सोनभद्र।जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने जिले में फरवरी, 2020 के रविवारों को आयोजित होने वाले 30 स्वास्थ्य केन्द्रों पर ‘‘मुख्य मंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला‘‘ की सफलता के निमित्त सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारियों व नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी 16 फरवरी/रविवार को जिले के तीसों स्थानों पर बेहतर तरीके से ‘‘मुख्य मंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला‘‘ का आयोजन किया और प्रति मेला दो-दो सौ नागरिकों का लक्ष्य मुख्य मंत्री जन आरोग्य कार्ड बनाने का रखा जाय और ज्यादा से ज्यादा मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किये जाय। उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को माडल के रूप में जिस प्रकार से प्राइवेट अस्पताल होते हैं, विकसित किया जाय। स्वास्थ्य केन्द्रों के सुन्दरीकरण/जीर्णोद्धार व स्वास्थ्य परीक्षण सम्बन्धी सभी प्रकार से संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन की कोई कमी नहीं है, जो प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने स्वास्थ्य केन्द्र का भवन व उपकरण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करेगा, उस प्रस्ताव को मूर्त रूप देने के लिए जिला खनिज न्यास फाउण्डेशन/डीएमएफएम से पर्याप्त धनराशी उपलब्ध करायी जायेगी।जिलाधिकारी ने समीक्षा करते हुए पाया कि कुछ चिकित्सक अपेक्षा के अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं, जिस पर उन्होंने दायित्वबोध कराते हुए सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से जन स्वास्थ्य सुविधा बेहतर मुहैया कराने के साथ ही फरवरी व मार्च महीने के सभी रविवारों को लगने वाले ‘‘मुख्य मंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला‘‘ को सफल बनाने की रणनीति बनायी। उन्होंने कहा कि आरोग्य मेलावार तैनात किये गये नोडल अधिकारियों से सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी समन्वय स्थापित कर मेले में ज्यादा से ज्यादा नागरिकों को बुलवाकर उनका स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए जरूरत के मुताबिक दवाएं उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने कहा कि 15, 22 व 29 फरवरी, 2020 को व मार्च महीने के सभी रविवारों को प्रातः 10.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक आयोजित होने वाले ‘‘मुख्य मंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला‘‘ में अधिकाधिक नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्ष का लाभ दिलाया जाय। उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी को नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राबर्ट्सगंज, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र केकराही, नई बाजार, मधुपुर, सलखन, परासी दूबे, चतरा, बकवार, मऊकला, चिचलिकपनौरा, खलियारी, बीजपुर, शक्तिनगर, जरहा, सागोबांध, अनपरा, कुंआरी, लोझरा,विण्ढमगंज, अमवार, कटौली, बड़गवां, गुरूमुरा, कचनरवा, कोन,जुगैल, करमा, शाहगंज, परसोना व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जोगिनी को दायित्वबोध कराते हुए समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता के साथ ‘‘मुख्य मंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला‘‘ को सफल बनाने के निर्देष दिया।जिलाधिकारी ने बताया कि मेले में एलोपैथ व डेन्टल के 33, आयुष चिकित्सक/होम्योपैथ के 68 व पैरामेडिकल व अन्य स्टाफ 174 की संख्या में तैनात किये गये हैं। मेले में ओपीडी सेवाएं, टीबी, मलेरिया, डेंगू, दिमागी बुखार, कालाजार, फाईलेरिया, कुष्ठ रोगों सम्बन्धी जानकारी और आवष्यक जॉच एवं उपचार की सुविधाएं दी जा रही है। इसी प्रकार से उक्त रक्तचाप, मधुमेह, मुख, स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग तथा फालोअप भी किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्य मंत्री जन आरोग्य की जानकारी तथा पात्र लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरण, गर्भावस्था व प्रसव कालीन परामर्ष सेवाएं, संस्थागत प्रसव सम्बन्धी जन जागरूकता, जन्म पंजीकरण, नव जाति एवं षिषु स्वास्थ्य सुरक्षा परामर्ष सेवाएं, टीकाकरण, परिवार नियोजन सम्बन्धी परामर्ष सेवाएं, बच्चों में डायरिया व निमोनिया के रोक-थाम एवं बचाव की जानकारी देने के साथ ही तम्बाकू सेवन को रोकने के लिए जन जागरूकता का भी कार्य करना है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम के अलावा अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एस0के0 उपाध्याय, उप जिलाधिकारी सदर यमुनाधर चौहान, जिला विकास अधिकारी रामबाबू त्रिपाठी, प्रभारी चिकित्साधिकारीगण, नोडल अधिकारीगण सहित अन्य सम्बन्धितगण मौजूद रहें।