशि सुकृति किया गया था लेकिन ग्राम विकास अधिकारी और त्रिस्तरीय समिति द्वारा मानक के अनुरूप कार्य न कराकर उसमें भी बड़े पैमाने पर सरकारी धन का गबन करने का मामला प्रकाश में आ रहा है जिला प्रशासन का ध्यान ग्रामीणों ने आकृष्ट कराते हुए जांच की मांग किया। वही विश्वसनीय सूत्रों द्वारा पता चला है कि जिलाधिकारी एस राज लिगंम ने ग्राम विकास अधिकारी राघवेंद्र सिंह कडा निर्देश देते हुए 03 मार्च तक शौचालय निर्माण की रिपोर्ट सौपने कहा था।लेकिन अभी तक शौचालय का कार्य पूर्ण नहीं कराया गया।वही ग्राम विकास अधिकारी राघवेंद्र सिंह अपनी कमियों को छुपाने के लिए एक ही शौचालय का दो बार नाम मिटा कर फोटो खींचने का कार्य कर रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि गणेश के शौचालय का नाम मिटा कर राजो देवी और सहदेव का नाम लिखकर सिगेटरी द्वारा फोटो खींचा गया,शौचालय निर्माण में इसकी जांच हो जाए तो इसमें कोई शक नहीं कि ग्राम विकास अधिकारी पूर्ण रूप से हंसते हुए नजर आ रहे हैं। ग्राम पंचायत के अंतर्गत सौर ऊर्जा वितरण में भी व्यापक पैमाने पर अनदेखी कर अपात्र लोगों को भी सौर ऊर्जा वितरित किया गया ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए ग्राम पंचायत ग्राम मे विकास अधिकारी और त्रिस्तरीय समिति द्वारा कराए हुए कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग किया है।