महामना मदन मोहन मालवीय के बनवाए 100 साल पुराने भवनों को गिराने में जुटा BHU प्रशासन

-प्राचीन शिक्षक आवासों को गिरा कर बनाई जाएगी बहुमंजिली इमारत
-कांग्रेस नेता और बीएचयू के प्राचीन छात्र ने वीसी से की इन भवनों को संरक्षित रखने की अपील

वाराणसी।बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा बनवाए गए भवनों को गिराने में जुट गया है विश्वविद्यालय प्रशासन। बताया जा रहा है कि 100 साल पुराने इन भवनों को गिरा कर बहुमंजिली इमारत बनाई जाएगी। प्राचीन भवनों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू भी हो गई है।

अभी कुछ दिन पहले ही एक सर्कुल जारी कर विश्वविद्यालय प्रशासन ने बीएचयू परिसर स्थित हरे पेड़ों की कटाई भी शुरू कराया था, जिसका विरोध शुरू होने पर वह प्रक्रिया फिलहाल थम सी गई है। लेकिन प्राचीन शिक्षक आवासों को गिराने का काम शुरू कर दिया गया है।

बीेचयू के 100 साल पुराने आवास गिराए जा रहे
इस मसले पर ज़िला कांग्रेस कमेटी वाराणसी के पूर्व अध्यक्ष व विश्वविद्यालय के प्राचीन छात्र प्रजा नाथ शर्मा ने कड़ा प्रतिवाद जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि महामना पं.मदन मोहन मालवीय ने जिन मूल्यों व आदर्शों की जीवंतता के लिए विश्वविद्यालय की स्थापना की थी, आज कुछ मुट्ठी भर स्वार्थी शिक्षा जगत के रोज़गारियों ने उसे तहस-नहस करने की ठान ली है। अभी विगत दिनो विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिसर के अंदर लगभग 100 वर्ष पुराने हरे-भरे वृक्षों को मनमाने ढंग से काटना आरम्भ किया था परंतु जागरूक काशीवासियों मीडिया के अथक प्रयास से उसपर रोक लगाई गई।

शर्मा ने कहा कि अब विश्वविद्यालय प्रशासन फिर लगभग 100 वर्ष पुराने मज़बूत शिक्षक आवासों को तोड़कर नई बहुमंज़िली इमारतें बनाने का षड्यन्त्र रच रहा है। इस कड़ी में परिसर स्थित जोधपुर कालोनी के शिक्षक आवासों को तोड़ना आरम्भ भी कर दिया है, जिसे महामना ने अपनी देख-रेख में बनवाया था। इन भवनों में शिक्षक पुत्रों के लिए खेलने-कूदने का मैदान भी है।

शर्मा ने विश्वविद्यालय के कुलपति से तत्काल हस्तक्षेप कर पुराने मज़बूत शिक्षक आवासों को नष्ट न कर विश्वविद्यालय की बहुत ख़ाली पड़ी ज़मीन जिन्हें खेल मैदान के रूप में उपयोग में न लाया जाता हो, वहां बहुमंज़िली इमारत बनाने की अपील की है। कहा कि इससे महामना के उद्देश्यों व विश्वविद्यालय की गरिमा यथावत बनी रहेगी।

प्रजा नाथ शर्मा ने इस संबंध में वाराणसी प्रशासन से मांग की है कि आगामी 16 फ़रवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साक्षात्कार के लिए समय मांगा है ताकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में व्याप्त अनियमितताओं से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री महोदय को अवगत करा सकें।

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