धर्म डेक्स। जानिये पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय जी से जानिये मूलांक से भविष्य…….
(1.) जिसका जन्म 1,10,19,28 को हुआ हो, उसका मूलांक एक होता है। गुस्सा जल्दी आता है।
(2.) जिसका जन्म 2,11,20, 29 को होता है, उसका मूलांक दो होता है। ये चंचल स्वभाव के होते हैं, स्थिर नहीं रहते । इनका मन एक स्थान पर स्थिर नहीं रहता।
(3.) जिसका जन्म 3,12,21,30 को होता है, उसका मूलांक तीन होता है। ज्ञानी और स्पष्टवादी होते हैं। कला के प्रति रुझान होता है।
(4.) जिसका जन्म 4,13,22,31 को होता है, उसका मूलांक चार होता है। ये लोग मेहनती होते हैं। अनुशासनप्रिय होते हैं ,एक जगह शान्त नहीं बैठते।
(5.) जिसका जन्म 5,14,23 को होता है, उसका मूलांक पाँच होता है। मिल-जुलकर रहना पसन्द करते हैं।
(6.) जिसका जन्म 6,15,24 को होता है, उसका मूलांक छः होता है। इनकी सौन्दर्य के प्रति रुचि होती हैं।
(7.) जिसका जन्म 7,16,25 को होता है, उसका मूलांक सात होता है। धोखों का सामना करना पडता है। ये स्वभाव से मिलनसार ,अच्छे होते हैं।
(8.) जिसका जन्म 8,17,26 को होता है, उसका मूलांक आठ होता है। लोग रहस्मयवादी प्रवृत्ति।
(9.) जिसका जन्म 9,18,27 को होता है, उसका मूलांक नौ होता है। बहुत जल्दी उत्तेजित भी हो जाते हैं।
मूलांक से चुनिए करियर
मूलांक यानी आपकी डेट ऑफ बर्थ या जन्मदिन। यदि होरोस्कोप न हो तो केवल इसके द्वारा भी आप अपनी वर्किंग फील्ड के बारे में जान सकते है और मनचाही सफलता हासिल कर सकते हैं।
- यदि आप मूलांक 1 को रिप्रेजेंट करते है तो आपको डिजाइनर, टीम लीडर, फिल्म मेकिंग या नवीन इन्वेंशन के क्षेत्र में जाना चाहिए
- यदि आपका मूलांक 2 है तो आपको किसी भी रचनात्मक काम को करना चाहिए जैसे डाँसिंग, राइटिंग, पोएट्री या रिसर्च के कार्य कर सकते हैं।
मूलांक 3 है तो आपके लिए एक्टिंग, टीचिंग, जर्नलिज्म, काउंसलिंग आदि बेहतर ऑप्शन है।
मूलांक 4 है तो आपको इंजीनियर, बिल्डर, प्रोग्रामर, मशीनों से रिलेटेड काम करना चाहिए।
मूलांक 5 है तो आपको प्रकाशन, विज्ञापन,लेखन आदि क्षेत्र में काम करना चाहिए।
मूलांक 6 को रिप्रेजेंट करते है तो आप सोशल वर्क, मेडिकल, आयुर्वेद,कुकिंग आदि फील्ड में काम कर सकते हैं।
मूलांक 7 है तो आपको वैज्ञानिक, दार्शनिक, जासूस, मिस्ट्री नॉवेल राइटर होना चाहिए।
मूलांक 8 है तो आपको बैंकिंग, मैनेजर, किसी संस्था का डायरेक्टर या मशीनों का काम करना चाहिए।
मूलांक 9 है तो आप खिलाड़ी, फिजिशियन, वकील,सैनिक आदि हो सकते हैं।
मूलांक और आपका भविष्य
मूलांक 1
महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख को होता है, उसका मूलांक 1 होगा। अधिपति सूर्य है। दृढ़निश्चयी, स्वतंत्रता प्रिय, तथा नेतृत्व की जन्मजात प्रतिभा वाले होते हैं। ये बड़े परिश्रमी, लग्नशील, स्वाभिमानी तथा शक्तिशाली होते हैं।
मूलांक 2
महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख को पैदा होने वाले जातक का मूलांक 2 होगा। मूलांक 2 वाले व्यक्ति अपनत्व और प्यार के साथ अपनाते है और उन्हें प्रगति के पथ की ओर अग्रसर करने में प्रेरणादायी भूमिका का निर्वाहन करते हैं। रोग और मूलांक 2 : कमजोरी, क्षीणता, उद्वेग, मस्तक पीड़ा, छोटी-छोटी दुर्घटना, हृदय रोग, संवेदनशीलता, भावुकता, स्नायु निर्बलता, कब्जियत, आंत रोग, मूत्र रोग, गैस रोग हो सकते हैं। हृदय रोग, मधुमेह, जोड़ों के दर्द आदि . महत्वपूर्ण वर्ष : 2, 11, 19, 20, 29, 37, 47, 57, 61 एवं 71 वां वर्ष शुभ हो ,मूलांक के जातकों के लिए 1, 4 और 7 की संख्या भी शुभ है।
मूलांक 3
मूलांक 3 वाले व्यक्ति महत्वाकांक्ष, नेतृत्व प्रिय, अधीनस्थ लोगों से भी अनुशासन में कठोर होते हैं। मूलांक भी 3 हो तो उन जातकों पर वृहस्पति शुभ प्रभाव होगा। देव गुरू वृहस्पति -धन, विद्या, मन्त्रणा और सन्तान के कारक माने गये हैं। 3, 12, 21, 30 इन सब अंकों का मूलांक 3 ही हैं। जिनकी जन्म तारीख का मूलांक 3 हो, उनमें परस्पर विशेष आकर्षण होता है। मूलांक 3 अंक वालों को चमकीला गुलाबी रंग या हल्का गुलाबी रंग विशेष शुभ होता है। रोग और मूलांक : चर्मरोग , दाद, खाज, खुजली, प्रमेह, पित्त प्रकोप, रक्त दोष शुभ वार – रविवार, मंगलवार, गुरूवार एवं शुक्रवार। शुभ तारीखें – 3, 12, 21, 30, 6, 15, 24, 9, 18, 27, 1, 10, 19, 28 , महत्वपूर्ण वर्ष – 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30, 33, 39, 42, 45, 48, 51, 54, 57, 60, 63, 66 इत्यादि।
मूलांक 4 वाला व्यक्ति अपने विवेक द्वारा अपनी कल्पना को सही दिशा देता है मूलांक 4 वाले व्यक्ति नई व्यवस्थाओं के संस्थापक एवं पुरानी सामाजिक व्यवस्थाओं के विरोधी होते हैं। जिन लोगों की जन्म तारीख का मूलांक 1, 2, 7 या 8 होता है, उसके प्रति इनका झुकाव हो सकता है। मूलांक 4 अर्थात जन्म तारीख, 4, 13, 22, 31 हो उन्हें धन का अपव्यय नहीं करना चाहिए, मूलांक 4 वाले व्यक्ति अपने अन्दर सहनशीलता की भावना पैदा करें और दूसरों से व्यर्थ विवाद न करें तथा शुत्रता को दावतनामा न दें, शुभ वार – रविवार, सोमवार, शनिवार भी शुभ है। शुभ तारीखें – 4, 13, 22, 31 साथ ही 1, 10, 19, 28 शुभ रंग – क्रीम कलर, भूरा मिश्रित खाकी, नीला चटकीला रंग। जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष – 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76 आदि।
मूलांक 5
स्वस्थ्य शरीर, सदृढ़ कद काठी, तर्क बुद्धि, विलक्षण सूझबूझ के धनी, बुद्धि ज्ञान से सम्पन्न, पाण्डित्य दर्शाता स्वभाव, तेज तर्रार आभापूर्ण व्यक्तित्व इनकी प्रमुख विशेषता होती है। रोग और मूलांक 5 : आंत संबंधी, चर्म रोग, जुकाम, नजला, फेफड़े या स्नायु रोग। मूलांक 5 वालों पर बुध का प्रभाव विशेष रूप से पड़ता है। जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष : 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68 तथा 77 वाँ वर्ष महत्वपूर्ण होता है। 32 वें वर्ष में बुध अपना पूर्ण प्रभाव दिखाने लगता है।
शुभवार – बुधवार, रविवार, शुक्रवार। शुभ तारीखें – 5, 14, 23 इन तारीखों में बुधवार हो तो विशेष शुभ। 1, 10, 19, 28 इन तारीखों में रविवार हो तो विशेष शुभ। शुभ रंग – हरा, श्वेत, भूरा, कत्थई। शुभ दिशा – उत्तर पूर्व एवं उत्तर पश्चिम।
मूलांक 6
स्वामी ग्रह शुक्र है। 6, 15 या 24 तारीख को हुआ हो। 6 मूलांक वाले व्यक्ति बहुधा लोकप्रिय होते हैं। इनमें आकर्षण शक्ति और मिलानसरिता प्रचुर मात्रा में होती है। धनी होने पर मूलांक 6 वाले व्यक्ति कला और कलाकारों के लिए उदारता से धन खर्च करते हैं।जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष – 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60 69 वां वर्ष महत्वपूर्ण है। रोग और मूलांक : फेफड़ों से संबंधित रोग, स्नायु दुर्बलता, सीने की कमजोरी, मूत्र रोग, कफ जनित रोग, कब्जियत व जुकाम जैसे रोगो से पीडि़त हो सकते हैं। शुभवार – मंगलवार, गुरुवार एवं शुक्रवार शुभ तारीखें – 6, 15, 24 सहयोगी तारीखें 3, 9, 12, 18, 21, 27 एवं 30 शुभ रंग – गहरा नीला रंग, गुलाबी रंग, अशुभ रंग काला और बैगनी। शुभ दिशा – उत्तर पूर्व अथवा उत्तर पश्चिम शुभ रत्न – सौभाग्यशाली रत्न फिरोजा, पन्ना।
मूलांक 7
मूलांक 7 के व्यक्तियों का प्रतीक और स्वामी ग्रह नेपच्यून यानी वरूण है। 7, 16, 25 को जन्मा हो, उसका मूलांक 7 होता है। 7 अंक वाले व्यक्तियों के लिये चन्द्रमा से संबंध रखने वाले 2, 11, 20, 29 तारीखों में पैदा हुए व्यक्तियों से दोस्ती करना शुभ रहेगा। 7, 16, 25 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति स्वतंत्र और मौलिक विचार वाले होते हैं। मूलांक 7 वाले व्यक्ति धर्म के संबंध में अपने विशिष्ट विचार रखते हैं। वे पुरानी परम्पराओं को पसन्द नहीं करते। पहला गुण- मौलिकता, दूसरा गुण – स्वतंत्र विचार और तीसरा प्रधान गुण : विशाल व्यक्तित्व। जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष – 7, 16, 25, 34, 43, 52 और 61 वां वर्ष आपके जीवन में महत्वपूर्ण होगें। इन वर्षों में आप अवश्य सफलता प्राप्त करेंगे। मित्रांक वर्ष 2, 4, 11, 13, 20, 22, 29, 31, 38, 40, 47, 49, 58 एवं 67 वां वर्ष भी लाभकारी हो सकता है। रोग और मूलांक : जब भी आपके जीवन में रोग की स्थिति आयेगी तब आपको पेट दर्द, छूत के रोग, पसीने की अधिकता, आमाशय दोष, कब्जियत, नींद न आना, भूख न लगना, गुप्तांग संबंधी रोग, वात व गठिया इत्यादि रोग हो सकते हैं। शुभवार – रविवार, सोमवार और बुधवार, शुभ तारीखें – 7, 16, 25, एवं 2, 11, 20 एवं 29, शुभ रंग – हल्का नीला, आसमानी, कपूरी, हरा, श्वेत, गुलाबी
अंक ज्योतिष में मूलांक 8 को विश्वास का अंक कहा गया है। इसका स्वामी ग्रह शनि है। किसी भी माह की 8, 17, 26 तारीख का मूलांक 8 होता है।
रोग और मूलांक : वायु रोग, वात रोग, शारीरिक क्षीणता, अंध रोग, हृदय की कमजोरी, रक्त की कमी, कब्जियत, रक्तचाप, सिर की पीड़ा, कुष्ठ रोग, मूत्र रोग, गंजापन तथा कान-नाक में पीड़ा हो सकती है।जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष – 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71 आदि वर्ष शुभ हैं इन आयु वर्षों में जीवन की अनुकूलता रह सकती हैं। मित्रांक वर्ष 4, 13, 22, 31, 40, 49 भी शुभ हो सकते हैं। शुभवार – शनिवार एवं बुधवार। शुभ तारीखें – 8,17, 26। शुभ रंग – गहरा नीला, काला, हरा एवं भूरा मिश्रित बैंगनी। शुभ दिशा – दक्षिण, दक्षिण पूर्व एवं दक्षिण पश्चिम।
मूलांक 9
मूलांक 9 का प्रतीक और स्वामी ग्रह मंगल है। 9, 18 या 27 तारीख को पैदा हुए हों।
रोग और मूलांक: जब भी आपके जीवन में रोग की स्थिति आयेगी तब आपको क्रोध, झल्लाहट दुर्घटना, चोट, अंग शैथिल्य, हृदयरोग, रक्तचाप आदि पीड़ा देंगे।
जीवन के महत्वपूर्ण वर्ष – 9, 18, 27, 36, 45, 54, 63, 72, 81 आदि। शुभवार – मंगलवार, गुरूवार एवं शुक्रवार। शुभ रंग – गुलाबी, गहरा लाल, सफेद या पीला। शुभ दिशा – पूर्व, उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम। । मनुष्य का प्रतिनिधित्व करने वाला 9 का अंक शारीरिक और भौतिक क्षेत्र में शक्ति, ऊर्जा और युद्ध में संहार के गुणों से युक्त माना गया है।
अंक ज्योतिष में सभी अंको की अलग-अलग औषधियां और वनस्पतियां बताई गई है। वनस्पतियों का उपयोग करें।
अंक-1 लौंग, केसर, किशमिश, कालीमिर्च, अदरक, आजवाइन, सौंठ, नींबू, जायफल, जौ, खजूर, संतरा, सीताफ ल आदि औषधियां उपयोग करना चाहिए इनके उपयोग से आप हमेशा तरोताजा रहेंगे।
अंक-2 केला, ककड़ी, कलींदा, पत्ता गोभी, सिंघाड़ा, सलाद आदि चिजों का सेवन करना आपके लिए लाभकारी माना गया है।
अंक-3 अनार, अंगूर, अनानास, शहतूत, सेब, शतावरी, नाशपाती, पुदीना, बादाम, केशर, लौंग, अंजीर एवं चुकंदर, स्वास्थ्य रक्षक जड़ी बूटियों का सेवन करें।
अंक-4 अंक , मेथी, सलाद, प्याज, हरी सब्जीयां, करेला, नीम, मीठे फल आदि का उपयोग करें।
अंक-5 बादाम, अखरोट और नारियल की गिरि, चुकंदर और जौ की रोटियों का सेवन करना चाहिए। बादाम और अखरोट ही विशेष रूप से लाभकारी हैं।
अंक-6 अंक 6 वालों के लिए अनार, अंजीर, अखरोट सभी प्रकार की फलियां, चुकंदर, तरबूज, नाशपाती, सेब एवं बादाम
अंक-7 जन्मांक सात वाले लोगों के लिए हर प्रकार के फलों का रस, ककड़ी, प्याज, टमाटर, मूली, नींबू आदि का सलाद, सेब, संतरा, गोभी व अंगूर का सेवन तनाव और चिंता जनित रोगों का निवारण करने में लाभकारी माना गया है।
अंक-8 ताजी हरी सब्जियां और पके फलों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करे तो लंबे समय तक जवान बने रहेंगे। धनियां, पोदीना, लहसुन, प्याज, पालक की भाजी, गाजर व केला का उपयोग स्वास्थ्य रक्षक होता है।
अंक-9 अदरक, लहसुन, प्याज, लाल एवं हरी मिर्च, कालीमिर्च, तोरई, मीठे फ ल एवं मजीठ का प्रयोग करना लाभ प्रद होता है। गरिष्ठ भोजन, मदिरा का सेवन एवं नशीली वस्तुओं का सेवन करने से इन्हें परहेज करना चाहिए