नागरिकता संसोधन अधिनियम जागरुकता अभियान हेतु महिला संगोश्ठी का आयोजन

बीना सोनभद्र।नागरिकता संसोधन अधिनियम जागरुकता अभियान हेतु महिला संगोश्ठी का आयोजन अपना दल की नेत्री हाजरा बेगम ने ग्राम चन्दुआर (शक्तिनगर) में नागरिकता संसोधन अधिनियम जागरुकता अभियान हेतु महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया।, जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में रेल परामर्श दात्री समिति रेलवे बोर्ड के सदस्य एस. के. गौतम तथा प्रमुख वक्ता के रुप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ रेनुसागर के कार्यवाह अशोक उपाध्याय तथा गोष्ठी के अध्यक्षता रामजानकी मन्दिर के पुजारी स्वामी एस. माधवन नायर ने की तथा विशिष्ठ अतिथि विश्व हिन्दू परिषद के जिला रेनुकूट काशी प्रान्त धर्म प्रसार प्रमुख चन्द्र प्रकाश गुप्ता रहे। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता श्री उपाध्याय ने कहा कि कहा कि नागरिकता संसोधन अधिनियम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धर्म के नाम पर उत्पीडि़त अल्पसंख्यक अर्थात हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, ईसाई व पारसी जो प्राण और सम्मान के लिए भारत आए हैं, उन्हे अवैध प्रवासी नहीं माना जायेगा। इनमें से जा लोग 31 दिसम्बर 2014 तक भारत आ चुके थे उन्हे भारत की नागरिक्ता प्रदान की जाएगी। जब से वो भारत आए, तभी से (उसी साल से) उन्हे भारत का नागरिक माना जाएगा। यहॉं हुए उनके विवाह, बच्चों आदि को भी कानूनी मान्यता मिलेगी। मुख्य अतिथि एस.के. गौतम ने लोगों से समाजिक समरसता एवं सौहार्द बनाए रखने की अपील की तथा तथा किसी भड़कावे में न आए। उन्होने खुशी जाहिर की कि इस गोष्ठी का आयोजन एक मुस्लिम समाज की महिला द्वारा किया जा रहा है तथा गोष्ठी में अल्प संख्यक समुदाय के महिला एवं पुरुष भी उपस्थित हैं। चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने भी विस्तार से इस अधिनियम के बारे में अवगत कराया तथा श्रीमती हाजरा बेगम ने कहा कि अब मैं शीघ्र हीं पुरे जिले में नागरिकता संसोधन अधिनियम हेतु जागरुकता अभियान चालाउंगी। गोष्ठी में प्रमुख रुप से विश्व हिन्दु परिषद में जुड़ी महिलाएं श्रीमती शशी कुमारी, श्रीमती निर्मला राय, तथा सीमा उपाध्याय तथा जमीरुन निशा, जब्बार अली अंसारी, सफीक अंसारी, रामजनम भारती मीना बियार, रेनु बियार, मनोज दूबे, तुलसी कुशवाहा जुकुमुन दूबे, अरबिन्द भारती, श्रीमती मानमती बी.डी. सी. सदस्य, प्रमिला मिश्रा बरमेश्वर पाठक, रामजी वर्मा एवं अनीता साहनी, रेनू पटेल आदि उपस्थित रहे।चित्र में गोष्ठी को संबोधित करते आशोक उपाध्याय।

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