*एआईआरएफ की मांग पर रेलवे बोर्ड ने दी स्वीकृत*
चोपन /सोनभद्र (अरविन्द दुबे)आल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन ने सातवें वेतन आयोग के समक्ष स्टेशन मास्टर की नियुक्ति ग्रेड पे 2800 से 4200 करने की मांग रखी थी जिसे आयोग ने वर्ष 2019 में स्वीकृत किया और यह निर्देश जारी किया था कि वैसे स्टेशन मास्टर जो 2800 ग्रेड पे में कार्यरत हैं उनका 31 दिसंबर 2018 को मिल रहे बेसिक वेतन को 4200 ग्रेड पे में करते हुए एक जनवरी 2019 से नये वेतन पर निश्चित कर दिया जाए । इससे सभी सहायक स्टेशन मास्टर को स्टेशन मास्टर पद करते हुए एरियर सहित भुगतान का भी लाभ मिल गया । इसके पश्चात फेडरेशन ने रेलवे बोर्ड पी एन एम में यह मांग रखी कि नियुक्ति ग्रेड पे 4200 हो जाने पर स्टेशन मास्टर को एम ए सी पी के तहत उच्चतम ग्रेड पे 4600 तथा 4800 ही मिल रहा है जबकि आर्थिक उन्नयन के तहत उन्हें 5400 ग्रेड पे का भी लाभ दिया जाना चाहिए । विभिन्न बैठकों में फेडरेशन ने इस मांग के समर्थन में अपने तर्क और विचार प्रस्तुत किए । इस पर रेलवे बोर्ड ने सहमति जताई और अंततः एआईआरएफ के पी एन एम मद संख्या 05/2018 का निपटारा करते हुए डिप्टी डायरेक्टर पे कमिशन,रेलवे बोर्ड श्रीमती सुधा ए कुजूर ने दिनांक 25 फरवरी 2020 को आदेश संख्या 26/2020 को जारी कर दिया। इस पत्र में स्पष्ट रूप से एआईआरएफ के मांग का उल्लेख भी किया गया है । इस मांग के पूरा होने पर अब स्टेशन मास्टर एम ए सी पी के तहत सर्वोच्च ग्रेड पे का लाभ पाने के हकदार हो गए हैं ।
ईसीआरकेयू के केंद्रीय कोषाध्यक्ष मो ज़्याऊद्दीन से प्राप्त उक्त जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू चोपन वन के शाखा सचिव वी के डी द्विवेदी तथा अध्यक्ष उमेश कुमार सिंह ने बताया कि ईसीआरकेयू और एआईआरएफ रेलकर्मियों के व्यापक हितों को पाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं । इस सफलता से स्टेशन मास्टर सहित सभी रेलकर्मियों में खुशी व्याप्त हुई है ।उन्होंने बताया कि अब फेडरेशन लोको पायलट तथा ट्रेन गार्ड के लिए भी उच्चतम ग्रेड पे की मांग उठा रखी है और रेलकर्मियों के सहयोग से इस मांग को भी रेलवे बोर्ड को स्वीकार करने के लिए बाध्य कर देंगे ।