एक ओर मची मरीजों की अफ़रा-तफ़री दूसरी ओर चिकित्सकों की चल रही बैठक।

बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)

केवल एक ही महिला चिकित्सक के सहारे लगी रही मरीजों की लंबी कतार।

बभनी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जहां एक ओर बीमारी से जूझ रहे मरीजों की लंबी कतार देखने को मिली वहीं बंद कमरे में चिकित्सकों की बैठक चल रही थी और एक ही महिला चिकित्सक पचासों मरीजों की समस्यायों को भी देखते हुए दौड़-भाग मचाती हुई मिली कभी चेंबर में बैठकर मरीजों की समस्यायों को भी सुन रही थी और इंजेक्शन भी दे रही थी। जब महिला चिकित्सक डॉ. हेमलता सिंह से दौड़-भाग का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी मरीजों की लंबी कतार को देखते हुए मैं चेंबर में बैठकर उनकी समस्याओं का समाधान भी कर रही हुं और उनका इलाज भी कर रही हुं।

बैठक कर रहे चिकित्सक डॉ. अजय यादव से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि सप्ताह में मासिक बैठक बुलाई जाती है इसलिए सभी चिकित्सकों के साथ बैठक कर रहा हूं। जब मरीजों के अफ़रा-तफ़री का कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक

महिला चिकित्सक हेमलता को लगाया गया है। परंतु मुख्य बात तो यह है कि चिकित्सालय में मरीजों के उपचार के बजाय साप्ताहिक अधिक महत्त्वपूर्ण रही यदि देखा जाए तो छुट्टी के बाद भी बैठक ली जा सकती थी।

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