गुलमोहर को हराकर लखनऊ ने जीता नेशनल टूर्नामेंट

कोई भी क्षेत्र हो चरित्र का होना आवश्यक : न्यायमूर्ति

स्टेट टूर्नामेंट विजेता टीम कर साथ न्यायमूर्ति अजय भनोट

उरई। नेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट को एलसीए लखनऊ ने गुलमोहर को 82 रन से हराकर ट्रॉफी पर कब्जा किया।
इंदिरा स्टेडियम में आयोजित टूर्नामेंट में खिलाड़ियों को पुरस्कृत करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति अजय भनोट ने कहा कि कोई भी क्षेत्र हो उसमें चरित्र का होना बहुत आवश्यक है। कहा कि खेल ही एक ऐसा क्षेत्र होता है जिसमें भावानाएँ सबसे अधिक प्रबल होती हैं। नेशनल टूर्नामेंट के मुख्य अतिथि राज्य सूचना आयुक्त नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हार के बाद ही जीत है। इसलिए हारने वाली टीम को कभी हतोत्साहित नहीं होना चाहिए। पूर्व डीआईजी रतनकुमार श्रीवास्तव ने खेलों के विकास पर प्रसन्नता जताई। डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन श्यामबाबू ने कहा कि डीसीए के गठन को इस वर्ष 50 वर्ष पूरे हुए। इस विकास यात्रा में सभी का सहयोग है।
पहले खेलते हुए एलसीए लखनऊ ने 30 ओवर में 4 विकेट पर 199 रन बनाए। सर्वाधिक रन प्रबनूर ने 79 और विपरज ने 60 रन बनाये। गेंदबाजी करते हुए आदित्य ने 2 विकेट लिए।

गुलमोहर लखनऊ की शुरूआत ठीक नहीं रही। अकेले कमले आलम ही संघर्ष कर पाए। कमले आलम ने 66 रन बनाए। इसके अलावा हिमांशु के 22 रन रहे। गेंदबाजी में मिलन यादव को तीन और विपरज व अभिषेक को 2 -2 विकेट मिले। गुलमोहर की पूरी टीम 28 ओवर में 117 रन बनाकर 82 रन से फाइनल हार गई। स्टेट और नेशनल टीम की विजेता और उप विजेता टीमों को अतिथियों ने ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। अम्पायरिंग डॉ. राकेश द्विवेदी, मुकीम खान और स्कोरिंग ब्रजेन्द्र सिंह और सलमान खान ने की। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन शरद श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी, डॉ . देवेंद्र कुमार, सुरेश निरंजन भैयाजी, विकास शर्मा, डॉ. अविनाश सेंगर, विनय सेंगर, नीरज पाठक , अयूब अहमद संजय सिंह, डॉ तारेश भाटिया, विनोद श्रीवास्तव, अनिल सिंदूर, अनिल दिवाकर, जुझार सिंह , श्रीकांत,वीरेंद्र राजपूत, फिरोज अंसारी आदि उपस्थित रहे।

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