शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने चिन्मयानंद के पर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया थालखनऊ।पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद पर रेप का आरोप लगाने वाली लॉ स्टूडेंट ने अपनी जान का खतरा बताते हुए केस को लखनऊ से ट्रांसफर करने की सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल दी है। मामले में सुप्रीम कोर्ट दो मार्च को सुनवाई करेगा, तब तक पीड़िता को सुरक्षा देने की बात कही है। शुक्रवार को शिकायतकर्ता महिला की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील कोलिन गोन्साल्विस ने प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष दलील दी कि रेप मामले को दिल्ली ट्रांसफर कर दिया जाये, क्योंकि यूपी में उनकी मुवक्किल को जान का खतरा है। मामले पर सुनवाई के लिए पीठ राजी हो गई। पीठ ने वकील से सुरक्षा के लिए प्रशासन का रुख करने के लिए कहा। गोन्साल्विस ने बताया कि यूपी पुलिस ने शिकायतकर्ता की सुरक्षा के लिए एक गनमैन दिया है। इससे पहले चिन्मयानंद को जमानत देने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ भी एक याचिका दायर की गई थी।शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने चिन्मयानंद के पर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए पीड़िता ने चिन्मयानंद पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया था। उसके बाद वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी, जिसके बाद पीड़िता के पिता ने चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।*कौन है चिन्मयानंद?*उत्तर प्रदेश के गोंडा में जन्मे 73 वर्षीय चिन्मयानंद का ताल्लुक अवध के राजघराने से है। लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमए करने वाले चिन्यमयानंद अविवाहित हैं। वर्ष 1991 में वह पहली बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर बदायूं से लोकसभा चुनाव जीते थे। वर्ष 1998 में मछलीशहर और 1999 में जौनपुर से सांसद बने। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में चिन्मयानंद गृह राज्य मंत्री भी बनाये गये।