म्योरपुर सोनभद्र (विकास अग्रहरी/पंकज सिंह)
दुधी तहसील के महुली स्थित राजा बरियार शाह के ध्वस्त किले के पास सोन पहड़ी में सोना मिलने की पुष्टि के बाद वंशीधर की आराध्य प्रेमिका राधा रानी की मूर्ति पहाड़ी के किसी कोने में होने संभावना लोगो की जुबान पर है।विद्या, मुना,कुंदन कनौजिया,दिनेश की माने तो राधा और कृष्ण की दो मूर्तियां यही की पहाड़ियों में छिपाई गयी थी।कृष्ण की 32 मन की मूर्ति मिलने के बाद राजा बरियार को युध्द में मार कर नगर के राजा ले गए जो आज वंशीधर के नाम से सुविख्यात मंदिर के नाम से जाना जाता है।जबकि राधा रानी की मूर्ति लोगो को नही मिली ,। सोने का भंडार मिलने से अब इस बात से पर्दा उठ जाएगा कि यहां राधा रानी की सोने की मूर्ति है या नही।हालाकि महुली में शिव पहड़ी ,सोन पहड़ी सहित दो अन्य पहाड़िया है जिस पर किसी एक मे राधा रानी की मूर्ति होने की बात कही जाती है।
अधौरा पहड़ी पर भी कोयले का भंडार का हो चुका है सर्वेक्षण
बभनी ब्लॉक के छत्तीसगढ़ सीमा से सटे अधौरा पहाड़ी ,छिपिया ,आदि स्थानों पर कोयला का भंडार होने की संभावना जतायी गयी है।2005 से 2011 के बीच जी एस आई कि टीम यहां मशीन लगा कर सर्वेक्षण की थी उस दौरान कोयला होने की बात सामने आयी थी लेकिन अभी आधिकारिक तौर पर यहां कितना कोयला है इसकी पुष्टि होना बाकी है अभी जी एस आई कि टीम भुक्कू पहड़ी, धन खोर , कुदरी आदि स्थानों पर खनिज संपदा की खोज में लगी है।